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मार्च, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वह कौन था

  🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* 🦚🌼🌻🌹🦚🌼🌻🌹🌻🌹🦚 🪁🪁🪁🪁🪁🪁🪁🪁🪁🪁🪁 1️⃣ वे कौन थे, जिन्हे दो मासा सोने के निमित्त से वैराग्य आया❓ 🅰️ कपिल ब्राह्मण 2️⃣ वह कौन थे जिनको जंगल में मुनि के उपदेश मिला था❓ 🅰️संयति राजा 3️⃣ वह कौन थे जिनकी 8 वंश परंपरा मोक्ष में गई❓ 🅰️ भरत चक्रवर्ती जी 4️⃣ वह कौन थे जिन्होंने रूप का मद किया❓ 🅰️ सनत चक्रवर्ती जी 5️⃣ वह कौन थे जो श्रावक अवस्था में शास्त्रों के "कोविद" माने गए थे❓  🅰️ पालित श्रावक 6️⃣ वह कौन थे जिन्हें जीव जीव का भक्षण कर रहा है यह देख कर वैराग्य उत्पन्न हुआ❓ 🅰️ जय घोष मुनि जी 7️⃣ वह कौन थे जो गुफा में बैठे थे दृश्य देखकर भावों से पतित हुए❓ 🅰️रथनेमी जी 8️⃣ वह कौन थे जिन्हें इंद्र ध्वज देखकर वैराग्य आया❓ 🅰️ दुर्मुख राजा 9️⃣ वह कौन थे जिन्हें सांप देखने के निमित्त से जाति स्मरण ज्ञान हुआ❓ 🅰️ हरीकेशी मुनि 🔟 वह कौन थे जिन्होंने शिकारी(संयती राजा) के हृदय को बदला था❓ 🅰️गर्दभाली मुनि 1️⃣1️⃣ वह कौन थे जिनके पत्नी ने पति को कहा था कि धर्म के अलावा कोई रक्षा नहीं करेगा मर जाओगे सब कुछ छोड़ कर दिक्षा ले लो❓

हादसे ओर जिंदगी

 कभी हादसों के बीच  से कभी मुस्कान ले कर आंख मिचौली खेल भी आई  तो क्या  हादसों ने मुझे ढूंढ़ ही लेते है बहुत सहज कर रखे हैं हादसे दुनिया की नजर से बचा कर पर अंदर ही अंदर हुक सी उठती हैं उसका क्या करूं जिंदगी निर्णय लेने में ही गुजर गई  पर बहुत समझदारी से लिये भी बहुत से निर्णय पर समय की मार रोक न पाई

पांच क्या क्या होते है

 पाँच क्या-क्या होते हैं - *🙏 स्वाध्याय पाँच के अंक से 🙏* 🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥 *29-04-21        2️⃣1️⃣* *प्रस्तुति –* सुरेश चन्द्र बोरदिया भीलवाड़ा *126. पाँच पापों में प्रसिद्ध है –* 1. हिंसा में - धनश्री, 2. झूठ में    –    *सत्यघोष,* 3. चोरी में    –     *तापस,* 4. कुशील में   –   *यमपाल,* 5. परिग्रह में   –  *श्मश्रु नवनीत ब्राम्हण* *127. पांच मिथ्यात्व –* 1.विपरीत मिथ्यात्व , 2.एकान्त मिथ्यात्व ,  3.विनय मिथ्यात्व  ,  4.संशय मिथ्यात्व   ,  5.अज्ञान मिथ्यात्व । *128. प्राकृत भाषा के पाँच भेद –* 1.मागधी,  2.अर्धमागधी,  3.शौरसैनी,  4.पैशाची,  5.चूलिका। *129. पाँच समझने योग्य बातें –* 1.मिथ्यात्व का  वमन, 2.सम्यक्त्व का उत्पन्न, 3.कषायों का शमन, 4.इन्द्रियों का दमन,   5.आत्मानुभव। *130. पाँच त्याग्ने योग्य बातें –*  *1. ककार–*  1.कीर्ति,   2.कंचन,   3. कामिनी,  4. कुटुम्ब,       5. करिश्मा। *2. पकार–* 1. प्रदर्शन,     2. प्रतिष्ठा,   3. प्रतिस्पर्धा,   4. पाप,        5.पैशून्य।  *3. मकार –* 1. मंच,      2. माला,   3. माईक, 4. मान,     5.माया। *131. पाँच ग्रहण करने योग्य बातें–* 1. सम्य

होली

 🌹अंजू की कलम से🌹 रँग जाओ आध्यात्मिक होली के रंग में  कब तक जलाते रहोगे  होलिका को माफ करो आगे बढ़ जाओ ना, सदियां बीत गई ,कब तक  उसकी बुराई जिंदा कर कर के जलाओगे ये कैसी सीख दे रहे हो बच्चों को द्वेष मिटाना ,या द्वेष की परिपाटी चलाना बीत गई बात गई सीख जाओ ना शान्ति औऱ त्याग का सफेद रंग ले लो हरा रंग सुरक्षा का  केसरिया रंग देश भक्ति का तो धानी रंग खुशहाली का ले लो ना मानस में मनन करो इन रंगों का इन रँगवत हो जाओ ना कब तक जलाओगे होलिका को बद पर सत्य की विजय का कब तक जश्न मनाओगे  एक बार स्वंय के  बद को जलाओ ना बड़ी बड़ी बातें नहीं  छोटे छोटे प्रयोग करो ना कहदे कोई तुमको गलत एक बार विचार करो ना गलती मान कोई तुम्हें अपने गले लगाये पीछे हुई गलतियों को गिनवाओ मत ना हुई गर तुमसे कोई गलती साहस दिखा कर माफी उससे माँग लो ना कोई दे तुम्हें भ्र्ष्टाचार करने का मौका फिर भी तुम सत्य पर अडिग रहो ना औऱ बहुतेरे प्रयोग है आज़माओ ना अब इस होलीमें होलिका दहन नहीं प्रेम की ज्योत जलाओ ना हम आपके हो लि ये कह कर एक दूसरे को गले लगाओ ना कुछ अलग होली मनाओ ना ऐसी होली मुबारक हो ,🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 .  🔴🟠🌞🟡🔵 *सूरज