मेरे मुक्तक 3

वैभव के स्वर्णिम पिंजर में
स्वयं को बांध लिया।
🕸️🕸️🕸️🕸️🕸️🕸️
मोह के गहन तम को
उजाला मान लिया
🌑🌞🌑🌞🌑🌞
  *पर*
बंध- मुक्त चेतन पंख हों तो *
असीम मोक्ष की  ओर परवाज़ भर सकते हैं।
🕊️🕊️🕊️🕊️🕊️🕊️🕊️
बंधन  से मुक्ति की प्रेरणा दी अमृता जी ने
ज्ञान की अमृत धारा बहा कर
🌹🌹🌹🌹🌹🌹
अंजुगोलछा की स्वीकारे
अनुमोदना कर रही *कर*जोड़ कर
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

क्यूँ आज  को रोता है, आगे 2 देख क्या होता है ,
🔥💥☄️🔥🔥
गुनाह से अब भी तोबा करले
तो उस काल से बच जाएगा।
वरना
💥🔥🌵🌑 🌵🔥🌵🌒
छठा आरा तो सब लील जाएगा
रहबर बनकर केवली समझा गये
कब तक ग़ाफ़िल रहेगा ।
📚✖️📙✖️📘✖️📘
संभल जाओ, अब भी, देखो
फ़िल्म बहुत ,भयावह है,
ये प्रश्न तो मात्र ट्रेलर है
🎬🎬🎬🎬🎬🎬
जितनी संगीता जी के ज्ञानकी अनुमोदना करूँ
🖊️🖊️🖊️🖊️🖊️🖊️🖋️🖋️
🙏अंजुगोलछा  का संगीता जी अन्तरतम सेअभिनन्दन  करूँ🙏
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹


जान सको तो जानो
📙📘📙📘📙📘
ज्ञान की गूढ़ता को पहचान सको तो पहचानो
📖📖📖📖📖📖📖
येआगम ज्ञान का अथाह महा सागर है , डूब कर ,तैर सको तो तैरो
🚣🏼‍♀️🤽‍♂️🚣🏼‍♀️🚣🏼‍♂️🚣🏼‍♂️🚣🏼‍♂️🚣🏼‍♂️
आप सभी  स्वाध्याय के पिपासु
अभिनन्दन अंजुगोलछा का स्वीकारो


अजब सवाल के नित्य ही होते गजब जबाब
                 📖📖
कभी 2 तो     करलेता  करतार  भी
          🎭🎭🎭

अजब मजाक,मैदे सी बीबी
को कोए से भरतार
👰🏻🌚👰🏻👱🏾‍♂️👰🏻🌚
विदुषी को मिलजाते विदूषक
अवतार।
👨‍🚀👩‍🚒🎭🎭👨‍🚀👰🏻🎭🎭

आज सुलोचना जी, भी ले आयी
अजब गजब ,प्रश्नों की भरमार
📖📖📖📖
💐अंजुगोलछा , की वाही वाही
करे स्वीकार💐
🌹🌹🌹🌹🌹🌹
जो कोई भी भूल हुई हो मुझसे
तो माफ करना,
चित न धरना🙏🙏



कहावते हजारों है , जो आप लोगों पर वार दू
पर आप सभी असीम गुणों
के पारावार है ,🌊🌊🌊
कहाँ से लाऊं वो कहावत
जो आप लोगों को करे
परिभाषित
अंजुगोलछा का दिल बाग 2
🌹🌹🌹🌹
हुआ पा आपका स्नेह
अपरमित
🙏🙏


कष्टो 🌵का जिहोंने किया वरण
जिसने किया ,
🌑अज्ञानअमा का हरण
जो
सूर्य🌞 से प्रकाशित
चंद्र🌙 की जिसमें
शीतलता
राग ,द्वेष   से रिक्तता
 मानवीयता से   सिक्तता
तीर्थ की रचना कर
बने जो  तीर्थंकर
प्राची(पूर्व दिशा) जीके ज्ञान 📚की ऐसी पुरवाई ☄️चली
कि तीर्थंकरों की हमे शरण 🙏मिली

औऱ आपको स्नेह प्यार की
सबसे बरसात 🌧️मिली

 💐*अंजुगोलछा*,की लेखनी✒️ तारीफमें उठ चली💐



💐💐💐💐

नारी
मन का  वेग हो, तपते मन  का
शीत स्पर्श हो☄️
मन का मलयज हो,
नारी तुम
फर्श से अर्श हो
मन का अनुबंध हो,
प्रेम का प्रबंध हो।
जीवन को परिभाषित,करता निबंध हो।

अंजू जी की तारीफ क्या करे
ये स्वंय  महानता की मिशाल हैं
जहाँ भी धर्म की📚 बात हो, पंहुचतीतत्काल है ।
ऐसी गुणग्राही📒 अंजू जी को
नाचीज अंजुगोलछा का सलाम
स्वीकार हो
🙏🙏




चान्दनी चांद🌙 के आने से होतीं है
रोशनी सितारो🌟  से होती है
ये धर्म औऱ ज्ञान की📚 महफिल
मेरे सहभागीयो के आने से
जमती है🙏
ये अंजुमन 🌙🌟सभी पधारे स्वजन
का दिली तमन्नाओ से
इस्तक़बाल करती हैं🙏

💐
ईश्वर के कीमती रत्नो में आप शुमार है
इसलिए आप जैसे ज्ञानियों का  इंतजार है।
फूल नही बिछा सकते आपकी
राह में
इसलिए नजरे बिछाये हैं।
🌹🌹🌹🌹💐💐💐



लिखे चाहे कितना भी कोई , कई चरित्र लिखे नहीं जाते
🖊️🖊️🖊️🖊️🖊️🖊️🖊️
जिनकी तारीफ करें स्वयं महावीर जी
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️
उनको अल्प ज्ञानी, मुझ सरीके
लिपी बद्ध कर नहीं पाते
🖋️🖋️🖋️🖋️🖋️🖋️
जो नव निधि सिद्धि के स्वामी
💰💰💰💰💰💰💰
छोड़ दे पल में ,अपने तन की सार
कैसे व्यक्त करें कोई, कहाँ
से लाये उपयुक्त  उदगार
धन्य धन्य धन्ना अनगार
🔴⚪🟡🕉️🟢🔵
नेहा जी का  है, विशुद्ध समर्पित  ज्ञान
📖📖📖📖📖📖
  🙏 *अंजुगोलछा का*
कोटि 2  वंदन प्रणाम🙏
🌹🌺🌹🌸🌼🌹🌷🌹


कैसे रहे ,स्वस्थ मन स्वस्थ चिंतन ,औऱ स्वस्थ तन
🥛🥣🥛🥣🥛🥣🥛

महर्षि चरक ने इस यक्ष प्रश्न
की दी ये परिभाषा
🍞❌🧀❌🌮❌🥙
हितभुक,मितभुक,ऋत भुक
स्वास्थ्य की  यही एक भाषा
📚📚📚📖📖📖
पवन जी ने ,छेडी ज्वलंत  समसामयिक विषयकी तान
💪💪💪💪💪💪💪
बताया,आहार इष्टपूजा हैं, लो ये मान
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
 पवन जी के ज्ञान का अंजुगोलछा कर रही
सम्मान
🌻🌻🌻🌻🌻🌻

समन्वय विलक्षण
शब्द ,रचियेता ब्राह्मी जी
✝️♊♋♌⛎♓
तोअंक रचियेता सुन्दरी जी
🔢➖➗➕✖️🔂
प्रश्नो के माध्यम से  दोनों का दर्शन करा दिया
🔰⁉️🔰⁉️📖⁉️
 विजय लक्ष्मी जी ने काम
     ये  अदभुत कर दिया
👍👍👍👍👍👍
अंजुगोलछा ने आपके इसी
पारंगत ज्ञान को नमन किया
🌹🙏🌹💐🌹🙏🌹



*हं* हंस की तरह सार2 को
 ग्रहण किए
🦢🦢🦢🦢🦢🦢🦢
*स* समर्पित मन से आस्था के सुमन खिलाए
🌹🌹💐🌹🌹💐🌹🌹
   *रा*    रहमत प्रभु की आप पर
ऐसी बनी की धर्म के रहबर बन गए
📖📖📖📖📖📖📖📖

*ज* जयना , यतना ,कर की धर्म की साधना
🏵️🎗️🏵️🎖️🏵️🎗️🏵️

*जी* जीवन  में हर मुकामआपको
मयस्सर हो, औऱ बढ़ती जाए
निरन्तर धर्म चेतना
🏅🏅🏅🥉🥈🥉
यही अंजू गोलछा की शुभकामना
🙏🙏🙏🙏🙏🙏


            

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