अष्टमंगल



Topic -::- *अष्टमंगल!*
*(रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए!)*

🕉1) अष्टमांगालिक चिह्नों के समुदाय को __________ कहा गया है।
♈A) अष्टमंगल।

🕉2) __________ अत्यन्त प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति में मंगल-प्रतीक माना जाता रहा है।
♈A) स्वस्तिक।

🕉3) मुझे देखा तुमने
हजारों बार,
कभी एक बार भी
अपना असली चेहरा देखा क्या.....!!!
♈ A) दर्पण।

🕉4) ________ स्वास्तिक का वृहद(बड़ा) रूप है। इसमें ___ कोने होते हैं।
♈A) नंदावर्त/नव।

🕉5) अष्टमंगल में,एक मात्र couple??
♈A) मीन युगल।

🕉6) *'श्रीयुत्तं वत्सं वक्षों यस्य’* अर्थात् श्री लक्ष्मी युक्त वक्षस्थल जिसका है वह ______ है।
♈A) श्रीवत्स।

🕉7) श्रेष्ठ सुखकारक सिंहासन को ________ कहा जाता है।
♈A) भद्रासन।

🕉8) एक कोडिये के ऊपर दूसरा कोडिया उल्टा रखने में आने पर पेटी सामान सम्पुट बनता है जिसे ________ कहते हैं।
♈A) वर्धमानक।

🕉9) ______ इस सांसारिक महासागर को पार करने का हमारा कर्तव्य को याद दिलाता है।
♈A) स्वस्तिक।

🕉10) सभी धार्मिक कार्यों में ______ का बड़ा महत्व है।
♈A) कलश।

🕉11) सिर्फ _______ को जिनेश्वर भगवान का स्पर्श होता हे।
ये प्रातिहार्य भी है।
♈A) भद्रासन।

🕉12) हमारा  आत्मा भगवान के आत्मा जैसा ही हे ।
हमें _____ में _______का प्रतिबिम्ब देखकर खुद के आत्मा को देखना है।
♈A) दर्पण/परमात्मा।

🕉13) मंदिर मे _______ की छोटी पाटली होती है वो भगवान के सामने धरनी होती है, उसकी _____ नहीं करनी होती।
♈A) अष्टमंगल/पूजा।

🕉14) हमें रोज जिनालय में  ______ से अष्टमंगल का आलेखन करना चाहिए ।
♈A) चावल।

🕉15) _______ मे 9 corners होते है।
जो ____ निधान के प्रतिक माना जाता है।
♈A) नंदावर्त/नव।

🕉16) _______ , ______ और _______ दर्शन के उपकरण भी है।
♈ A) भद्रासन,कलश और दर्पण।

🕉17) ________ अरनाथ जी का चिन्ह भी है।
♈A) नंदावर्त।

🕉18) _______चार गति का निवारण और
 सुपार्श्वनाथ जी का चिन्ह भी है।
♈ A) स्वस्तिक।

🕉19) _______ आठ प्रातिहार्य में भी शामिल है।
♈ A) भद्रासन(सिंहासन)।

🕉20) _______ मल्लीनाथ जी का चिन्ह भी है।
♈A) कलश।

🕉21) हिटलर के ध्वज में उल्टा ________ का निशान है जो हिन्दू धर्म में अशुभ माना जाता है।
♈ A) स्वस्तिक।

🕉22) परमात्मा का निरविकार मुख देखने के लिए हम ______ पूजा करते हैं।
♈A) दर्पण।

🕉23) जिसके ह्रदय पर ______ होता है वह संसार का मंगल -कल्याण करता है ।
♈ A) श्रीवत्स।

🕉24) शीतलनाथ परमात्मा का चिन्ह कहीं _________ तो कहीं __________ बताया है।
♈ A) कल्पवृक्ष/श्रीवत्स।

🕉25) कहा गया है कि राग द्वेष दोनो को छोड़ने के लिए  _________ की अष्टमंगल में गणना होती है।
♈A) मीन युगल।

🕉26) ________ चौदह स्वप्न में भी शामिल है।
♈A) कलश।

🕉27) कलश का पर्यायवाची शब्द, _____
जो एक तीर्थंकर परमात्मा के पिता का नाम भी है।
♈A) कुंभ।

🕉28) दिगंबर परंपरा अनुसार,महारानी त्रीशला ने कौनसे दो स्वप्न अधिक देखें??
♈A) मीन युगल और सिंहासन।

🕉29) सभी जैन परिवार अपने अपने घर के मेन गेट पर ________ लिखे या ________ लगा कर रखे ताकि गुरुभगंवतो को गोचरी लेने मे सहज हो सके।
♈A) जय जिनेन्द्र/अष्टमंगल।

🕉30) ______ चिन्ह तीर्थंकरों के एक हजार आठ शुभ चिन्हों में से एक है।
♈A) श्रीवत्स।

 तीर्थंकरो के एक हजार आठ शुभ चिन्हों में से श्रीवत्स नाम का चिन्ह हैं | श्री का अर्थ हैं लक्ष्मी एवं वत्स का अर्थ हैं पुत्र अर्थात जिनको अनंत दर्शन, अनंत ज्ञान, अनंत सुख एवं अनन्तवीर्य रूप अंतरंग अनंत चतुष्टय लक्ष्मी प्राप्ती हुई है एवं बहिरंग में भी समवशरण आदि लक्ष्मी से शोभायमान है, 'श्रीवत्स' चिन्ह यानि लक्ष्मीपुत्र, नियम से तीर्थकरों को होता ह

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