राखी का सन्देश
राखी का सन्देश दुनिया की तल्खियों , रूसवाइयों से रहे अलायदा मेरा भैया , बहना ने यही अरमान , धागे में है पिरोया बस बन गई प्रेम की सौदाई , मांग रही रब से , तेरे लबों की हंसी तुम्हारी हर कामना , मंगल - टीके में भर लाई राखी का त्योंहार ,कहाँ हम कहाँ तुम, पर रेशम के धागे है -स्मृति के आधार इन धागों को सजा लेना- कलाई में, ,कितना संजीदा रिश्ता है-संजो लेना दिल में , और आहिस्ता आहिस्ता उड़ेल देना भावनाओ का सागर नयनों के गागर में। बस जब तक ---------------- युहीं हम बसे रहे एक दूजे के अहसासों में , बस तब तक ============ मिल जाया करेगा , मुझे मेरा उपहार तुम्हारे प्यार में रेशम के मामूली धागों ने नया , आयाम रच दिया , गैर के हाथों में बंध के भी वात्स्लीय ,छलका दिया . बंध गया जिस हाथ में ,एक रिश्ता बना दिया राखी के साथ जुड...