स्वस्ध परिवार का आधार

स्वस्ध परिवार  का आधार 
भावना  से जुड़े रिश्ते ही स्वस्थ होते है 
जिसे  उत्सर्ग की ,प्रधानता और
स्वार्थ की नगण्यता . बंधे रखते है 


रिश्ते ऐसी  कसौटी,  परीक्षा  और  प्रतियोगिता है  
 जिसमे एक दुसरे को जीताने की मस्कत चलती है 
ऐसा  भावना प्रधान है , जिसमे दुसरे की 
खुशीकी जदोजहद चलती है 
जिसमे मै, की कोई कहानी नहीं 
बस हम की बात चलती है 


बड़ों को सन्मान, छोटों को प्यार' एक दुसरे की ख़ुशी में तन मन दो वार
गुणों का पान , अवगुणों से रहे बेध्यान , बस यही यही है स्वस्थ परिवार का आधार 
और ऐसे ही निर्माण होगा स्वस्थ सुन्दर विश्व परिवार 



परिवार के प्रति हो , निष्ठा,प्यार और विश्वाश
तनिक भी न हो प्रमाद के लिए अवकाश .
इन्ही मानको  से बस निर्माण होता है
निहायत अपना प्यारा स्वप्निल परिवार .

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भगवान पार्श्वनाथ प्रश्नोत्तरी

जैन प्रश्नोत्तरी

सतियाँ जी 16