होली का त्यौहार।

हम बच्चों  की मस्ती का त्यौहार,
जल्द आ रहा होली का त्यौहार।

कोई हाथी  का मुखोटा लगाएगा,
कोई शेर बनकर गुरायेगा ।

कोई राक्षस का मुखोटा लगा,
 बड़े बड़े दांतों से डराएगा।
कोई कोई तोह गधा बनके आएगा
 और ढेंचू- ढेंचू का राग अलापे गा।

बहुत मजा आएगा ,काले लाल गुलाल खूब उड़ायेंगे
जो नहीं खेले गा ।
उसे सब मिलके रंग के टब मैं डूबायेंगे
और हाहा का शोर मचायेंगे ।

पिचकारी भी कई तरह की लायेंगे
कोई बन्दुक कोई बैट  वाली ।
कोई कोई तो गुलेल वाली लायेगा
कोई कोई सर पर रंग बिरंगे बालों का गुच्छा   लगा
जोकर ही बन जायेगा।
हाहा कितने हुडदंग का त्यौहार
होली बच्चों  का प्यारा त्यौहार।

🔴🟠🌞🟡🔵
*सूरज की  किरणें*
*खुशियों की बहार*,
*लाल गुलाबी रंग है*
*झूम रहा संसार*.. 
*शुभ हो आपको*
*आध्यात्मिक चेतना* 
*का ये त्योंहार*

🟡🔵🟠🔴
*वातवलय किस रंग के हैं* ? 
*घनोदधिवलय गोमूत्र के रंग* *का,तो घनवातवलय काले रंग की मूंग के समान एवं तनुवातवलय अनेक रंगों वाला है*।
🔴🟠🔵🟡🟡🟢
*ऐसे भांत भांत के रंग मिले है  ऐसे ही रंग भरा रंग पंचमी हो*
🟡🔵🔵🟠🔴
*लेश्या भी रंगीन ,प्रत्याख्यान भी* *रंग भरा हो*।
🟡🔴🟠🟢🔵🟠
*आओ रंग जाएं इन रँग में* 
*शेष कोई रँग ना हो*
🟠🔵🟡🔴🟢

*धानी रँग 🟡 के पहने वस्त्र है, वासुदेव जी ने कृष्ण रंग की काया*⚫⚫⚫⚫⚫
*वीर जी स्वर्णिम 🟠है*
*श्वेत है  सिद्ध ⚪क्षेत्र हमारा*
*और कितने रंगो को संजोए*🎨
*रंगो की अलबेली माया*
🚥🚥🚥🚥🚥🚥
🟠🔵🟡🔴
*फिजा में प्रेम  रंग कुछ इस तरह मिला दो*
🟡🔴🟠🔴🔵
*दिलों की सारी कडवाहट मिटा दो*
       🔴🔵🟠🟢🟠🟡

*हर तरफ नजर आये खुशियॉं ही खुशियॉं*

    🟡🟠 *बस*🟢🔴
*अपने मन   से गिले शिकवे मिटा दो*
*सभी रंगों  का ध्यान है होली*,
*मन का उल्लास है होली*,
*जीवन में खुशियां भर देती है*,
*बस इसीलिए ख़ास है होली*।*

🔴⚫🟡🔵🟠

*कषायों के रंगों को दहन करो*🟠🔵🟡⚫
*अशुभ लेश्या के  काले रंगों  को दफन करो*🟡🟠🔵
*रँग लो  नवकार के पाँच रंगों से*🔵🟡🟠
*खुद को*🟠
*की उज्जवल तन मन करो*

🔴🟡🟠🌹🟢🌷🟢
*रँगे हो  ज्ञान  तप धर्म के रंग में*
*आपके धर्म रँग की  कर रही* *प्रशंसा*
*अभिभूत हूँ  आप सभी के ज्ञान से* 
 *की अपने ज्ञान रंग से* 
*पाठशाला की  भी  हो रही अनुशंसा*
🟠🔴🟡🌹🟢🟡🔴
*थोड़ा धर्म थोड़ा ध्यान थोड़ा ज्ञान का रंग मुझे भी दे दो*
*मुझे भी आध्यात्मिक रंग में रंग जाना है*
 *मैमन्त हो जाऊं इतनी धर्म के भंग में*  
*कि फिर ना रंगु कभी* *सांसारिकता के रंग*
*इतनी हे ईश प्रबुद्ध आत्म शक्ति दे दो*
🟠🔴🟡🔵🟢⚫

(स्वरचित  )
      🙏 *अंजुगोलछा*🙏

🔴🟠🌞🟡🔵
*सूरज की  किरणें*
*खुशियों की बहार*,
*लाल गुलाबी रंग है*
*झूम रहा संसार*..
*शुभ हो आपको*
*आध्यात्मिक चेतना*
*का ये त्योंहार*

धानी रँग 🟡 के पहने वस्त्र है, वासुदेव जी ने कृष्ण रंग की काया*⚫⚫⚫⚫⚫
*वीर जी स्वर्णिम 🟠है*
*श्वेत है  सिद्ध ⚪क्षेत्र हमारा*
*और कितने रंगो को संजोए*🎨
*रंगो की अलबेली माया*


*हर तरफ नजर आये खुशियॉं ही खुशियॉं*

    🟡🟠 *बस*🟢🔴
*अपने मन   से गिले शिकवे मिटा दो*
*सभी रंगों  का ध्यान है होली*,
*मन का उल्लास है होली*,
*जीवन में खुशियां भर देती है*,
*बस इसीलिए ख़ास है होली*।*

🔴⚫🟡🔵🟠

*कषायों के रंगों को दहन करो*🟠🔵🟡⚫
*अशुभ लेश्या के  काले रंगों  को दफन करो*🟡🟠🔵
*रँग लो  नवकार के पाँच रंगों से*🔵🟡🟠
*खुद को*🟠
*की उज्जवल तन मन करो*

🔴🟡🟠🌹🟢🌷🟢

(स्वरचित  )
      🙏 *अंजुगोलछा*🙏

🔴🟠🌞🟡🔵
*सूरज की  किरणें*
*खुशियों की बहार*,
*लाल गुलाबी रंग है*
*झूम रहा संसार*.. 
*शुभ हो आपको*
*आध्यात्मिक चेतना* 
*का ये त्योंहार*

🟡🔵🟠🔴
*वातवलय किस रंग के हैं* ? 
*घनोदधिवलय गोमूत्र के रंग* *का,तो घनवातवलय काले रंग की मूंग के समान एवं तनुवातवलय अनेक रंगों वाला है*।
🔴🟠🔵🟡🟡🟢
*ऐसे भांत भांत के रंग मिले है  ऐसे ही रंग भरा रंग पंचमी हो*
🟡🔵🔵🟠🔴
*लेश्या भी रंगीन ,प्रत्याख्यान भी* *रंग भरा हो*।
🟡🔴🟠🟢🔵🟠
*आओ रंग जाएं इन रँग में* 
*शेष कोई रँग ना हो*
🟠🔵🟡🔴🟢

*धानी रँग 🟡 के पहने वस्त्र है, वासुदेव जी ने कृष्ण रंग की काया*⚫⚫⚫⚫⚫
*वीर जी स्वर्णिम 🟠है*
*श्वेत है  सिद्ध ⚪क्षेत्र हमारा*
*और कितने रंगो को संजोए*🎨
*रंगो की अलबेली माया*
🚥🚥🚥🚥🚥🚥
🟠🔵🟡🔴
*फिजा में प्रेम  रंग कुछ इस तरह मिला दो*
🟡🔴🟠🔴🔵
*दिलों की सारी कडवाहट मिटा दो*
       🔴🔵🟠🟢🟠🟡

*हर तरफ नजर आये खुशियॉं ही खुशियॉं*

    🟡🟠 *बस*🟢🔴
*अपने मन   से गिले शिकवे मिटा दो*
*सभी रंगों  का ध्यान है होली*,
*मन का उल्लास है होली*,
*जीवन में खुशियां भर देती है*,
*बस इसीलिए ख़ास है होली*।*

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*कषायों के रंगों को दहन करो*🟠🔵🟡⚫
*अशुभ लेश्या के  काले रंगों  को दफन करो*🟡🟠🔵
*रँग लो  नवकार के पाँच रंगों से*🔵🟡🟠
*खुद को*🟠
*की उज्जवल तन मन करो*

🔴🟡🟠🌹🟢🌷🟢
*रँगे हो  ज्ञान  तप धर्म के रंग में*
*आपके धर्म रँग की  कर रही* *प्रशंसा*
*अभिभूत हूँ  आप सभी के ज्ञान से* 
 *की अपने ज्ञान रंग से* 
*पाठशाला की  भी  हो रही अनुशंसा*
🟠🔴🟡🌹🟢🟡🔴
*थोड़ा धर्म थोड़ा ध्यान थोड़ा ज्ञान का रंग मुझे भी दे दो*
*मुझे भी आध्यात्मिक रंग में रंग जाना है*
 *मैमन्त हो जाऊं इतनी धर्म के भंग में*  
*कि फिर ना रंगु कभी* *सांसारिकता के रंग*
*इतनी हे ईश प्रबुद्ध आत्म शक्ति दे दो*
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(स्वरचित  )
      🙏 *अंजुगोलछा*🙏














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