सूत्र,आगम

 

1आचारांग सूत्र,:- इसमें श्रमण निर्ग्रन्थ (साधु-साध्वी जी ) के आचरण विषयक, विनय, स्वाध्याय, प्रतिलेखना, गोचरी, वस्त्र, तपस्या, पात्र आदि विषयों का सूक्ष्म प्रतिपादन किया हुआ है।


2 ) सूत्रकृतांग सूत्र इसमें लोक, अलोक, जीव, अजीव स्वसमय, परसमय आदि का निर्देशन एवं क्रियावादी अक्रियावादी आदि 363 पाखंड मतों पर चिन्तन किया है। स्थानांग सूत्र इसमें 1 से लेकर 10 तक के भेदों वाली ज्ञानवर्धक वस्तुओं / स्थानों


3)स्थानांग सूत्र:-इसमें 1 से लेकर 10 तक के भेदों वाली ज्ञानवर्धक वस्तुओं / स्थानों पर विशद वर्णन है

पर विशद वर्णन है। प्रथम प्रकरण में 1-1, दूसरे में 2-2 इत्यादि अनुक्रम से हैं।


4) समवायांग सूत्र - इसमें भी स्थानांग की भाँति 1 से 100 तथा उत्तरोत्तर क्रम के संग्रह कोश रूप भी विविध ज्ञानवर्धक वस्तुओं का समावतार है। व्याख्या प्रज्ञप्ति (भगवती सूत्र ) प्रश्नोत्तर शैली में निबद्ध इस आगम में


5)व्याख्या प्रज्ञप्ति (भगवती सूत्र)प्रश्नोत्तर शैली में निबद्ध इस आगम मेंप्रभु वीर

द्वारा गौतमादि शिष्यों को प्रदान किए गए 36000 प्रश्नों के समाधान संकलित हैं।


6 ) ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र- इसमें उदाहरण और उपदेश प्रधान धर्मकथाएं संग्रहित हैं। मेघकुमार,थावच्चापुत्र, धन्ना सार्थवाह, मल्लिनाथ जी आदि कथाएं व अनेक उपदेशात्मक अध्ययनइसमें हैं।


7) उपासकदशांग सूत्र इसमें भगवान् महावीर के 12 व्रतधारी प्रमुख 10 उपासकों - ( श्रावकों ) के साधनामयी जीवन का उल्लेख है एवं श्रावक की आचार संहिता का सुंदर प्रस्तुतीकरण किया गया है।


8) अन्तकृदशांग सूत्र इसमें गजकुमाल मुनि, अर्जुनमाली, अतिमुक्तक मुनि सुदर्शन अणगार आदि महापुरुषों का वर्णन है, जिन्होंने भौतिकता पर आध्यात्मिकता से विजय

प्राप्त कर मोक्षपद को प्राप्त किया। १) अनुत्तरोपपातिक दशांग सूत्र इस अंग में धन्ना अणगार आदि महापुरुषों का चरित्र है, जिन्होंने घोर तपश्चरण कर विशुद्ध संयम की साधना की तथा कर अनुत्तर विमान देवलोक में देव बने


10) प्रश्न व्याकरण सूत्र इसमें 108 प्रश्न 108 अप्रश्न आदि तथा अनेकों मंत्र विद्याएं थीं, किन्तु आज कालप्रभाव से इस विषय के स्थान पर आश्रव और संवर का विशद विवेचन लिपिबद्ध है।


11) विपाक सूत्र - कर्म के फल को विपाक कहते हैं। इसमें मृगापुत्र आदि 10 दुःखविपाक और सुबाहु आदि 10 सुखविपाक की कथाएं हैं। कर्मसिद्धांत को यह ग्रंथ सुंदर रूप में पुष्ट करता है।


"अर्हन्तो भगवंत इन्द्रमहिता" की 

रचना किसने की थी ?

🅰️जिन पद्म सूरीश्वर जी



उत्कृष्ट काल में १७० जिनेश्वरों की

उनके वर्णों के अनुसार स्तुति करने वाला सूत्र ??

🅰️वरनक






1️⃣ *मोक्ष का परिक्षेत्र कितने योजन का है?*


 🅰️ *14230249 योजन ।* 



2️⃣ *जिस तप में मानसिक साधना की प्रधानता होती है उसे क्या कहते हैं?*


🅰️ *अभ्यंतर तप।* 



3️⃣ *वंदन करने से कौन से कर्म का क्षय होता है?*


🅰️ *नीच गौत्र।* 



4️⃣ *चरवला कितने अंगुल प्रमाण होता है?*


🅰️ *32 अंगुल ।* 



5️⃣ *स्थानांग सूत्र में प्रतिक्रमण के कितने निर्देश दिए हैं?*


🅰️ *छ ।* 



6️⃣ *ज्ञान - ज्ञान का वर्णन कौन से आगम में आता है?*


🅰️ *सूरगडांग ।* 



7️⃣ *सूर्य मंडल के स्वरूप का वर्णन कौन से आगम में आता है?*


🅰️ *सूर्य प्रज्ञप्ति।* 



8️⃣ *ज्ञान का वर्णन कौन से आगम में आता है?*


🅰️ *नंदी सूत्र ।* 



9️⃣ *पुण्य पाप का वर्णन कौन से आगम में आता है?*


🅰️ *विपाक सूत्र ।* 





*



*1--सबसे बडा आगम मै हुं*⁉️


🅰️ *भगवती सूत्र*



*2--चतुर्विध संघ की संयुक्त मूडी हुं*⁉️


🅰️ *आवश्यक सूत्र*



*3--मै प्रभु वीर की अंतिम शिक्षा हुं*⁉️


🅰️ *उत्तराध्ययन सूत्र*



*4-- मै पूरे परिवार का इतिहास बताता हुं*⁉️


🅰️ *निरयावलिका सूत्र*



*5--मै द्रव्यानुयोग का खजाना हुं*⁉️


🅰️ *पन्नवणा सूत्र*



*6--मेरे नाम की शुरुआत फूल से होती है*⁉️


🅰️ *पुप्फिया* *पुष्पचूलिका*



*7--मुझमें श्रेणीक के पौत्रो का अधिकार है*⁉️


🅰️ *कप्पवडंसिया*



*8--पूरे सूत्र मे ज्ञान धराता हुं*⁉️


🅰️ *ठाणांग सूत्र*



*9--मै छ: द्रव्य का स्कंध नही हुं*⁉️


🅰️ *दशाश्रुतस्कंध सूत्र*



*9--मुझमें ऐसा गुण है जो सबको करना पडता है*⁉️


🅰️ *व्यवहार सूत्र*



*10-- मै धर्मकथा का योग रखता हुं*⁉️


🅰️ *ज्ञाताधर्म कथायोग सूत्र*



*11--मै सुख दुख की कहानी कहता हुं*⁉️


🅰️ *विपाक सूत्र*



*12--मै संयम जीवन के पासपोर्ट का काम करता हूँ*⁉️


🅰️ *आचारांग सूत्र*



*13--एकावतारी श्रावकों की नामावली और इतिहास मुझमें है*⁉️


🅰️ *उपाशक दशांग सूत्र*



*14--आचार्यो की गुणावली और स्थविरावली मुझमें पढो*⁉️


🅰️ *नंदिसूत्र*



*15--पूरे सिद्धांत में मै एक ही पात्र हुं*⁉️


🅰️ *रायपश्रेणी सूत्र*



*16--चार गति में जाने के कारण मुझमें है*⁉️


🅰️ *औपपातिक सूत्र*



*17--अनुत्तर विमान मे जाने वालो का वर्णन मुझमें है*⁉️


🅰️ *अनुत्तरोपपातिक सूत्र*



*18--पार्श्वनाथ भगवान की विराधक साध्वीजी का वर्णन मुझमें है*⁉️


🅰️ *पूष्पचूलिका सूत्र*



*19--निषयाधिक का वर्णन मुझमें है*⁉️


🅰️ *वहनिदशा*



*20--साधु बनने का प्ले ग्रुप मै हुं*⁉️


🅰️ *दशवैकालिक सूत्र*



*21--मुझमें आश्रव संवर के पाँच दरवाजे है*⁉️


🅰️ *प्रश्नव्याकरण सूत्र*



*22--मै हुं छोटा लेकिन मेरे नाम के अक्षर बडे है*⁉️


🅰️ *बृहत्कल्पसूत्र*

*23--अलग-अलग मत का मेला मेरे यहाँ है*⁉️


🅰️ *सूयगडांग सूत्र*

*24--मै द्वार समान एक सूत्र हुं*⁉️


🅰️ *अनुयोग द्वार सूत्र*

*25---लडके के नाम जैसा मेरा नाम है*⁉️


🅰️ *निशीथ सूत्र*

🔟 *प्रभु वीर जी ने दो बार वासक्षेप किया उन गणधर का नाम?*


🅰️ *सुधर्मा स्वामी जी ।* 


1⃣ उत्कृष्ट काल में १७० जिनेश्वरों की

उनके वर्णों के अनुसार स्तुति

करने वाला सूत्र ??

🅰️वरकनक  सूत्र 


🅿1⃣ मैं सवाल हूँ ❓

 🅰1⃣ प्रश्न व्याकरण सूत्र।

🅿2⃣ मैं व्यक्तिगत आगम हूँ❓

 🅰2⃣ रायप्पसेणी सूत्र।

🅿3⃣ मैं  धन्ना आदि अनगार को अपने घर ले गया❓

 🅰3⃣ अणुत्तरोववाइ सूत्र।

🅿4⃣ में जैन जगत का तिथि तोरण हूँ ❓

 🅰4⃣ चन्द्र पण्णति।

🅿5⃣ गौतमस्वामीजी के सवाल वीरजी के जबाब❓

 🅰5⃣ भगवती सूत्र।व्याख्या प्रज्ञप्ति सूत्र।

🅿6⃣ मेरे क्लास में चरम शरीरीजीव  है❓

 🅰6⃣ अन्तगडदशांग सूत्र।

🅿7⃣ कोर्ट के कानून मेरे पास है❓

 🅰7⃣ व्यवहार सूत्र।

🅿8⃣ में भगवान महावीर के कुल से प्रख्यात हूँ❓

 🅰8⃣ ज्ञाताधर्म कथा सूत्र।

🅿9⃣ में ईकत्तीस सूत्रों के दरवाजे खोलता हूँ।

 🅰9⃣ अनुयोगद्वार सूत्र।

🅿🔟 में दिक्षार्थी का पासपोर्ट हूँ❓

 🅰🔟 दशवैकालिक सूत्र।

🅿1⃣1⃣ में हूँ ऑंखों का खजाना,calculator भी लगे मेरे सामने बौना❓

 🅰1⃣1⃣ समवयांग सूत्र।

🅿1⃣2⃣ में मूनी जीवन का आचार हूँ❓

 🅰1⃣2⃣ आचारांग सूत्र।

🅿1⃣3⃣ में हूँ छोटा पर मेरा काम बडा❓

 🅰1⃣3⃣ बृहत्कल्प सूत्र।

🅿1⃣4⃣ मुझ में पांचवें गुणस्थानवालों का वर्णन है❓

 🅰1⃣4⃣ उपासकंदशांग सूत्र।

🅿1⃣5⃣  ऋतु परिवर्तन की जबाबदारी मेरी ❓

 🅰1⃣5⃣ श्री सूर्य प्रज्ञप्ति सूत्र।

🅿1⃣6⃣ प्रभात के पूर्व संध्या के बाद मेरा स्थान❓

 🅰1⃣6⃣ आवश्यक सूत्र।

🅿1⃣7⃣ हम दोनों फूलों के समान अड़िग है❓

 🅰1⃣7⃣ पुप्फिया , पुप्फचूलिया।

🅿1⃣8⃣ में सभी धर्म का आनंद मेला हूँ❓

 🅰1⃣8⃣  सूयगडांगजी (सूत्रकृतांग सूत्र )

🅿1⃣9⃣ मुझ में है साधु के अभिग्रह और लब्धि का खजाना❓

 🅰1⃣9⃣ उववाई (औपपातिक) सूत्र।

🅿2⃣0⃣ में छः द्रव्यों का स्कंध नहीं हूं❓

 🅰2⃣0⃣ दशाश्रुतस्कंध सूत्र।

🅿2⃣1⃣ में ज्ञान के साथ आनंद और बुद्धि प्रदान करता हूं❓

 🅰2⃣1⃣ नन्दी सूत्र।

🅿2⃣2⃣ में सृष्टि का दश॔न करवाता हूं❓

 🅰2⃣2⃣ जीवाभिगम सूत्र।

🅿2⃣3⃣ में सृष्टि का सज॔न करवाता हूॅ❓

 🅰2⃣3⃣ श्री प्रज्ञापना (पन्नवना) सूत्र।

🅿2⃣4⃣ में हूँ भगवान महावीर स्वामी की अंतिम शिक्षा❓

 🅰2⃣4⃣ उत्तराध्यन सूत्र।

🅿2⃣5⃣ संपूर्ण सूत्र मेरे नाम से भरा है❓

 🅰2⃣5⃣ स्थानांग सूत्र।

🅿2⃣6⃣ बौद्धिकता  के मुकुट रूप राजवंशों के देवलोक में उत्पन्न होने का वर्णन है❓

 🅰2⃣6⃣ कप्पवडंसिया सूत्र।

🅿2⃣7⃣ हरिवंश( वृष्णि) कूल की दिक्षा कथा मुझ में है❓

 🅰2⃣7⃣ वण्हिदसा सूत्र।

🅿2⃣8⃣ में जगत का अध्यात्मिक भूगोल हूँ❓

 🅰2⃣8⃣ जम्बूद्विप प्रज्ञप्ति सूत्र।

🅿2⃣9⃣ एक परिवार का काला ईतिहास❓

 🅰2⃣9⃣ निरयावलिका सूत्र।

🅿3⃣0⃣ लडके का नाम धारी,मेरा काम भारी❓

 🅰3⃣0⃣ निशीथ सूत्र।

🅿3⃣1⃣ में मेरे नाम के अनुसार काम करता हूं❓

 🅰3⃣1⃣ विपाक सूत्र।  

जयश्री चोरडिया ,मालेगाव।


पंचांग प्रणिपात सूत्र का दूसरा नाम खमासमण सूत्र


इरियावहीयं सूत्र का दूसरा नाम लघु प्रतिक्रमण सूत्र

  

अन्नत्थ सूत्र का दूसरा नाम आगार सूत्र 


करेमि भंते सूत्र का दूसरा नाम सामायिक का पच्चक्खाण सूत्र है


नामस्तव सूत्र का दूसरा नाम लोगस्स है 


उवसग्गहरं स्तोत्र का सूत्र का दूसरा नाम उपसर्गहर स्तोत्र है l


चैत्य स्तव सूत्र का दूसरा नाम अरिहंत चेइयाणं 


नमुत्थुणं सूत्र का दूसरा नाम शक्रस्तव सूत्र  है 


प्रार्थना सूत्र का दूसरा नाम जय वीयराय सूत्र  है


कल्लाण-कंदं सूत्र का नाम पांच जिन थोय है


पुक्खरवरदी सूत्र का दूसरा नाम श्रृतस्तव है 


वेयावच्चगराणं सूत्र का दूसरा नाम समकिती देवो को संभारने का सूत्र  है 


संसादावा थोय का दूसरा महावीर प्रभु जी की थोय है 


सिद्धस्तव सूत्र का दूसरा नाम सिद्धाणं बुद्धाणं सूत्र  है 


देवसिअ पडिक्कमणे ठाउं सूत्र का दूसरा नाम प्रतिक्रमणबीजक सूत्र है 


सुगुरु वांदणा सूत्र का दूसरा नाम द्वादशावर्तवंदन सूत्र है 


अठारह पापस्थानक सूत्र का दूसरा नाम अठारह पाप आलोने का सूत्र है


श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र का दूसरा नाम वंदितु सूत्र  है 


सात लाख सूत्र का दूसरा नाम चोरासी लाख जीवायोनि सूत्र  है 


प्रतिक्रमण बीजक सूत्र का दूसरा नाम सव्वसवि सूत्र है 


नमोऽस्तु वर्द्धमानाय सूत्र का दूसरा नाम सायं वीरस्तुति है 


१७० जिन स्तुति का दूसरा नाम वरकनक सूत्र है 


अड्ढाज्जेसु सूत्र का दूसरा नाम मुनिववंदन सूत्र  है 


प्राभातिक वीर स्तुति का दूसरा नाम विशाललोचन सूत्र  है 

 

श्रावक कृत्य कि सज्झाय का दूसरा नाम मन्नह जिणाणं है


सकलतीर्थ सूत्र का दूसरा नाम तीर्थवंदना सूत्र है 


पांच आचार की गाथा सूत्र का दूसरा नाम पंचाचार सूत्र है



सूत्र   और रचियता


जगचिंतामणी....... गौतम स्वामी

ऊवसग्ग..............भद्रबाहु स्वामी

संसारदावा........... हरिभद्र सूरी

लधु शांति............ मानदेव सूरी

सकल तीर्थ.......... जीव वीजय

स्नातस्या............. बालचंद मुनी

सकलार्हत............ हेमचंद्र सूरी

संतिकर............... मुनिसुंदर सूरी

अजित शान्ति........ नंदीषेण सूरी

तिजय पहुत.......... मानदेव सूरी

नमिऊण............... मानतुंग सूरी

भक्तामर............... मानतुंग सूरी

कल्याण मंदिर....... सिध्द सेन दिवाकर सूरी

बृहत शांति............ शिवादेवी माता

नवकार................   शश्वत


नवकार मंत्र गिनने के लाभ

=================

नवकार मंत्र का भावपूर्वक एक

अक्षर बोलने पर :- सात सागरोपम

जितने पापो का नाश होता है ।


       ..."नमो अरिहंताणं"... 


इतना एक पद बोलने पर :- 50

सागरोपम जितने पाप नष्ट होते है ।.


संपूर्ण नवकार मंत्र गिनने से 500

सागरोपम जितने पाप 

नष्ट होते हैं .


एवं सुबह उठकर आठ 

नवकाR र्गिनने से 4000 सागरोपम

जितने पाप नष्ट होते हैं।


संपूर्ण नवकार वाली गिननेसे

54000

सागरोपम जितने पाप नष्ट होते है।


सागरोपम अर्थात् गिनने में कठिनाई हो

इतने अरबों वर्ष। यह नवकार

महामंत्र शक्तिदायक, विध्नविनाशक,

प्रभावशाली, चमत्कारी है।


गर्भवती स्त्रियों के लिए इस मंत्र 

का जाप करना अति उत्तम है। 


जन्म के समय बालक के कान 

में यह मंत्र सुनाने से उसके जीवन

में समृद्धि प्राप्त होती है 


एवं मृत्यु के समय सुनाने पर सदगति

प्राप्त होती है। 


दॄढ विश्वास तथा शुद्ध मन से इस

मंत्र का जाप नित्य करने से विश्व में , 

परिवार में तथा मन में शांति रहती है ,


मन स्वच्छ और निर्मल बनता है ।


इनका  वणॆन कौनसे  आगम आता है ।

🅿 रथनेमी ।

🅰 उत्तराध्ययन सूत्र ।

🅿 सुदर्शन  श्रावक ।

🅰 भगवती  सूत्र ।

🅿 आयंबिल तप ।

🅰 अंतगडदशा सूत्र ।

🅿 शालिभद्र जी ।

🅰 स्थानांग सूत्र ।

🅿 काकंदी के  धन्ना  अनगार ।

🅰 अनुतरोववाई ।

🅿 महाकाली  आदी रानी  & कोणिक जी ।

🅰 निरयावलिका सूत्र ।

🅿 पद्म गुल्मकुमार ।

🅰 कप्पवंडसिया ।

🅿 उदायण राजा ।

🅰 ठाणांग सूत्र।

🅿 मरूदेवी माता ।

🅰 अंतगड सूत्र ।


कुमुद  लुंकड  ।

पुना  ।



❓❔❓❔❓❔❓❔❓❔❓


📢 *आई. जे. एफ.(IJF) प्रश्नावली*..👉 *हरेशभाई कपासी द्वारा*👈🏻


👍🏻✅👍🏻✅👍🏻✅👍🏻✅👍🏻✅👍🏻


*जैन क्विज* # 5⃣4⃣4⃣ :


         ☀ *आगम (श्रुतज्ञान)* ☀


                  *२३/१२/२०१७*


  🌼 *आज के सवाल और जवाब* 🌼


1⃣ *भगवती  सूत्र को प्राकृत में ----- कहते है ।*

🅰1⃣

*विवाहपन्नति*


2⃣ *ज्ञाता धर्मकथा को प्राकृत में  ----- कहते है ।*

🅰2⃣

*नाया धम्म कहा*


3⃣ *प्राकृत भाषा में उपासक दशा को ------ कहते है ।*

🅰3⃣

*उवासंग दशा*


4⃣ *अनुत्तरो पापातिक सूत्र को संस्कृत भाषा मे ------ कहते है ।*

🅰4⃣

*अणुत्तरो वराई*


5⃣  *अंतगड सूत्र को संस्कृत में ------ कहते है ।*

🅰5⃣

*अंतकृद दशांग*


❓❔❓❔❓❔❓❔❓❔❓


📢 *आई. जे. एफ.(IJF) प्रश्नावली*..👉 *हरेशभाई कपासी द्वारा*👈🏻


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*जैन क्विज* # 5⃣4⃣8⃣ :


         ☀ *आगम (श्रुतज्ञान)* ☀


                  *२७/१२/२०१७*


  🌼 *आज के सवाल और जवाब* 🌼


1⃣ *गणि विज्जा सूत्र को संस्कृत में ----- कहते है ।*

🅰1⃣

*गणिविद्या*


2⃣ *आतुर प्रत्याख्यान सूत्र को प्राकृत में  ----- कहते है ।*

🅰2⃣

*आउर पचक्खाण*


3⃣ *प्राकृत भाषा में महा प्रत्याख्यान को ------ कहते है ।*

🅰3⃣

*महा पचक्खाण*


4⃣ *गच्छाचार सूत्र को प्राकृत भाषा मे ------ कहते है ।*

🅰4⃣

*गच्छायार*


5⃣  *भक्त परिज्ञा सूत्र को प्राकृत में ------ कहते है ।*

🅰5⃣*भत्त परिणा*


*🦚  टॉपिक— *32 आगम ।* 🌹

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🦚🌼🌻 🦚🌹☘️🍀☘️


*आजका विषय :- 32आगम*

1️⃣ *"📚 अभी हम जो आगम ग्रंथ पढते है  उसमें अंगसूत्र की रचना किसने की?*

🎯🅰️ *सुधर्मास्वामी जी!*


2️⃣📚  *उपांगसूत्र के रचनाकार कौन?*

🎯🅰️ *प्रमुख आचार्य, साधूजी!*


3️⃣📚 *श्री केशी स्वामी जी और प्रदेशी राजा का वर्णन कौनसे उपांग सूत्र में आता है?*

🎯🅰️ *रायपसेणी!*


4️⃣📚 *अंधकवृष्णी जी और उनके १०पुत्रों का मुझमें अधिकार है?*

🎯🅰️ *अंतगडदशांग सूत्र!*


5️⃣📚 *अनुत्तरोववाई सूत्र म़ं कौनसे सेठ जी की३२ पत्नीयों ने संयम लिया?*

🎯🅰️ *धन्ना सेठजी!*


6️⃣📚 *सुख दुःख का में हूॅं साथी,*

 *मुझमें पुण्य पाप का वर्णन आता?*

🎯🅰️ *सुख विपाकसूत्र!, दुःख विपाक सूत्र!*


 7️⃣📚 *धर्मकथाओं से परिपूर्णता मुझमें,थावच्चा,तूंबा रोहिणी   मुझमें?* *(कथा)*

🎯🅰️ *ज्ञाताधर्मकथा सूत्र!*


8️⃣📚 *आनंद,महाशतक आदीका है मुझमें अधिकार,नाम बताओ मिलेगा उपहार?*

🎯🅰️ *उपासकदशांग सूत्र!*


9️⃣📚 *नमी राजर्षी जी का वर्णन कौनसे सूत्र में आता है?*

🎯🅰️ *उत्तराध्ययन सूत्र!*


1️⃣0️⃣📚 *इस सूत्र में १ से१० अंक संख्या में वर्णन आता है?*

🎯🅰️ *स्थाणांग सूत्र!*


1️⃣1️⃣ 📚 *भगवान महावीर जी का गुणवर्णन २९ उपमाओं के साथ किसमे़ किया गया?*

🎯🅰️ *पुच्छीसुणं/वीरत्थुई... सूत्रकृतांग सूत्र!*


1️⃣2️⃣📚 *इस सूत्र में जयंती श्राविका. के तात्विक प्रश्नोंको स्थान दिया है?*

🎯🅰️ *भगवती सूत्र!*


1️⃣3️⃣📚 *"वैतालीय अध्ययन " इसमें ऋषभदेव द्वारा उनके ९८पुत्रों उपदेश का वर्णन है! उपरोक्त अध्ययन कौनसे सूत्र मे़ आता है?*

🎯🅰️ **सूत्रकृतांग सूत्र!*


1️⃣4️⃣📚 *दया के ६० नाम बताये है ,तथा आज इसके सिर्फ १२५० श्लोक ही उपलब्ध है?*

🎯🅰️ *प्रश्न व्याकरण सूत्र!*


1️⃣5️⃣📚 *आचारांग सूत्र का उपांग सूत्र कौनसा?*

🎯🅰️ *उववाई सूत्र!*


1️⃣6️⃣📚 *चार प्राण से लेकर दस प्राणों का वर्णन कौनसे प्रवाद में आता है?*

🎯🅰️ *प्राणप्रवाद पूर्व!*


1️⃣7️⃣📚 *जम्बूद्विप के क्षेत्र, पर्वत,द्रह ,नदी तथा ६आरा युगलिक मनुष्य आदी का वर्णन कौनसे सूत्र में आता है?*

🎯🅰️ *श्री जम्बूद्विप प्रज्ञप्ति सूत्र!*


1️⃣8️⃣📚 *इसमें सूर्य के विमान,दक्षिणायन,उत्तरायन का वर्णन आता है?*

🎯🅰️ *श्री सूर्यप्रज्ञप्ति सूत्र!*


1️⃣9️⃣ 📚 *सर्वप्रथम स्थविरावली का वर्णन  इसमें आया है?*

🎯🅰️ *नंन्दीसूत्र!*


2️⃣0️⃣ 📚 *प्रतिदिन  प्रातःकाल और संध्याकाल में इसका पठन किया जाता है?*

🎯🅰️ *आवश्यक सूत्र!*


*

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1) मैं स्वयं कौन हूं :- प्रश्न व्याकरण सूत्र


2) मैं भगवान महावीर स्वामी के कुल से प्रख्यात हूं :- 

 ज्ञाता धर्म


3) मैं मेरे नाम अनुसार काम करता हूं :- 

व्यवहार सूत्र


4) मैं छोटा हूं ; पर काम बड़ा :- बृहत् कल्प

 

5) पांचवें गुणस्थान वाले का सम्मेलन :-

 उपासक दशांग सूत्र


6) मुनि जीवन की केजी की बुक हूँ :- 

आचारांग सूत्र


7) सभी धर्मों का आनंद मेला :- सूयडांग सूत्र


8) छ: द्रव्यों  का स्कंद नहीं :- दशाश्रुत स्कंध


9) संपूर्ण शास्त्र मेरे नाम से भरा पड़ा हैं :- 

 रायप्पसेनी


10) गौतम के सवाल, भगवान का जवाब :- 

भगवती सूत्र


11) मैं धन्ना और शालिभद्र को अपने घर ले आया :- अनुत्तरोववाई सूत्र


12) लड़के का नाम धारी, मेरा काम भारी :- 

निशीथ सूत्र


13) अंको का खजाना केलकुलेटर :- 

समवायांग सूत्र


14) कोर्ट के कानून मेरे पास है :- सुख विपाक सूत्र


15) मेरे क्लास में चरम शरीरी जीव है :-

 अंतगडदशांग सूत्र


16) भगवान महावीर स्वामी की अंतिम शिक्षा :- 

उत्तराध्ययन सूत्र


17) मैं ज्ञान के साथ आनंद बुद्धि प्रदान करता हूं :-

 नंदी सूत्र


18) हम दोनों का फूल जैसा ही हेडिंग है :-  

पूफ्फचूलियां


19) साधु के अभिग्रह एवं लब्धीयों का खजाना हूं :-

 उववाई सूत्र


20) मेरे बाद प्रभात और संध्या के बाद मैं :- 

आवश्यक सूत्र


21) मैं सृष्टि दर्शन करवाता हूं :- पण्णवणा सूत्र






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