बच्चे परबिटू ,पल्लवी पर कविता
 एक औरत को मातृत्व सुख देते है ,बच्चे, एक औरत को माँ की गौरवशाली पदवी देते है, बच्चे जिंदगी की नियामत बच्चे ही तो है  वृद्धावस्था  की लाठी बच्चे ही तो है बच्चों से ही  तो माँ  होती है वजूद हमारा तुम से ही है बच्चों आबाद रहो  हमेशा हमारे साथ भी  हमारे  बाद भी    कभी जिंदगी में   तुम्हारी ,ख़त्म न हो  सिलसिला खुशी का प्यार का । वो लम्हा कभी  बेजार नहीं होता जिस लम्हे में शामिल हो तुम मेरीदुनिया को रोशन करने के लिए  चिराग  चाहा मैंने रब ने जिसेअदा फ़रमाया  वो हो तुम भले ही मेरी गोद तुम्हारे लिए छोटी है लेकिन मेरे दिल में समाए हो पूरे तुम मेरी जिंदगी  में सबसे ज्यादा बेशकीमती हो। तुम हर दिन  हमारे चेहरे पर मुस्कान  और हमारे दिल को खुशी देते हो तुम तुम्हें होंठों की हंसी मुबारक हो, तुम्हें जन्मदिन की खुशी मुबारक हो, ...  तेरा नाम लिखूं नीले आसमान पे, ...  विपुल यह जन्मदिन मुबारक हो तुम्हारा, ...  निकली दिल से ये दुआ हमारी, ...  दुनिया में जहां भी रहो,  खुशियों से भर जाए ...