पाप मम्मी ,के नाम

पाप मम्मी ,के नाम



हम  अपने चुने गुहर शब्दों से
आज हमारे लिए है जो स्तुत्य जीवन  उसकी स्तुति करते हैं

एक फ़ूल की करतेहै ,हम  ख्वाहिश, आपहाथों में गुलदस्ता थमाते हो।
एक सितारा मांगते हैं ,जब आप सितारों से हमारी महफिल सजाते हो
दुर्गम हमारी जीवन की धूप  में,
मेघाअच्छादित अर्स बन जाते हो। बीहड  पथ पर हमारे लिए मखमली  फ़र्श  बन जाते हो

गम के तम को,कुछ इस तरह हर लेते हो।कि
टोकरी भरी खुशनुमा धूप ,पहले से आँगन में धर देते हो।
हमारे जीवन की रात कितनी भी अँधेरी हो जाये
पर  आपके संबल से वह सहचरी हो जाये।
आप ने दिया इतना  कि ताब कहाँ की लौटा पाएं।
 हमारा आज आपके कल की देन है,
निःस्वार्थ प्रेम आपका कुछ प्रतिफल चाहता कहाँ है


कभी न दर्शाते अपनी थकन।
 हमारे मार्गदर्शक है आपके कथन।

"मन मेरा"ये कहताहै ,ईश्वर से पहले करूँ आपको नमन।
कि भरकस कोशिश  से आपने   भर दिए
हमारी खुशियों से दामन।
यूँ ऋणी रहेंगे आपके जीवन भर
रब से यही दुआ हाथ उठाकर मांगती हूँ
आपका साथ न छूटे जीवन भर

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