प्रश्न सामान्य 23
*प्रश्न*
*288
1️⃣ कौन सी दिशा के सम्मुख बैठकर तीर्थंकर भगवंत देशना देते हैं
🅰️ पूर्व
2️⃣ कौन सी गति में युगलिक मृत्यु पाकर जाते हैं
🅰️ देव गति
3️⃣ कौन सा कर्म अज्ञानी नहीं बांधते पर ज्ञानी बांधते हैं
🅰️ तीर्थंकर नाम कर्म
4️⃣ कौन से राजा के पुत्र की सुवर्ण के जिनालय बनाने की भावना थी
🅰️ कुमार पाल जी
5️⃣ कौन सी विद्या वृक्षों की शाखाएं झुका सकती है
🅰️ अवनामिनी
6️⃣ कौन सी गति के जीव हाथ होते हुए भी कवल आहार नहीं करते
🅰️ देव गति
7️⃣ कौन से समुद्रघात में निर्जरा होती है परन्तु बंध नहीं होता
🅰️ केवली समुद्रघात
8️⃣ कौन सा गुणस्थानक विहरमान श्री युगमन्धर स्वामी जी का है
🅰️ सयोगी केवली
9️⃣ कौन ,पिताजी की मृत्यु के अवसर पर वैरागी बने
🅰️ स्थूलीभद्र जी
🔟 कौन से पंचेन्द्रिय जीव तीर्थंकरों के हाथों से दान प्राप्त नहीं कर सकते
🅰️ अभवी
1️⃣1️⃣ कौन से काल के चौथे आरे में 62 शलाका पुरूष होते हैं
🅰️ अवसर्पिणी काल
1️⃣2️⃣ कौन सी काया सर्वभक्षी होती है
🅰️ अग्निकाय
1️⃣3️⃣ कौन सा पाप किसी पर मिथ्या आरोप लगाने से लगता है
🅰️ अभ्याख्यान
1️⃣4️⃣ कौन सी तिथि से सुपात्रदान की शुरुआत हुई थी
🅰️ अक्षय तृतीया
1️⃣5️⃣ कौन आध्यात्मिक दुनिया के जंगम तीर्थ हैं
🅰️ साधु साध्वी
1️⃣6️⃣ कौन से कर्म के उदय से सबसे ज्यादा परिषह होते हैं
🅰️ वेदनीय कर्म
1️⃣7️⃣ किसे स्वाध्याय सुनते सुनते जातिस्मरण ज्ञान हुआ था
🅰️ अवंति सुकुमाल जी
1️⃣8️⃣ कौन सा पक्षी धरती का पानी नहीं पीता
🅰️ चातक
1️⃣9️⃣ कौन से जीव माता पिता के संयोग के बिना उत्पन्न होते हैं
🅰️ समुर्छिम
2️⃣0️⃣ कौन सी नदी में तृण जैसी हल्की वस्तु भी डूब जाती है
🅰️ निमग्ना
विभंगज्ञान से अंवधिज्ञान किसको हुआ* ❓
*🅰️1️⃣ शिवराज ऋषि जी* ❗
*🅿️2️⃣ तीर्थंकर को केवलज्ञान कब होता हैं*❓
*🅰️2️⃣ दिन में* ❗
*🅿️ 3️⃣ *ज्ञान की अशातना से मुर्ख कोन बना*❓
*🅰️3️⃣ वरदत्त कुमार जी* ❗
*🅿️ 4️⃣ 5 पदों में कितने साध्य ओर साधक हैं* ❓
*🅰️4️⃣ सिद्ध साध्य हैं और बाकी सब साधक हैं*❗
*🅿️ 5️⃣ रायपसेणी सुत्र में किसका मुख्य अधिकार हैं* ❓
*🅰️5️⃣ प्रदेशी राजा जी* ❗
*🅿️ 6️⃣ मारुष मातुष मुनि का दुसरा नाम क्या हैं*❓
*🅰️6️⃣ लालितांग मुनि जी* ❗
*🅿️ 7️⃣ किन देवों में छोटे बड़े का भेद नहीं होता हैं*❓
*🅰️ 7️⃣ कल्पातीत देव* ❗
*🅿️8️⃣ आत्मा किस जेल में बंद हैं*❓
*🅰️8️⃣ शरीर* ❗
*🅿️9️⃣ नरक के जीवों के कितने भेद है*❓
*🅰️9️⃣ 14* ।
*🅿️🔟 अनार्य देश से आ के अणगार कौन बनें*❓
*🅰️🔟 आद्र कुमार जी* ❗
*🅿️1️⃣1️⃣ श्रावक का गुणस्थान कौनसा हैं*❓
*🅰️ 1️⃣1️⃣ 5 देशविरति* ❗
*🅿️1️⃣2️⃣ रसपरित्याग तप सबसे पहले किसने किया हैं*❓
*🅰️1️⃣2️⃣ सुन्दरी जी ने*❗
*🅿️1️⃣3️⃣ केवली समुदघात कितने समय का होता हैं*❓
*🅰️1️⃣3️⃣ 8 समय* ❗
*🅿️1️⃣4️⃣ नवकार मंत्र का शास्त्रीय नाम क्या हैं*❓
*🅰️ 1️⃣4️⃣ पंचमंगल महाश्रुतस्कंध* ❗
*🅿️1️⃣5️⃣ सेवा रुप वैयावच्च के कितने भेद हैं*❓
*🅰️1️⃣5️⃣ 10* ❗
*🅿️1️⃣6️⃣ कल्प कितने होते हैं*❓
*🅰️1️⃣6️⃣ 10* ❗
*🅿️1️⃣7️⃣ ❗
*🅿️1️⃣8️⃣ श्रीपाल रास के कितने खंड हैं*❓
*🅰️1️⃣8️⃣ 4* ❗
*🅿️1️⃣9️⃣ काल की अपेक्षा से सबसे छोटा व्रत कौनसा हैं*❓
*🅰️1️⃣9️⃣ सामायिक व्रत* ❗
*🅿️2️⃣0️⃣ गुणव्रत कितने हैं* ❓
*🅰️2️⃣0️⃣ 3 (तीन)* ❗
*🅿️2️⃣1️⃣ सत्यभामा की बहन का नाम क्या हैं*❓
*🅰️2️⃣1️⃣ राजुल जी* ❗
1️⃣अप्रतिहत का अर्थ
🅰️जिसे कोई न रोक सके निर्बाध अप्रभावित
2️⃣किसके अवबोध को ज्ञान कहते हैं
🅰️वस्तु के विशेष अवबोध को
3️⃣ज्ञान, किससे आवृत होता हैं
🅰️कर्म से
4️⃣सामान्य धर्म को जानने के लिए ------से युक्त परमात्मा है,
🅰️दर्शन गुण
5️⃣किसके द्वारा कर्मों के पड़ल को हटा कर केवलज्ञान प्राप्त किया
🅰️साधना के ध्दारा
6️⃣ केवलज्ञान व केवलदर्शन,
किसके नाश के बिना संभव नहीं है।
🅰️छद्मस्थ अवस्था
7️⃣कौन से कर्म का सर्वथा नाश होने से, उसमें केवलज्ञान और केवल दर्शन गुण प्रगट होता हैं
🅰️ज्ञानावरणीय और दर्शनावरणीय
8️⃣ज्ञान और दर्शनगुण को ढंकने वाले कौन सा कर्म है
🅰️घाति कर्म
9️⃣सामान्य अवबोध को क्या कहते हैं
🅰️दर्शन
1️⃣0️⃣वर-नाण-दंसण धराणं का अर्थ क्या है।
🅰️कोई भी जिसे न हण सके ऐसे उत्तम केवलज्ञान और केवलदर्शन को धारण करने वाले
*प्रश्न*
*29:12:20*
1️⃣अंतरायकर्म किस को ढकते हैं
🅰️दान,लाभ,भोग ,उपभोग,वीर्य गुण को
2️⃣1000 वर्ष किस छद्मस्थकिसकी थी।
🅰️आदिनाथ भगवान
3️⃣छद्मस्थ अवस्था किसके बीच की मानी जाती है ।
🅰️मुनि बनने तथा केवलज्ञान के बीच की
4️⃣छउमाणं-काअर्थ क्या है
🅰️छद्मावस्था
5️⃣सबसे कम छद्मस्थ अवस्था किसकी थी
🅰️मल्लिनाथ जी
6️⃣मल्लीनाथ भगवान की थी।
🅰️सबसे कम छद्मावस्था
7️⃣छद्मस्थों के पहले क्या होता है
🅰️दर्शनोपयोग
8️⃣तीर्थकर दीक्षा लेते ही किसके ज्ञाता हो जाते हैं
🅰️मनपर्यवज्ञान के
9️⃣कौन आत्मा के ज्ञान को ढंकते हैं।
🅰️ज्ञानावरणीय कर्म
1️⃣0️⃣मिथ्यात्व गुणस्थान से लेकर कौन से गुणस्थान तक के जीव छद्मस्थ कहलाते हैं
🅰️बारहवें गुणस्थान तक
*प्रश्न*
*30:12:20*
1️⃣जन्ममरण का ये चक्र ही क्या चक्र है
🅰️संसार चक्र
2️⃣राग में क्याजन्मती हैं
🅰️अपेक्षाएं
3️⃣क्या नहीं करने से ये संसारचक्र में फंसे ही रहना है।
🅰️धर्माचरण नहीं किया तो
4️⃣जिणाणं का अर्थ क्या है
🅰️कर्म शत्रुओं को जितने वाले
5️⃣दोनो हैं तो एकदम विपरीत लेकिन आते एक साथ है
🅰️राग और द्वेष
6️⃣यहां जन्म को भी दुःख रूप क्यों कहा हैं,
🅰️जन्म हैं तो मृत्यु निश्चित है और जन्म मरण का ये चक्र संसार मे दुःख रूप है
7️⃣गहरी शत्रुता के लिए पहले क्या आवश्यक है
🅰️गहरी मित्रता
8️⃣राग किसेकहते हैं,
🅰️इष्ट पदार्थों के प्रति रति भाव को
9️⃣स्वयंबुद्ध कौन हैं
🅰️भगवान दूसरों को बोध देने वाले
1️⃣0️⃣जिणाणं जावयाणं का पूरा अर्थ-
🅰️स्वयं संसार सागर से तिरे व अन्य को तारने वाले
*प्रश्न*
*31:12:20*
1️⃣ये तीनों क्या जिसके पास होंगे, उसके पापों की निर्जरा होगी।
🅰️ज्ञान,विवेक,श्रध्दा
2️⃣कौन सेजीवों के लिये ये निर्विकल्प सत्य है।
🅰️मोक्ष सुख की इच्छा रखने वाले
3️⃣कितनी सीढियां हैंऔर कोई 1 सीढ़ी बताइये
🅰️6सीढियां,दान करना
4️⃣तिण्णाणं का अर्थ*
🅰️भगवान दुष्कर संसार सागर से तिर चुके हैं
5️⃣आज हमें मार्गदर्शन देने के लिए कौन है
🅰️गुरु भगवंत
6️⃣कौन सी देशना से तिराते हैं।
🅰️धर्म देशना
7️⃣कौन सा भव ही ऐसा है, जहां से हम भव सागर को पार कर सकते हैं
🅰️मनुष्य भव
8️⃣केवलज्ञान की प्राप्ति के बाद किसका मोक्ष तो निश्चित ही होता है।
🅰️परमात्मा का
9️⃣*तिण्णाणं तारयाणं का पूरा अर्थ*
🅰️स्वयं तिरते हैं ओरो को तिराते हैं
1️⃣0️⃣पुरुषार्थ कार्य करते रहो तथा --–---और -------- का सहारा लो।
🅰️विश्वास,सच्चाई
*प्रश्न*
*1:1:21*
1️⃣कौन से गुणस्थान सेदोषसागर से पूर्णतया तीर जाते हैं।
🅰️बारहवें
2️⃣कौन से गुणस्थानक के अंत में परमात्मा मोह के परम विजेता बनते है
🅰️दसवें
3️⃣ किस ज्ञान से जीवादि तत्त्वों को जानते हैं।
🅰️प्रत्यक्ष ज्ञान से
4️⃣बुद्धाणं का अर्थ क्या है।
🅰️भगवान स्वयं सभी तत्वो का संपूर्ण बोध प्राप्त कर चुके हैं
5️⃣प्रभु को मोचक क्यों कहा गया है
🅰️अभ्यन्तर बंधन से स्वयं भी मुक्त हैं और औरो को भी मुक्त करते हैं
6️⃣कितने तत्व का ज्ञान देते हैं
🅰️नव तत्व
7️⃣अरिहंत परमात्मा की क्या विशेषता है
🅰️सच्चे ज्ञान का बोध स्वयंभू प्राप्त है
8️⃣बुद्ध ओर बोधक भी कौन कहलाते हैं।
🅰️अरिहंत परमात्मा दयालु और कृपावान होने के कारण
9️⃣ मुत्ताणं मोयगाणंका पूरा अर्थक्या है
🅰️कर्म से मुक्त हुए और अन्य को कर्मो से मुक्त कराने वाले
1️⃣0️⃣बोहयाणं का अर्थ
🅰️ भगवानअन्य जीवों को तत्व ज्ञाता बनाते हैं
*2:1:21*
*प्रश्न*
1️⃣कौनसे पुण्य के अनुभव स्वरूप तीर्थंकर नाम कर्म का उदय होता है।
🅰️प्रकृष्ठ
2️⃣जिनके पंचकल्याणक नही होता , समवशरण नही लगता वह कौन से केवली होते हैं
🅰️सामान्य केवली
3️⃣माँ मरू देवा किसकी दादी जी थी
🅰️भरत चक्रवर्ती जी की
4️⃣उपसर्ग केवली किन्ही दो के नाम लिखे*
🅰️गजसुकुमाल जी,कुल भूषण,देशभूषण जी
5️⃣केवलज्ञान के दो भेद कौन से हैं
🅰️भवस्थ,अभवस्थ
6️⃣मूक केवली कौन हुये
🅰️भरत चक्रवर्ती के 923पुत्र
7️⃣अनुबद्ध केवली कौन हुए
🅰️गौतम स्वामी
8️⃣2अभवस्थ केवल ज्ञान किसे कहते हैं
🅰️सिध्द आत्मा के केवलज्ञान को
9️⃣14 वे गुणस्थान वर्ती कौन सा केवल ज्ञान होता है
🅰️अयोगी केवली
1️⃣0️⃣मरुदेवी मां कौन सी केवल ज्ञानी बनी
🅰️अंतकृत केवलज्ञानी
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