पहेलियां
ता:-. 29 - 01 - 2020
Anju Ji Golchha
1⃣मुझे कभी स्वप्न नहीं आते
नींद ही नही आती
तो स्वप्न कैसे आते?
🅰अरिहंत भगवान
2⃣हम सदा साथ रहते पर नहीं किसी से झगड़ते लड़ते नहीं?
🅰सिद्ध
3⃣हम पांच है ,पर चार बोलते है एक कौन है मौन ?
🅰नमस्कार महा मन्त्र में सिद्ध
4⃣मैं गया माँ के पास गौचरी लेने
पर माँ ने तो पहचाGना ही नहीं?
🅰शालिभद्र जी
5⃣मां के आँसू के कारण मैं वैरागी बना?
🅰गोपीचंद्र
6⃣पद्मावती नाम हैं मेरा किस तीर्थंकर की प्रथम शिष्या थीं?
🅰अनन्त नाथ जी
7️⃣सृजन औऱ विसर्जनहैं
हम दो विरोधा भाषी है।
जीवन मे लगे रहते दोनों का नाम बताओ?
🅰जनम मरण
8⃣मैंने कामवासनाओं मे हो लिप्त
किया सदाचारी को कलंकित?
🅰अभया रानी
9⃣मैं रूप लावण्य में खो गया
रिश्ते की मर्यादा भूल गया
भाभी ने जाग्रत किया तो संभल गया?
🅰रथनेमि
1⃣0⃣मैंने प्रजा के हित के लिये पत्नी का त्याग किया?
राम
1⃣1⃣एक पक्षी रहे बिना शिर के, पंख रहे हजार।
उड़ न सके ओ फिर भी ,लगा रहे बाजार।।
किताब
1⃣2⃣देखा तो पहना नही,पहना है तो देखा नहीं
क़फ़न
1⃣3⃣नौ दुवार का पिंजरा
जिसमें पक्षी रहता है द्वारा खुले हैं
फिर भी नहीं उड़ ता
उड़ जाता तो अचरज नहीं था
जीव /आत्मा
1⃣4⃣कितने तीर्थकर जन्मे
नगर अयोध्या ख्यात है जग में
🅰आदि नाथ जी , अजीत नाथ अभिनन्दन जी सुमति नाथ जी
औऱ अनन्त नाथ जी
1⃣5⃣1. कौनसें तीर्थंकर परमात्मा को केवलज्ञान शकटमुख उद्यान मे हुआ था ??
🅰आदि नाथ जी
1⃣6⃣लोगस्स में कितनी बार वंदे औऱ कितनी बार वन्दामि आती हैं
🅰3 बार वंदे औऱ 2 बार वन्दामि
1⃣7️⃣दो दण्डक के जीव ही कर सकते हैं
🅰सामयिक
1⃣8⃣प्रश्नः3. जैन धर्म का प्रथम अधिवेशन कहां तथा किसकी अध्यक्षता में हुआ?
🅰पाटलिपुत्र में तथा स्थूलभद्र की अध्यक्षता में।
1⃣9⃣ जैन धर्म के आध्यात्मिक विचार किससे प्रेरित है ?
🅰. सांख्य दर्शन
2⃣0⃣. जैन धर्म को दक्षिण भारत ले जाने का श्रेय किसे दिया जाता है?
🅰भद्रबाहु को।
2⃣1⃣. किस ग्रंथ में महावीर स्वामी के ज्ञान प्राप्त का सविस्तार वर्णन मिलता है?
🅰 कल्पसूत्र
2⃣2⃣राम रावण किस तीर्थकर के समकालीन थे
🅰 मुनि सुव्रत नाथ
🕉अंजू से इस अंजुमन(आप जैसे सितारों की महफिल ) में
किंचित भी गर गुस्ताखी हो हुई।
अल्प ज्ञानी हूँ मै, कि अज्ञान से ज्ञान की विराधना हो हुई ।।,
करबद्ध🙏🏻 माफ़ी चाहती हूं ।
माफ करेंगे अवश्य ये विश्वास रखती हूँ।।
माफ करना प्रबुद्ध जन,
माफ करना सभी सुधि जन।
निकाल सकते हो त्रुटि बुरा नहीं मानूँगी
अबोध हूँ इस क्षेत्र में
ऐसे ही तो सीख पाऊँ गी
औऱ आप लोगों जैसी गुणी बन पाऊँगी
🙏🏻जै जिनेन्द्र🙏🏻
🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉
अर्हम
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*पाठशाला👉🏼🎋 अंजू जी गोलछा 🎋*
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