संदेश

मई, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

देव गति पूरी

 *🙏आज की सामान्य जानकारी🙏* ************************** *क्रमशः---*  *वैमानिक देव के दो भेदः-* *मायी मिथ्थादृष्टि और अमायी सम्यग्दृष्टि। मायी मिथ्थादृष्टि इन निर्जरा पुद्गलों को जानते देखते नहीं हैं किन्तु उनका आहार करते हैं। अमायी सम्यग्दृष्टि के दो भेद- अनन्तरोपपन्न और परम्परोपपन्न। अनन्तरोपपन्न अमायी सम्यग्दृष्टि देव इन निर्जरा पुद्गलो को जानते देखते नहीं हैं किन्तु इनका आहार करते हैं। परम्परोपपन्न अमायी सम्यग्दृष्टि के दो भेद- पर्याप्त और अपर्याप्त। अपर्याप्त परम्परोपपन्न अमायी सम्यग्दृष्टि देव निर्जरा पुद्गलों को जानते देखते नहीं हैं किन्तु इनका आहार करते हैं। पर्याप्त परम्परोपपन्न अमायी सम्यग्दृष्टि देव के दो भेद- उपयोग सहित और उपयोग रहित। उपयोग रहित निर्जरा पुद्गलों को जानते देखते नहीं हैं किन्तु उनका आहार करते हैं। उपयोग सहित इन निर्जरा पुद्गलों को जानते देखते हैं और इनका आहार करते हैं।* *👏तत्व केवली गम्य👏* आभ्यंतर परिषद के देव- 12000 मध्यम परिषद के देव-14000 बाह्य परिषद के देव -16000 अवधि ज्ञान नरक के नीचे तक आठ कृष्णराजी,,,,,,,,,✍🏼,,किशोर शाह राजी,==शिला,/रेखा, भग...

भाव

 🤔1) भाव किसे कहते है? 😊1) जीव और अजीव की स्वाभाविक और वैभाविक अवस्था को भाव कहते है। 🤔2) भाव कितने है ? 😊2) छः । 🤔3) कौन कौन से ? 😊3) औपशमिक, क्ष्योपशमिक, क्षायिक, औदेयिक  पारिणामिक और सान्निपातिक भाव। 🤔4) औपशमिक भाव किसे कहते है? 😊4) कर्म के उपशम से होने वाले भाव। 🤔5) क्षायिक भाव किसे कहते है? 😊5) कर्म के संपूर्ण क्षय से होने वाले भाव। 🤔6) क्षयोपशमिक भाव किसे कहते है? 😊6) उदय में आये हुवे कर्म का क्षय और सत्ता में रहे हुवे का उपशम करने से होने वाले भाव । 🤔7) पारिणामिक भाव किसे कहते है? 😊7) स्वभाव से ही रहने वाले भाव।(स्वाभाव में ही परिणत होते रहना जैसे भव्यत्व) 🤔8) औदयिक भाव कैसे कहते हैं? 😊8) कर्मो के उदय से होने वाले भाव। 🤔9) सान्निपातिक  भाव किसे कहते है? 😊9) उपयुर्क्त औपशमिक आदि पांच भावो में से दो तीन चार या पांच भावो के संयोग से होने वाले भाव। 🤔10) उपशम भाव कितने कर्म में पाया जाता है? 😊10) एक मोहनीय कर्म । 🤔11) क्षयोपशमिक भाव कौन से कर्म में पाया जाता है? 😊11) चार घाती कर्म। 🤔12) क्षायिक भाव कौन से कर्म में पाये जाते है? 😊12) आठो कर्म...

५०० की संख्या के प्रश्न उत्तर

  ५०० की संख्या के प्रश्न उत्तर  प्रश्न १ 📚 ५०० धनुष शरीर प्रमाण वाला प्रथम राजा कोन हुये ⁉️ उत्तर 📚 ऋषभदेव जी  प्रश्न २ 📚 ५०० सिंहासन किस मंत्री ने बनाये ⁉️ उत्तर 📚 वस्तुपाल मंत्री  प्रश्न ३ 📚 ५०० योजन वाली नदियाँ कौनसी है ⁉️ उत्तर 📚 सीता सीतोदा  प्रश्न ४📚   ५०० गाँवों का स्वामी कोन था ⁉️ उत्तर 📚 श्रीधर राजा प्रश्न ५ 📚 ५०० धनुष शरीर प्रमाण वाली दो बहिनें कौन हुई ⁉️ उत्तर 📚ब्राह्मी  सुन्दरी प्रश्न ६ 📚 ५०० पाडओ का हर रोज़ वध करने वाला कौन ⁉️ उत्तर 📚 काल सोरिक कसाई  प्रश्न ७ 📚 ५०० घोड़े और भैंसे किस के संघ में थे ⁉️ उत्तर 📚 गुणराज श्रावक के प्रश्न ८📚५०० महल अपनी पुत्र वधुये के किसने बनवाया ⁉️ उत्तर 📚 अदीनशत्रु राजा ने  प्रश्न ९ 📚 ५०० हल वीरप्रभु के किस श्रावक के पास थे ⁉️ उत्तर 📚 आंनद श्रावक  प्रश्न १० 📚 ५०० द्रमक हररोज कोन दान देता था ⁉️ उत्तर 📚 अंबड श्रावक  

कोणीक राजा

 * 1️⃣ कोणीक राजा के माता पिता का नाम क्या था 🅰️ चेलना रानी श्रेणीक राजा  2️⃣कौणीक राजा माता की कुक्षी मे आये तब कौनसा स्वप्न देखा था  🅰️ भयंकर काला नाग (सिंह)  मुख मे से उदर मे प्रवेश करते हुवे 3️⃣ कोणीक राजा की प्रमुख पटरानीयो के नाम क्या है  🅰️ पद्मावती जी धारिणी जी सुभद्रा जी  4️⃣कौणीक राजा के पुत्र का नाम क्या था  🅰️ उदायी जी  5️⃣ प्रभु के कौनसे भक्त राजा ने अपने पिता को कारागृह मे डाला था  🅰️ कौणीक राजा ने पिता श्रेणीक राजा को  6️⃣ हार और हाथी के लिये किसके बीच युद्ध हुआ था  🅰️  कौणीक राजा और हल वीहल्ल जी के बीच  7️⃣ कौणीक राजा कीनके परम भक्त थे  🅰️ महावीर स्वामी जी  8️⃣ कौणीक राजा मरकर कहा उत्तपन्न हुए 🅰️ छठी नरक  9️⃣ कौणीक राजा की मृत्यु हुई तब कौनसे आचार्य का धर्म शासन चल रहा था  🅰️ आचार्य सुधर्मा स्वामी जी  1️⃣0️⃣ कौणीक राजा ने कितनी माताओं को दीक्षा लेने की अनुमति दी  🅰️काली आदि 10 माता

जनरल 37

 * 🦚 *टॉपिक -: जनरल*🦜 *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* 🦚🌼🌻🌹🦚🌼🌻🌹🦚 1 कार्योत्सग तप किसने किया? A गजसुकुमाल मुनि 2 प्रभु वीर के पास से देव दुष्य की मांग किसने की? A सोमदेव ब्राम्हण 3 मोक्ष प्राप्ति के दो उपाय कौन से? A ज्ञान,क्रिया 4 एक दोष,जिसकी वजह से चौदह पुर्विधर भी निगोद की यात्रा कर लेते है? A प्रमाद 5 एक कर्म जो जीवन मे सिर्फ एक बार ही बंधता है? A आयुष्य 6 वर्षीदान के समय कौन प्रभु वीर को  थकान न हो इसका ध्यान रखता था? A सौधर्म इंद्र 7 श्रेणिक राजा को प्रभु वीर से मिलाकर धर्म मे जोड़ने वाले कौन A अनाथी मुनि 8 भरत क्षेत्र के लोगो के लिए मोक्ष का द्वार किसने बांधा? A जम्बू स्वामी 9 धर्म के दो प्रकार कोनसे? A श्रुत धर्म,चरित्र धर्म 10 रसपरित्याग तप किसने किया? A सुंदरी ** 🦚 *टॉपिक -: जनरल*🦜 *〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️* 🦚🌼🌻🌹🦚🌼🌻🌹🦚 1️⃣  नवकार मंत्र का शास्त्रीय नाम क्या है 🅰️ पंच मंगल महाश्रुत स्कंध 2️⃣ कौनसे तीर्थंकर को केवलज्ञान शकटमुख उद्यान मे हुवा 🅰️ आदिनाथ भगवान 3️⃣दर्शन मोह की कितनी प्रकृत्तिया है 3️⃣ तीन 4️⃣ नाम कर्म की जघन्य स्थिति कितनी है 🅰️ 8 मुहुर्त 5️⃣ नाम कर्म की...

हरि वंश की उत्पत्ति

 20वें तीर्थंकर श्री मुनिसुव्रत स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव तिथि ज्येष्ठ कृष्णा अष्टमी एवं मोक्ष कल्याणक  तिथि ज्येष्ठ कृष्ण नवमी,  वि सम्मत 2546,  शुक्रवार,शनिवार, दिनांक 15/05/2020 एवं 16/05/2020. आप सभी को प्रभु का दोनों कल्याणक मांगलिक रहे।  तीर्थंकर श्री मुनिसुव्रत स्वामी का परिचय एवं पुर्व भव।  जंबुद्वीप के अपरविदेह क्षेत्र में भरत नामक विजय में चंपा नामक एक विशाल नगर था। यहाँ राजा सूरश्रेष्ठ का शासन था। वह अत्यंत पराक्रमी एवं संयमी, दयालु राजा था। एक बार नंदन नामक मुनि नगर में पधारे। राजा भी दर्शन वंदन हेतु उनके पास गये, वहाँ देशना सुनकर राजा वैराग्य वासित बने।और उन्हीं के पास दिक्षा ली। अर्हंत की भक्ति एवं जपतप आराधना कर बीस स्थानको में से कई स्थानको की आराधना कर तीर्थंकर नामकर्म का उपार्जन किया। राजमुनि सुरश्रेष्ठ ने यहाँ आयुष्य पुर्ण कर प्राणत देवलोक में देव बने। वहाँ से च्यव कर वह हरिवंश में अवतरित हुए।       हरिवंश की उत्पत्ति का भी रोचक इतिहास है यहाँ पर संक्षिप्त में बताउँगा।        जंबुद्वीप के भरतक्...

*धन्य तपस्वी

 सही जबाब 🏅🏅🏅🏅            🌺 1️⃣ * पूर्वभव में किस चक्रवर्ती ने वर्धमान आयंबिल तप की आराधना की * ???*  🅰1️⃣ सनत्कुमार चक्रवर्ती ने  🌺2️⃣ * केवल चावल साठ हजार वर्ष तक खाकर एक भवावतारी बने* ???*  🅰️2️⃣  तामली तापस  🌺3️⃣ * छह हजार साल तक किस मुनि ने तप किया था  ??*  🅰3️⃣ विष्णुकुमार मुनिजी ने  🌺4️⃣ * पाँच सौ आयंबिल एकांतर किसने किये थे ???*  🅰4️⃣ सुलस श्रेष्ठि ने  🌺5️⃣ * 44 दिन तक उपवास अभिग्रह न फलने से किसने किये थे ??? *  🅰5️⃣  पूज्य रोडमल जी महाराज ने  🌺6️⃣ * अठाई के पारणे अठाई तप एवं छह विगय का त्याग जीवन पर्यंत किसने किया था ???*  🅰6️⃣ वीराचार्य ने  🌺7️⃣ * 96 माह तक अखण्ड आयंबिल तप किस आचार्य ने किया था  ??*  🅰7️⃣  सिद्धसेन दीवाकर ने  🌺8️⃣ *बेर के चूर्ण से 120 उपवास का पारणा किसने किया था  ??*  🅰8️⃣ भगवान महावीर ने  🌺9️⃣ * 34 पारणे एक साल में कर उग्र तप किसने किया था  ??*  🅰9️⃣  कृष्णसूरिश्वर जी  🌺🔟...