आनन्दा

 श्री आनंदा पार्श्वनाथ 


प्रथम नजर में प्रतिमाजी के दर्शन

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उंबरी गाम के मध्य में एक मनोहर घुंमटबंध जिनालय में श्वेत पाषाण के श्री आनंदा पार्श्वनाथ परमात्मा पद्मासन में बिराजमान है । 11 ईंच ऊंचे इस प्रतिमाजी के मस्तक के उपर सात मनोहर फणे है । फणों के साथ 13 ईंच ऊंचे यह प्रतिमाजी 9 ईंच चौड़े है । दर्शनार्थियों के ह्रदय मंदिर में आनंद के दीपक को प्रकाशित करती यह परमात्मा की मनमोहक मुद्रा दर्शनीय है । 


अतीत की गहराइयों में एक डूबकी


श्री आनंदा पार्श्व प्रभु के इस अज्ञात तीर्थ के इतिहास को जानने के लिए कोई विशेष प्रमाणभूत साधन उपलब्ध  नहीं है ।इस प्रतिमाजी के नामकरण में उनके भीतर रहे हुए प्रभाव एवं  चमत्कारों की कई घटना जुड़ी हुई हैं ,  परंतु उन सभी को जानना मुश्किल है । अनगिनत उलझनों के बीच मे जीवन बिताने वाले संसारी जीव भी इस परमात्मा के मनोहर मुखारविंद के दर्शन कर  दुःख की छाँव में से मुक्त बन कर परम आनंद की अनुभूति करता है । भव्य जीवों के हृदयप्रांगण में आनंद की महक को महेंकाते यह पार्श्वप्रभु का आनंदा नाम सार्थक है । 

बनासकांठा ज़िले में आया यह तीर्थ बहुत ज़्यादा प्राचीन नही जान पड़ता है , परंतु श्री आनंदा पार्श्वनाथ की प्रतिमाजी बहुत ही प्राचीन होने का मानना सुसंगत है । अनेक प्राचीन रचनाओं में श्री पार्श्वप्रभु का आनंदा  नाम का उल्लेख मिलता है । 

उंबरी गाँव में वि.सं. 1904 की साल में यह घुंमटबंध जिनालय का निर्माण कर परमात्मा को गादीनशीन करने में आया तत्पश्चात्  सं. 2014 की  साल में जिनालय का जीर्णोद्धार हुआ और  सं. 2014 के महा वद 7 के शुभ दिन पू. आ. श्री जंबुसूरीश्वरजी म.सा.के पुनित हस्ते यह जीर्णोध्धृत जिनालय की प्रतिष्ठा करवाने मे आयी । 


परमात्मा के तीर्थ की पहचान 


श्री आनंदा पार्श्वनाथ परमात्मा का यह तीर्थ उंबरी पाटण से राधनपुर के मार्ग में आया हुआ है । बनास कांठा ज़िले के कांकरेज तालुका का यह गाँव 5,000 की जनसंख्या वाला है । जैन समुदाय के 17 घर खुल्ले है तथा एक उपाश्रय भी है । पाटण , भिलडियाजी , राधनपुर आदि तीर्थ निकट में आये हुए हैं । 


स्तुति 


आनंदना दातार पामी, पार्श्व आनंदा तने; हे उंबरी भूषण प्रति तो, वात करवा थनगने, भक्ति भरेलुं हियडुं मारुं, नाथ ज्ञाने निहाळीने; कीरपा करी भवथी उगारो, हाथ मारो झालीने…..


जाप मंत्र


ॐ ह्रीं अर्हं,श्री आनंदा पार्श्वनाथाय नमः 


पता 


श्री श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन संघ 

मुं. उंबरी , ता. कांकरेज , जि. बनास कांठा

फोन नम्बर :-

पूजारी सोमाभाइ -99139 17420

भोजनशाला -97240 24057

पेढी- 02748 - 235126

           02748 - 235130

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