अजब गज़ब
अजब गज़ब
1 जो दूसरों के दुख को दूर करने वाले ढेकेदार
दूसरे के दुःख पे ख़ुद को पोसते है
समाज में गंदगी फैलाकर
समाज में फैली गंदगी को कोसते है
2 बहुत छोटा है आतंकवाद
बहुत बड़ा तुम्हारा भौतिकवाद
3, भीतर ही है अपने चमत्कार
समक्ष आएगा ,जब छोटे छोटे संकल्पों का
बनाओगे आधार
देश काल परिस्थितियों से प्रभावित ना होना
सदा रखना सदाचार।
प्रामाणिक संयत हो विचार
शुद्व पुस्ट हो आचार
सम हो सबसे करना व्यवहार
पर स्त्री पर धन ,पर न आये विकार
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें