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कौशाम्बी

  1⃣कौशाम्बी* किस जनपद(देश) की राजधानी थी 🅰️वत्स जनपद  2⃣कौशाम्बी नगरी के अनाथी मुनि का नाम क्या था  🅰️गुण सुंदर जी 3⃣श्री कौशाम्बी तीर्थ किन तीर्थंकर जी के4 कल्याणक हुए * 🅰️श्री पद्मप्रभ 4 कल्याणक  4⃣ श्री आदिनाथ कौन सा कल्याणकश्री कौशाम्बी तीर्थ  में हुआ 🅰️ *केवलज्ञान * 5⃣कौशाम्बी नगरी के वन में आए ।  किस वासुदेव की मृत्यु हुई 🅰️श्रीकृष्ण 6⃣वीर जी ने किस सती को कौशाम्बी में दीक्षा दी थी 🅰️मृगावती जी 7⃣कच्छ देश के कौशाम्बी नगरी के सुश्रावक अर्हद्दास के पुत्र । जिन्होंनेजोड़े से ब्रह्मचर्य पालन  किया 🅰️विजय  जी  8⃣श्रमणोपासिका जो कौशाम्बी नगरी के राणा सहस्रानीक की पुत्री थी कौन 🅰️जयंती जी 9⃣कौन  कौशाम्बी नगरी के राजपण्डित काश्यप ब्राह्मण के पुत्र थे।जिनकी माँ का नाम यशा जी था 🅰️कपिल जी 1⃣0⃣कौशाम्बी नगरी में भीषण दुर्भिक्ष अकाल पड़ा था  अपने पूर्व भव में कौन गरीब भिखारी की दशा में रहते दीक्षा ले तभी ये साधु इसे अपना भोजन दे सकें ।  यह किस  का पूर्व जन्म था 🅰️संप्रति राजा जी   1⃣1⃣कौन से मुनि कौशाम्बी निवासी थे...

कॅरोना काल पर कविता

 इस विश्रांत पर क्लान्त वक़्त में  कैसे मन की शांति विक्षुब्ध क्षुब्ध मन मे पल रही  बस भ्रान्ति कैसे थमेगा ?कैसे रुकेगा? जो कारवां कहर का चल पड़ा काल के गाल पर झन्नाटेदार, चांटा  है पड़ा सन्नाटे में है सारी खुदाई थम गए कदम , कैसी ये रुसवाई क्या 2 मंजर देखेगी  ,ये पथरायी आँखे ढो रहे है ,गाड़े में लाशें  मयस्सर नही चार कांधे रो रही है मातृत्वता ,जब 9 वर्ष  का बच्चा अकेला एम्बुलेंस में  चला  हर मन आशंकित है  आशंकाओं ने घेरा डाला वर्ष दो वर्ष  यदि ये और  चला  ,पूरेविश्व का भुखा भविष्य है दिख रहा आज त्रासदी में है मानव   तब  एक प्रकृति ही शान्ति की  सांस ले रहीहै,  जैसे कह रही हो  , बहुत कहर ढाये तुमने अब मेरी बारी है मैने बरसों सहा  तुम महीनों में चीख़ पड़े  अब भी रहम करो  नही तो दोज़ख  जमीं पर  पाओगे  बस  आज , ये छोटा दृश्य है, जान लो है व्यर्थ की भाग दौड़   है व्यर्थ की रिश्ते दारी प्रकृति की सुरक्षा  में निभानी पड़ेगी हमे  पूर्ण भागीदारी लॉक डाउन आग...