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(1)आचार्य स्थूलिभद्र जी ने जिस वेश्या के यहां चातुर्मास किया उसका नाम क्या था?
उ-कोशा वैश्या

(2)रत्न कम्बल किससे बनता है?
उ- अग्नि में उत्पन्न चूहे के बालों सै निर्मित होता है।

(3) एक ही दिन में एक भगवान
के दो कल्याणक हुए?
उ- मल्लिनाथजी के दीक्षा और केवलज्ञान कल्याणक एक ही दिन हुए

(4) आदिनाथ दादा के पूर्व भव में वैध्य भाव का नाम?
उ-जीवानंदजी

(5) भगवान एक वर्ष में
कितना दान देते है ?
उ-3अरब 88 करोड़ 80लाख
(1)ऋषभदेव प्रभु जी के वंश का नाम क्या था?
उ-इक्ष्वाकु वंश

(2)शत्रुन्जय का सबसे पहला संघ किसने निकाला?
उ-भरत चक्रवर्ती ने

(3)चक्रवर्ती की सेवा में कितने देवता होते है?
उ- 16,000 देवता

(4)बलदेव कितने होते है?
उ-बलदेव 9होते है।

(5)अकस्मात वर्षा होने पर 12योजन लम्बी सेना का रक्षण किससे होता है?
उ- छत्र रत्न से

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🙏� प्रेषक-भरत एन.कोठारी🙏�
भायंदर /कोसेलाव *मो.-9892408771*

🙏�आज दि.16-10-20के प्रश्न- उत्तर🙏�

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(1)पाँचवे आरे के अंत में संघ मे कौन कौन होंगे?
उ-दुप्पहसूरी आचार्य जी,फल्गु साध्वी,नागिल श्रावक और स्तयश्री श्राविका ।

(2)इक्षु रस का काल कितना है?
उ-दो प्रहर

(3) समिति तथा गुप्ति में क्या अंतर है ?
उ-समिति में सत्क्रिया का प्रवर्तन मुख्य है और गुप्ति में असत्क्रिया का निषेध मुख्य है ।

(4) अष्टप्रवचनमाता किसे और क्यों कहा गया है ?
उ- 5 समिति तथा 3 गुप्ति, ये आठ प्रवचन माता कही जाती है । इन आठों से ही संवर धर्म रुपी पुत्र का पालनपोषण होता है । इसलिये इन्हें प्रवचनमाता कहा गया है ।

(5) परिषह किसे कहते है ?
उ-‘परिषह’ शब्द परि+सह के संयोग से बना है । अर्थात् परिसमन्तात् – सब तरफ से, सम्यक् प्रकार से, सह-सहना, समभावपूर्वक सहन करना परिषह कहलाता है ।
(1)अपने भाई विशाखानंदी जी का नियाणा मे अहित सोचा?
उ-विश्वभूति जी

(2)अहंकार के कारण अपनी ही पुत्री को कोढी के साथ परणाया ?
उ-प्रजापाल राजा जी
(मयणा सुन्दरी जी को)

(3)पिता शकडाल मंत्री का राज्यसभा मे खून कर दिया?
उ-श्रीयक जी

(4)राज्य के लोभ मे सगे काका की हत्या करदी
उ-अजयपाल जी
कुमारपाल जी की

(5)पूर्व भव के वैर के कारण मैने अपने पुत्र मुनी का भक्षण किया
उ-सुकोशल मुनि

(1)द्वेष की वृध्दि किसने की?
उ-नमुचि प्रधान

(2)द्वेष की शुद्धि किसने की?
उ-प्रसन्नचंद्र राजर्षि

(3)अभ्याख्यान की वृद्धि किसने की?
उ-अभया रानी

(4) पैशून्य की वृद्धि किसने की?
उ-शूर्पणखा

(5) माया मृषावाद की वृध्दि किसने की।
उ-सूर्यकांता रानी

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🙏 प्रेषक-भरत एन.कोठारी🙏
भायंदर/कोसेलाव
मो.-9892408771

✍🏼पोस्ट में कोई चेंज ना करे ।अदत्तादान का पाप लगता है जैसी है वैसी ही पोस्ट करें 🙏⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛

🙏 आज दि.13.10.20के प्रश्न- उत्तर 🙏

(1)द्वेष की वृध्दि किसने की?
उ-नमुचि प्रधान

(2)द्वेष की शुद्धि किसने की?
उ-प्रसन्नचंद्र राजर्षि

(3)अभ्याख्यान की वृद्धि किसने की?
उ-अभया रानी

(4) पैशून्य की वृद्धि किसने की?
उ-शूर्पणखा

(5) माया मृषावाद की वृध्दि किसने की।
उ-सूर्यकांता रानी

📚📚📚📚📚📚📚📚📚📚📚
🙏 प्रेषक-भरत एन.कोठारी🙏
भायंदर/कोसेलाव
मो.-9892408771

✍🏼पोस्ट में कोई चेंज ना करे ।अदत्तादान का पाप लगता है जैसी है वैसी ही पोस्ट करें 🙏⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛⌛

🙏�आज दि.12-10-20के प्रश्न- उत्तर🙏�

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(1) चौदहवें गुणस्थान की स्थिति कितनी है?
उ- 5 हस्व अक्षर उच्चारण जितनी सी (अ इ उ ऋ लृ)

(2) अंतिम शुक्ल ध्यान ध्याते हुए एक साथ क्या करते है?
उ- चार अघाति कर्मों को क्षय कर देते है।

(3)अरिहंत से सिध्द बनने में कितना समय लगता है?
उ- एक समय ।

(4) अतिशय किसे कहते है?
उ-जो सामान्य केवली में न हो, एेसी असाधारण विशिष्टता को अतिशय कहते हैं ।

(5)तीर्थकर का श्वासोश्वास कैसा होता है?
उ-पद्मकमल जैसा सुगंधित होता

(1)समवसरण देखकर सर्वज्ञ बनें?
उ-मरूदेवा माताजी

(2)आताप से अस्थिर बनें, आताप से ही अरिहंत बनें?
उ-अरणिक मुनि

(3)वेश्या को वीर उपासिका बनाई?
उ-स्थूलिभद्र जी ने

(4)भेंट देकर भगवान देखने के भाव हुए?
उ-आर्द्रकुमार

(5)शिष्य की आसक्ति से आराधना अटकी?
उ-खन्दक ऋषि ।

(2)महासिंह निष्क्रिडित तप किसने किया था?
उ-कृष्णा साध्वीजी ने

(3)श्रेणिक महाराजा कि 13 राणीओने संयम लिया था उनके नाम लिखे?
उ-. नंदा, नंदवती, नंदुत्तरा, नंदसेना, मरुता, सुमरुता, महामरुता, मरुदेवी, भद्रा, सुभद्रा, सुजाता, सुमति, भूतदिना

(4)श्रेणिक महाराजा कुल कितनी राणीओने दिक्षा लि? किसके पास?
उ-13 राणी, चंदनबाला साध्वीजी के पास

(5)श्रेणीक महाराजा के कुटुंब में कुल कितनी व्यक्तिओने दीक्षा ली?
उ-58
श्रेणीक के पौत्र 10
श्रेणीक के पुत्र 23
श्रेणीक कि राणी 23
मेघकुमार 1
नंदिषेण 1
गंगदत्त गाथापती ने किसके पास दीक्षा ली?
उ-मुनिसुव्रत स्वामी के पास

(2)गंगदत्त मुनि की बात किस शास्त्र (सूत्र) में आती है?
उ-भगवती सूत्र

(3) प्रश्न के सही उत्तर प्राप्त करके किस श्राविका ने दीक्षा ली?
उ- जयंती श्राविका

(4)कार्तिक शेठ ने कितनो के साथ दीक्षा ली?
उ-1008

(5)प्रत्येक बुद्ध कितने है? कौन कौन?
.उ- चार है। नमिराजर्षि, करकंडु, दुमुख, नग्गई राजा

(1)कौनसे दो भाईयो की सगाई हुई किंतु शादी नहीं हुई थी?
उ-भ.अरिष्टनेमिजी एवं गजसुकुमालजी

(2)राजीमति महासती का जीव कहाँ से च्यव कर आया था?
उ-अपराजित विमान

(3)जिवित बच्चों को जन्म देकर हतभागी कौन बनी रहीं?
उ-देवकी रानी।

(4)अंतकृत केवली किसे कहते है?
उ-जो साधक जीवन के अंतिम समय मे कैवल्य प्राप्त करके मुक्त होते है उन्हें?

(5)गौतमादि 18 मुनियों ने कौनसा तप किया था?
उ-गुणरत्न संवत्सर तप

(1) संयम पद आराधना से महाविदेह में तीर्थंकर बनने वाले राजन?
उ-पुरन्दर जी
केवलज्ञान होने के पश्चात् छ:महिने घर में रहने वाले?
उ-कुर्मापुत्रजी।

(2). पुदगल का परिवर्तन देखकर खुद का परिवर्तन करनेवाला?
उ-अदीनशत्रु राजा।
)ऐसा क्या है जहाँ पर न पहाड़ न पानी
उ-सिद्ध शीला

(2)कितने पाट मोक्ष गये और शासन कितना चला
उ-अस्ख्यांत पाट मोक्ष गये और 50 करोड़ सागर शासन चला

(3)एक सेकंड मे कितनी अवलिका होती है
उ-5825
(1)रावण कौनसे क्षेत्र में तीर्थंकर बनेंगे?
उ-ऐरावत क्षेत्र में

(2) अभवी मरकर कहाँ कहाँ नहीं जा सकतेहै?
उ-अनुत्तर विमान और मोक्ष

(3)अभय कुमार को कितने प्रकार की बुद्धि थी?
उ-चार प्रकार की

(4)संगम देव को सम्यकत्व की प्राप्ति कब हुई थी?
उ-वो अभवी थे।

(5)मनुष्य गति में जीव राशि के कितने भेद?
उ-303
. देव कितने प्रकार की सामायिक कर सकते हैं?
उ-2 ( समकित और श्रुतसामायिक)

(4)नारकी कितने प्रकार की सामायिक कर सकते हैं?
उ-एक (समकित सामायिक)

(5)क्या साधुजी दान दे सकते हैं?
उ-(1)हाँ (भावदान -ज्ञान व्रत आदि)

शंका के कारण साले जी की चमडी उतरवायी राजा का नाम बताये?
उ-पृथ्वीपति राजाजी
(खंडक मुनि जी)

(4)कल्प सुत्र मे श्रेयान्स कुमार का भ.ऋषभदेवजी के साथ कितने भव का साथ बताया गया है?
उ-आठभव का

(5)माया प्रत्ययिकी क्रिया किसे कहते है ? ?
उ- छल-प्रपंच करके दूसरों को ठगना माया प्रतिययिकी क्रिया है । स्वयं में कपट होते हुए भी शुद्ध भाव दिखाना स्वभाव वंचन तथा झूठी साक्षी, झूठा लेख लिखना परभाव वंचन माया प्रत्ययिकी क्रिया है
(2): अंतगड़ दशांग सूत्र का आगम बत्तीसी मे कौन सा स्थान है
उ- आठवाँ अंग सूत्र !
)श्री कृष्णजी के समय भरत क्षेत्र मे कितने शलाधनीय पुरूष थे ?
उ-4 शलाधनीय पुरूष थे !

(5)भ: अरिष्टनेमीजी ने साध्वियो का नेतृत्व किसे सोपा ?
उ-यक्षिणी आर्या को !
(1)द्वेष की वृध्दि किसने की?
उ-नमुचि प्रधान

(2)द्वेष की शुद्धि किसने की?
उ-प्रसन्नचंद्र राजर्षि

(3)अभ्याख्यान की वृद्धि किसने की?
उ-अभया रानी

(4) पैशून्य की वृद्धि किसने की?
उ-शूर्पणखा

(5) माया मृषावाद की वृध्दि किसने की।
उ-सूर्यकांता रानी

(1) चौदहवें गुणस्थान की स्थिति कितनी है?
उ- 5 हस्व अक्षर उच्चारण जितनी सी (अ इ उ ऋ लृ)

(2) अंतिम शुक्ल ध्यान ध्याते हुए एक साथ क्या करते है?
उ- चार अघाति कर्मों को क्षय कर देते है।

(3)अरिहंत से सिध्द बनने में कितना समय लगता है?
उ- एक समय ।

(4) अतिशय किसे कहते है?
उ-जो सामान्य केवली में न हो, एेसी असाधारण विशिष्टता को अतिशय कहते हैं ।

(5)तीर्थकर का श्वासोश्वास कैसा होता है?
उ-पद्मकमल जैसा सुगंधित होता
(3)आंगनमे आये संयमी दामाद को कौन पहचान नहीं पाया?
उ-भद्रामाता धन्नाजी को पहचान नहीं पायी।

(4) महावीरस्वामी के बाद कितनी पाट तक केवलज्ञान रहा? और कितनी पाट तक मोक्ष तक गये?
उ-दो पाट तक।

(5)गोचरी लेने जाते समय गालियाँ किसने खायी ?
उ- अर्जुनमाली।
(5) पहले आरे में शत्रुंजय का माप कितना था ?
उ-80योजन

(1)संयमी जीवन में किस महापुरुष ने सात सो साल तक शारीरिक वेदना सही?
उ-सनतचक्रवर्ती

(2)आम राजा ने किस गुरूदेव का सवा करोड़ स्वर्ण मुद्रा स्व गुरु पूजन किया था?
उ-बप्पभट्ट जी

(3)संयम जीवन ग्रहण करते वक्त कौनसा सूत्र का उच्चारण किया जाता है?
उ-करेमि भंते

(4)मेरे सर पर नाथ’ ये शब्द सुनकर संयमी बनने वाले?
उ-शालीभद्र जी

(5)ग्रहण देखकर* दीक्षा लेने वाले राजा?
उ-कीर्तिधर राजा
(1)एकिँद्रिय अधिक से अधिक कितने सागरोंपम तक कर्म बांधता है
उ-1सागरोंपम तक

(2)बेँद्रिय कितने सागरोंपम तक कर्म बांधता है
उ-25सागरोंपम

(3)असन्नी प्रेँचियँद्रिय कितने सागरोंपम तक कर्म बांधता है
उ-1000सागरोंपम

(4)साधु बिना कारण कुल्ला करे तो क्या प्रायश्चित आता है
उ-लघु चोमसी प्रायश्चित (105)उपवास

(5)पतन का पहला कूपन किसे बत्ताया गया है
उ-परिवार
(1)मंत्री पद की मुद्रिका देख कर चिंतन करते करते दीक्षा लेने वाले?
उ-स्थूलिभद्र जी

(2)एक दिन के चारित्र भष्ट से नर्क नर्क गति पाने वाले मुनि?
उ-कंडरिक

(3)अंतिम दीक्षा लेने वाले राजर्षि ?
उ-उदायन

(4)कौनसा चारित्र जावज्जीव पर्यंत होता है?
उ-सर्वविरती

(5)पत्नी के वचनों से चारित्र में कौन स्थिर हुए?
उ-भवदेव जी
(4)तेजौलेश्या कुशिष्य पर किसने फेंकी
उ-वेषियान तापस

(5)महावीर स्वामी ने अनार्य देश मे कौनसी भूमि पर चातुर्मासकिया
उ-वज्र भूमि
(1)जम्बु द्वीप मे कितने योजन के मच्छ कच्छ पाये जाते हैकितने
उ-कितने 9योजन

(2) लवण समुद्र मे कितने योजन के उत्कर्ष्ठ और जघन्य मच्छ कच्छ पाये जाते है
उ-उत्कर्ष्ठ 500योजन
जघन्य अँगुली के असँख्यात भाग

(3) बेँद्रिय मे कितने योजन की अव्गाहना होती है
उ-12योजन

(4) कलौदधि समुद्र मे कितने योजन के मच्छकच्छ होते है
उ-700 योजन

(5)1000 योजन के मच्छ कच्छ कहाँ मिलते है
उ-स्वयंभुरमण समुद्र में
महावीर स्वामी के 14000 मुनि शिष्यों मे से कितने मोक्ष मे गये और किस आगम मे भगवान ने बत्ताया है
(1) श्रीपाल राजा के पिताजी का नाम?
उ- सिंहरथ राजा

(2)अनागत चौबीसी के भद्रकर तीर्थंकर किस आरे मे होंगे?
उ- सुखमा दुखमा

(3) बाहुबलीजी के पूर्व भव का नाम?
उ-सुबाहुजी

(4) अग्निशर्मा की माता का नाम क्या था?
उ- सोमदेवाजी

(5) स्थुलिभद्र मुनि के उपर ईर्ष्या करने वाले कौन थे?
उ- सिंहगुफा वासी
स से
(2)मुनिसुव्रत स्वामीजी के शासन मे कौनसी सती हुई?
उ-सुभद्राजी
नाग की रवी (मथनी) किसने बनाई?
उ-कृष्ण ने

(1)जिन शासन की शान बढाने संथारा किसने लिया.?
उ- धर्मदासजी म. सा

(2)शासन की निन्दा न हो, इसलिए शंकरजी को किसने प्रणाम किया ?
उ-हेमचंद्राचार्य. जी

(3) किनके शासन में छ: भाइयों ने एक साथ दीक्षा ली?
उ- अरिष्टनेमि जी भगवान

(4)शासन में श्रुत ज्ञान को टिकाने के लिए संघ अाज्ञा किसने शिरोधार्य की ?
उ- भद्रबाहु स्वामी.

(1) मुझे वैराग्य चाचा की अकाल मृत्यु देखकर हुआ था?
उ- लव कुश

(2) मुझे वैराग्य जहां दरवाजा खुला हो वहां जा यह मां के शब्द सुनकर हुआ था?
उ- सिद्धर्षि गणि

(3) मुझे वैराग्य पिता के कठोर शब्द सुनकर हुआ था?
उ- अभय कुमार

(4) मुझे वैराग्य पड़ोसी की हवेली में खुशी और गम का माहौल देखकर हुआ था?
उ-थावच्चापुत्रजी

(5) मुझे वैराग्य छोटे बच्चे के रुदन को देख कर हुआ था?
उ- संत नामदेव और दृढप्रहरी

(3)सौ करोड साधु साध्वी कौनसे भगवान के है?
उ- सीमंधर स्वामीजी

(4) तीसरे आरे मे शंत्रुजय कितने योजन का था?
उ- साठ (60) योजन

(5) कोनिक के पूर्व भव का मित्र कौनसा इन्द्र था?
उ- सौधर्मेन्द्र

(1) किन किन दोषोकि विशुद्धि के लिए प्रायश्चित रूप कायोत्सर्ग किया जाता हे?*

उ-देवसियं लगे हुए दोषो की शुद्धि

निद्रा दोष निवृत्ति

इरियावहि दोष निवृत्ति

प्रतिलेखना दोष निवृत्ति

परिष्ठा पनिका दोष निवृत्ति


(2) तीर्थंकर प्रभु सचेल या अचेल?*,

उ-दोनों अवस्था,

दीक्षा पर देव प्रभु के कंधे पर एक दैवी वस्त्र रखते हे, वह जब तक टिकता हे प्रभु सचेल अवस्था में, उस वस्त्र के गिरने के बाद प्रभु दुबारा वस्त्र ग्रहण नही करते और अचेल अवस्था में रहते है।


(3)वस्तु के किसी एक धर्म का प्रकाशक वचन यानी ……?

उ-नय


(4)स्थविर भगवंतों को उववाइय सूत्र में ……. “कहा गया है ?

उ-थैरा भगवंता


(5) गोबर ग्राम किस देश में था ?

उ-मगध


(1) सिद्धशीला के बारह नाम कौन से है ?

उ-1.ईषत् 2.ईषत्प्राग्भरा 3.तनुत्विका 4.सिद्धि 5.सिद्धालय 6.मुक्ति 7.मुक्तालय 8.लोकाग्र 9.तन्वी 10.लोकस्तूपिका 11.लोकाग्र प्रतिवाहिनी 12.सर्वप्राणभूत सत्य सुखवहा ।


(2) त्रस जीव किसे कहते है ?

उ- वे जीव, जो सुख-दुःख के प्रसंगोमें इच्छानुसार एक स्थानसे दूसरे स्थान पर जा सकते है, वे त्रस जीव कहलाते हैं ।


(3) स्वकाय स्थिति किसे कहते है ?

उ-एक ही पर्याय में जीव जितनी बार जन्म लेता है एवं मरता है, उसे स्वकाय स्थिति कहते है ।


(4)अंगुल का असंख्यातवां भाग किसे कहते है ?

उ- सुई की नोंक जितने स्थान को घेरती है, उस भाग का असंख्यातवां भाग अंगुल का असंख्यातवां भाग कहलाता है ।


(5) एक दण्ड कितने हाथ का होता है ?

उ- दो हाथ का ।

पर्युषण पर्व स्पेशल प्रश्न


(1)……………झुलावे पारणिये ने………….झुले पारणिए ।

उ-त्रिशला माता, वीर कुंवर।


(2)जनम्या…………शिरताज

उ-त्रण भुवन


(3)हालरडू की रचना कौनसे शहर में हुई?

उ-बिलीमोरा


(4)वीर प्रभु मेरे………………है

उ-अखुट करूणानिधान तारणहार


(1) पर्युषण पर्व में चौथे दिन से सातवे दिन तक किसका वांचन होता हे ?

उ-. कल्पसूत्र


(2)संवत्सरी के दिन किसका वांचन होता हे ?

उ- बारसा सूत्र


(3)श्रावक को पर्युषण में कितने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए ? कौन से ?

उ- अमारी प्रवर्तन, साधर्मिक भक्ति, क्षमापना, अट्ठम तप, चैत्य परिपाटी


(4)श्रावक के वार्षिक कर्तव्य कितने हे ? कौन से ?

उ- संघ पूजा, साधर्मिक भक्ति, यात्रा त्रिक, स्नात्र पूजा, देव द्रव्य वृद्धि, महा पूजा, धर्म जागरण, श्रुत पूजा, उपधान, तीर्थ प्रभावना, प्रायश्चित


(5)कल्पसूत्र की प्रथम वाचना कहा प्रारंभ हुई थी ?

उ-आनंदपुर

(1) —— शुद्धि यही प्रस्तुत विधान की मूल दृस्टि हैं?

उ- एषणा


(2)राजपिण्ड के उपयोग से क्या प्रयश्चित आता हैं?

उ- चतुर्मासी प्रायश्चित


(3) कृति कर्म का मतलब क्या है ?

उ-खुद से सयमादिक में ज्येष्ठ और सद्गुणों में ज्येष्ठ श्रमण को खड़े हो कर हृदय पूर्वक स्वागत करना , बहुमान करना , उसकी हित शिक्षा को नत मस्तक स्वीकार करना


(4) 24 तीर्थंकर में कृति कर्म का क्या विधान हैं?

उ- सभी के शासन में ज्येष्ठ को वंदन नमस्कार करते हैं

सर्वकालीक हैं


(5) व्रत का अर्थ क्या है?

उ- विरति


(1) औदेशिक आहार ग्रहण निषेध कौनसे आगम में हैं?

उ- दस वैकलिक , प्रश्न व्याकरण सुत्रकृतांग , उत्तराध्यन, आचारांग , भगवती सूत्र आदि में


(2)श्रमण औदेशिक आहार ग्रहण क्यों नही करते

उ-त्रस और स्थावर जीवो की हिंसा की अनुमोदना होती है


(3) तीसरा कल्प क्या है?

उ-सय्यातर पिंड


(4)विरति किस प्रवृति को रोकती हैं?

उ- असत


(5) पांच महाव्रत कौनसे तीर्थंकर के साधुओं के है?

उ- रुषभदेवजी ओर महावीरस्वामी जी

(1)लौकोत्तर पर्व मे सर्वोच्च स्थान कौनसे पर्व का है

उ-पर्युषण महापर्व


(2)पर्युषण पर्व में देवता कहा जाकर जिनबिम्ब की पूजा तथा उत्सव मनाते है

उ-नन्दीश्वरद्वीप


(3)क्या 2 रे से 23तीर्थंकरो के साधुओं को औदेशिक आहार कल्पता था?

उ-जिसके लिए बनता था उसे नही कल्पता था पर अन्य श्रमण को कलपता था।


(4)सय्या किसे कहते है

उ-वस्ति ,उपाश्रय आदि


(5)सय्यातर किसे कहते है?

उ-श्रमण को सय्या देने वाले गृहस्थ को


(2)कौन संज्ञी मनुष्य संयम नहीं लेता?

उ-युगलिक


(3)एक पैर का धनी सारी दुनिया ढ़के?

उ-कपास का झाड़


(4)आँसू देखकर अभागी कौन बना?

उ-पुरंदरयशा


(5)बिना ताज का बादशाह कौन ?

उ-साधुजी


1.जो आचार्य उपाध्याय एवं गुरु की निंदा करता है वह कोनसा कर्म बांधता है

उ-दर्शनमोहनीय कर्म

(2)ज्ञान का फिक्स फ्रेन्ड?

उ- दर्शन


(3)प्रत्याख्यान का तात्कालिक फल क्या है?

उ- मनपर्यवज्ञान


(4)कौनसे देव स्वभावसे शाप देते हैं?

उ-जृंभक देव


(5)ग्रहन आसेवन की त्रिपदी?

उ- हेय,ज्ञेय, उपादेय

) घेवेर खाते माँस की याद आयी और घेवेर छोड़ा ?

उ-राजा कुमारपाल


(2) कृपन का इग्यारवाँ प्राण कौन सा ?

उ-धन


(3)रथ बीमार सारथी स्वस्थ ?

उ-शरीर आत्मा


(4)अशरन भावना से किसने वैराग्य पाया ?

उ-अनाथी मुनि


(5) स्पर्शेंद्रीय किसमें ज़्यादा तीव्र होती है ?

उ- हाथी


(1)सबसे कम किस भगवान का शासन चला और कितने वर्ष?

उ- पार्श्वनाथजी का 250 साल


(2) श्री मुनिसुव्रत स्वामीजी के शासन मे कौन कौन तीर्थंकर के जीव थे?

उ- रावण और नारद


(3) श्री सुपार्श्रवनाथजी के समय में किसकी आत्मा भावि जिन कि आत्मा थी?

उ- श्री वर्मा राजा


(4) श्री पार्श्वनाथजी के शासन मे किस किसकी आत्मा भावि जिन के रुप मे प्रगट हुई थी?

उ-अखंड, सत्यकि, और आनंद


(5) जहा वीर प्रभु ने 14 चातुर्मास किया वह राजगृही नगरी नालंदापाडा का दूसरा नाम क्या?

उ-आलंभिकानगरी


(1)6 गुण स्थान किनमें पाए जाते हैं?

उ-प्रमादी व प्रथम तीन लेश्या में,प्रथम छः।


(2)सबसे ज्यादा साध्वीजी कौन से तीर्थंकर के हुवे?

उ-अभिनंदनस्वामीजी


(3) सबसे ज्यादा समवसरण किनके हुवे?

उ-आदिनाथजी


(4) सबसे सूक्ष्म पुद्गल कौन से शरीर के?

उ- कार्मण शरीर


(5)सबसे कम जीव कौन सी गति में?

उ- मनुष्य गति


(1)आषाढभूतिजी को कौनसे राजा की सभा में केवलज्ञान हुआ था?

उ- सिंहरथ राजा


(2) दमयंती जी का जन्म किस देश में हुआ था?

उ-विदर्भदेश


(3) जमालि मृत्यु प्राप्त कर कौनसे देव बने?

उ- किल्वीष देव


(4) कार्तिकसेठ किस नगर के थे?

उ-पृथ्वीभूषण नगर


(5)सुवर्ण मोहर का प्राचीन नाम ?

उ-दिनार

(1)जीव का अनन्य साथी?

उ-आत्मविश्वास


(2)खुन करने के बाद भी जेल के बदले महल मिला ?

उ- वासुदेव (प्रतिवासुदेव को मारकर तीन खंण्ड प्राप्त करते हैं)


(3)जीवनभर मे सबसे कम स्नान किसने किया?

उ-लुई चौदहवें सिर्फ 3,बार


(4)आप हम संसार में क्यो रहते हैं?

उ- दुर्भाग्य से


(5)तीन प्रकार के राग कौनसे?

उ-कामराग,,स्नेहराग , दृष्टि राग

(3) स्थितिकरण अंग किसे कहते हैं?

उ- कोई धर्मात्मा, व्रती, त्यागी, मुनि आदि धर्म या चारित्र से कर्मोदय के कारण पतित हो रहे हो तो उन्हें पुनः धर्म व चारित्र में पुनः स्थापित करना स्थितिकरण अंग कहलाता हैं। इस अंग में वारिषेण मुनिराज प्रसिद्ध हुए हैं।


(4) वात्सल्य अंग किसे कहते हैं?

उ-धर्मात्मा पुरुषों से निःस्वार्थ प्रेम करना, प्रीति के भाव रखना वात्सल्य अंग है।

जैसे : गाय बछड़े से प्रेम करती है। इसमें विष्णुकुमार मुनि प्रसिद्ध हुए हैं।


(5)प्रभावना अंग किसे कहते हैं?

उ-देव शास्त्र गुरु की पूजा उपासना आदि करके एवं उनका प्रचार प्रसार करके हर जगह जैन धर्म को बढ़ाना प्रभावना अंग है।


(1)बड़ी साधु वंदना मे कितने को नमस्कार किया गया है

उ-अंनंत चौबीसी को


(2)बंधी को देखकर वेराग्य किसे हुआ और पत्नी का नाम क्या

उ-समुद्र पाल जी रूकूमनि


(3)बड़ी साधु वंदना के रचियता कौन है कौनसे संवत कौनसे शहर मे और कितनी गाथा है

उ-जयमलजी

विक्रम संवत 1807

जालोर और 111गाथा है


(4)खाना खाने के बाद तुरंत वमन होने वाले फूल का नाम

उ-मदन फूल


(5)1से लेकर 24तिर्थकर की पूरी साध्वियाँ कितनी ?

उ-4870800

(4)वीरप्रभु ने गण की अनुज्ञा किसे दी?

उ-सुधर्मास्वामीजी


(5) पीपल के पत्ते का डंठल बड़ा होता है या शिखा? ये किसने किसे कहा!

उ-रोहक ने राजा

आत्महित का उपदेश देने वाले होने से परमात्मा क्या कहलाते है?

उ-आप्त


(3) आर्य देश कितने?

उ- 25 1/2


(4) अनार्य देश कितने?

उ- 31974 1/2


(5) साधु साध्वीजी भगवंत को बहोराने से क्या लाभ ?

उ- उनके संयम जीवन की आराधना का छट्ठा भाग का लाभ


(1) सातहजार जिनप्रतिमा किसने भराई थी?

उ- कुमारपाल राजा ने


(2) साकरचंद्र प्रेमचंद के टूंक में आरस के प्रतिमाजी कितनी?

उ-67


(3) सुविधिनाथ भगवान कौनसी टूंक पर मोक्ष गए?

उ- सुप्रभ


(4) विचार का प्रोडक्शन करती फेक्ट्री कौनसी?

उ-मन


(5) यज्ञ और यवनी किसका नाम है?

उ- लिपी का

(1)अभयकुमार की आत्मा अभी किस देवलोक में विराजमान है ?

उ-अनुत्तरविमान.


(2)सम्मेतशिखर जैनो का प्रसिद्ध……. हैं ?

उ- तीर्थस्थान


(3)……..को धन का सदुपयोग करना चाहिए ?

उ- धनवान


(4)महाविदेह क्षेत्र में विचरते हुए तीर्थकरों को हम……. कहते हैं ?

उ-विहरमान


(5) प्रतिक्रमण में 15 प्रकार के …….बतलाए हैं ?

उ- कर्मादान


(1)अपनी आराधना इस काल में फल क्यों नहीं देती?

उ-अविधि और अनादर होने से


(2) मरुदेवी माता के बाद भ. ऋषभदेव जी कब मोक्ष पधारे?

उ- 1000 साल न्यून ,1 लाख पूर्व के बाद


(3) अपने गुरु को 108 हाथ लंबा पत्र किसने लिखा था?

उ- मुनिसुदंरसूरिजी ने


(4) विमल मंत्री ने कितनी जिन मूर्ति की स्थापना की थी?

उ- दो हजार


(5) वस्तुपाल और तेजपाल ने कितनी जिन मूर्ति की स्थापना की थी?

उ- 11,000


(3)गर्भवती पत्नी को छोड़कर दीक्षा किसने ली ?

उ-आचार्य स्वयंभव जी


(4)पत्नी के उपदेश से दीक्षा किसने ली ?

उ- इक्षुकार राजा..


(5)किस सति का पति झूठा श्रावक बना ?

उ- सुभद्रा जी.


(3)पद्मावती के कोन से पुत्र ने 1000साल संयम पाल कर

छोड दिया था ?

उ- कुंडरीक ने


(4) जगत का संचालन कौन

करता हैं ?

उ- कर्म सत्ता


(5) भगवान महावीर के कानो में किस वृक्ष के किले डाले गये थे ?

उ-कशवृक्ष की लकडी


(1) यज्ञेश्वर कौन से महापुरुष के पिता थे?

उ- वीर विजयजी


(2) मंगु आचार्य जीभ की लालसा के कारण क्या बने?

उ- यक्ष


(3) मूलनायक जी कौनसी शीला के ऊपर स्थापित होते हैं?

उ- कुर्मशिला


(4) मरते मरते साधु की झंखना करनेवाला कौन था?

उ- उदायन मंत्री


(5) छप्पन धडी़ सुवर्ण का चडा़वा लेकर ईन्द्रमाल किसने पहनी?

उ- पेथड़ मंत्री

(2) अहिंसा के उत्कृष्ट प्रवर्तक राजा कौन थे?

उ- कुमारपाल।


(3)मस्तक पर सफेद बाल देखकर किसको वैराग्य उत्पन्न हुआ?

उ-प्रसन्न राजर्षि


(1)लोक मे शुद्ध संयमी ज्यादा या अशुद्ध संयमी ज्यादा ?

उ- शुद्ध संयमी


(2)चौदह स्वप्न मे अचित कितने व सचित कितने?

उ-4अचित ,10सचित


(3)आज जिसका बोलबाला है एैसा स्वप्न कोनसा ?

उ- लक्ष्मी जी का


(4)चौदह स्वप्न मे कितने गति का समावेश होता है?

उ- 3, तिर्यंच,मनुष्य ,देव


(5)कितनी पुत्री या गर्भ मे थी जब उनकी माता ने14 स्वप्न देखे ?

उ-सुमंगला ,ब्राह्मी , मल्लीकुमारी

प्रतिक्रमण में 15 प्रकार के …….बतलाए हैं ?

उ- कर्मादान

(1) कितने बच्चे कुक्षी मे थे तब उनकी माता ने 14स्वप्न देखे?

उ- 24तिर्थकर ,9चक्रवर्ति ब्राह्मी,सुमंगलाजी


(2) चौदह स्वप्न मे 25बोल मे से कितने बोल पाये जाते है?

उ-23 वा छोडकर शेष24 बोल


(3)तिर्थंकर,चक्रवर्ती को छोड कितने बच्चो की माता ने 14 स्वप्न देखे?

उ-ऋषभदेवजी के 98 पुत्र,सुमंगला , ब्राह्मी, मल्लीकुमार ,सतनेमी , रथनेमि,दृढनेमि नन्दिवर्धन,प्रियदर्शना , विष्णुकुमार. ( 107 बच्चे)


(4) चौविस तिर्थंकर के लांछन मे कितनी काया का समावेश होता है?

उ-वनस्पती काय और त्रसकाय


(5) चोविस तिर्थंकर के लांछन मे कितनी जाती का समावेश होता है?

उ-एकेन्द्रिय ,बेईन्द्रिय ,पंचेन्द्रिय

(1) करोडिया मे कितनी इन्द्रियाँ? है

उ-चार


(2)कौनसे पक्षी अढाई द्विप के बाहर रहते है

उ-समुग्ग पक्षी.,वितत पक्षी


(3)खेचर के कितने भेद है

उ-चार


(4)सुनार की एरण के समान गोल पैर वाले जीव कौनसे हैं

उ-हाथी, गेंदा


(5) सुई की भारी के आकार के समान किसका संठान है

उ-तेऊकाय

(1) किस राजा और रानी का नाम वनस्पति में समाया है?

उ- इक्षुकार राजा और कमलावती रानी


(1)भ. महाविर के नाम से प्रसिद्ध तप?

उ-वर्धमान आयंबिल तप


(2)भ. महाविर को उपेक्षा भाव से बाकुले किसने वोहराये?

उ-पुरणसेठ के उपेक्षा भाव , कपिलादासी ने


(3) भ. महाविर ने छद्मस्थ अवस्था मे किससे बात की ? तिन नाम ?

उ-चंण्डकौशिक गोशालक उत्पल नैमित्तिक


(4)भ. महाविर ने कौनसी नदियॉ नाव से पार की ?

उ-गंगा नदी ,व गंडकनदी


(5)विश्व के सर्वाधिक बलशाली व्यक्ती कौन?

उ- तिर्थंकर भगवान

🌹 *1 - जिव के 563 भेद में से कितनो का संसार निश्चित रूप से सिमित हो गया है*❓


10 ( 5 अनुत्तरविमानिक देव के अपर्याप्त पर्याप्त)


🌹 *2 -एकांत निल लेशि अपर्याप्त जिव काल कर के चक्रवर्ती के कितने रत्न बन सकते है*❓


यानी चौथी नारकी

नारकी का अपर्याप्त अवस्था में काल नही।


🌹 *3 -कौन से जिव काल कर के असन्नी तिर्यन्च पंचेंद्रिय बने तो उनकी उत्कृष्ट स्थिति सिर्फ अन्तमुहूर्त होती है*❓


नियमा ऐसा कोई भी नही।


🌹 *4 -सातवी नारकी के जिव को तीर्थंकर बनने के लिए ज्यादा से ज्यादा कितने भव करने पड़ेंगे*❓


ज्यादा से ज्यादा की संख्या निश्चित नही।अनंत भी संभव,


हा, कम से कम चार भव


एक सन्नी तिर्यन्च पंचेंद्रिय

दुसरा कर्म भूमिज मनुष्य जहा वह तीर्थंकर नाम कर्म निकाचित करेगा,

तिसरा वैमानिक देव

चौथा कर्म भूमिज मनुष्य


🌹 *5 - विद्या रक्षक देव को वासुदेव बनना तय हे, तो उसे कम से कम कितने भव करने होंगे*❓


जृम्भक देव की गत 46 में से 20 कोई *एक भव* कर के ( 15 कर्मभूमि या सन्नी तिर्यन्च पंचेंद्रिय पर्याप्त  )

वैमानिक देव का या  नरक का *दूसरा* भव कर 15 कर्मभूमि का *तीसरा* भव में वह वासुदेव की पदवी पा सकते हे।


🌹 *6 -अभी जम्बू द्वीप एरवत क्षेत्र में जिव के 563 भेद में से अवेदी  कितने होंगे*❓


अभी मुक्ति मार्ग वहा भी बन्ध हे सो एक भी नही।

या 9 वे गुणस्थान से जिव अवेदी बन सकता हे।पर वह अभी भरत, एरवत में संभव नही।


🌹 *7 - जिव के 563 भेद में से अभी अढ़ाई द्वीप अभी अलेशी कितने भेद में मिल सकते है* ❓


5

अलेशी यानी 14 वे गुण स्थानवर्ति जिव

अभी सिर्फ 5 महाविदेह के पर्याप्त मनुष्य में मिल सकते ।


🙏🏻🙏🏻☝🏻☝🏻


अल्पमति की वजह से लिखने समझने में गलतियों के लिए क्षमा याचना।

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻




🙏 आज दि.19.7.20 के प्रश्न-उत्तर से 🙏

























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