कर्म का उदय

 

1️⃣ ज्ञानावर्नीय कर्म का उदय

🅰️ मासतुष मुनि


2️⃣दर्सनावर्णीय कर्म का उदय

🅰️अर्जुन की पत्नि सुभद्रा को


3️⃣शुभ नाम कर्म का उदय

🅰️ तीर्थंकर 


4️⃣ उपभोगान्तराय कर्म का उदय

🅰️ सुकुमालीका


5️⃣ नीच गोत्र कर्म का उदय

🅰️ हरिकेशी मुनि


6️⃣रति मोहनीय कर्म का उदय

🅰️ शैलक राजश्री


7️⃣शाता वेदनीय कर्म का उदय

🅰️ शालिभद्र जी


8️⃣अशाता वेदनीय कर्म का उदय

🅰️ सनतकुमार चक्रवर्ती


9️⃣ आयुष कर्म का उदय

🅰️ संसार के सभी जीव


1️⃣0️⃣लेभ मोहनीय कर्म का उदय

🅰️ मम्मण शेठ


1️⃣1️⃣ लाभांतराय कर्म का उदय

🅰️ ढंढण मुनि


1️⃣2️⃣ जुगुप्सा मोहनीय कर्म का उदय

🅰️ हरिकेशी मुनि का अपमान करने वाली राजकुमारी


1️⃣3️⃣ माया मोहनीय कर्म का उदय

🅰️साध्वी लक्ष्मणा


1️⃣4️⃣ मान मोहनीय कर्म का उदय

🅰️ दर्शनाभद्र राजा


1️⃣5️⃣ उच्च गोत्र कर्म का उदय

🅰️ भरत महाराजा


1️⃣6️⃣ वीर्यांतराय कर्म का उदय

🅰️ मृगा लोढाया


1️⃣7️⃣ अशुभ नाम कर्म का उदय

🅰️कालसोरीक कसाई


1️⃣8️⃣अरति मोहनीय कर्म का उदय

🅰️मेघकुमार जी


1️⃣9️⃣ मिथ्यात्व मोहनीय कर्म का उदय

🅰️ जमाली जी


2️⃣0️⃣ नीच गौत्र कर्म का उदय

🅰️ मरिची जी

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_*📚श्री नाकोड़ा ऑनलाइन पाठशाला📚*_

     *श्री नेमिनाथाय नम:*


*पाठशाला दिनांक-  11 दिसम्बर 2020*


 *आज की पाठशाला पिंकीशाह, बैंगलोर द्वारा*


*पाठशाला समय-*रात्रि 9:00 बजे*


*आज का टॉपिक*~

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*👍 कर्म को पहचानो👌*

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1🍁अभिमान कर ने से कोन से कर्म का बंध होता है  ?

A🇲🇺 गोत्र कर्म


2🍁 धर्म के बारे मे संका होना

A🇲🇺 मोहनीय कर्म


3 🍁पढ़ते हुए को अंतराय करना

A🇲🇺 ज्ञानावर्णीय कर्म


4🍁 कंजूस बनाता है

A🇲🇺  अंतराय कर्म


5🍁 सुंदर सुडोल शरीर मिलना

A🇲🇺 नाम कर्म


6🍁 शक्ति होते हुए भी धर्म क्रिया मे आलस करना

A🇲🇺 अंतराय कर्म


7🍁 कसाई के घर जन्म होना

A🇲🇺 गोत्र कर्म


8🍁corona( कोरोना ) हो जाना

A🇲🇺 वेदनीय कर्म


9🍁 देव, गुरु, धर्म की निंदा करना

A🇲🇺 दर्शनावर्णीय कर्म/मोहनीय कर्म


10🍁 खड़े खड़े नींद लेना

A🇲🇺 दर्शनावर्णीय कर्म


11🍁 पढ़ाने वाले गुरु का नाम छिपाना

A🇲🇺 ज्ञानावर्णीय कर्म


12🍁 दीक्षा लेने वालो को रोकना

A🇲🇺 मोहनीय कर्म


13🍁 मुह के ऊपर कील मुहासे होना

A🇲🇺 वेदनीय कर्म/नाम कर्म



14🍁   चतुर्विध संघ का विरोध करना

A🇲🇺  मोहनीय कर्म/दर्शनावरणीय कर्म


15🍁 रसगुल्ला किसी ने खाने दिया सुगर होने से खा नहीं सकते

A🇲🇺 अंतराय कर्म


16🍁 पैसा कमाने के लिए महेनत करते हो पर पैसा नहीं मिलता

A🇲🇺  अंतराय कर्म


17🍁 देव द्रव्य का भक्षण कर ने से

A🇲🇺 मोहनीय कर्म/दर्शनावरणीय कर्म


18🍁 स्व निंदा करना, दुसरो की प्रसंसा karna

A🇲🇺 गोत्र कर्म/नाम कर्म


19🍁 चोरी करने से

A🇲🇺 अंतराय कर्म


20🍁 कोन सा कर्म एक ही बार बंधता है उसमे कोई फेर बदल नहीं होता

A🇲🇺 आयुष्य कर्म


21🍁 झूठ बोलने से

A🇲🇺 अंतराय कर्म


22🍁 किसी की खरी खोटी सुनना

A🇲🇺 नाम कर्म


23🍁 जिन भक्ति करने से

A🇲🇺 गोत्र कर्म


24🍁 पढ़ना पसंद नहीं आना

A🇲🇺 ज्ञानावर्णीय कर्म



25🍁 यश कीर्ति मिलना

A🇲🇺 नाम कर्म


26🍁 भगवान की मूर्ति को कलश लग जाने से

A🇲🇺  दर्शनावर्णीय कर्म


27🍁 ये कर्म हमे हसता भी है और रुलाता ता भी है

A🇲🇺 मोहनीय कर्म


28🍁 आलसी बनाता है

A🇲🇺 अंतराय कर्म


29🍁 मधुर कंठ मिलना

A🇲🇺 नाम कर्मकर्म


30🍁 सूंघने की शक्ति कम कर देता

A🇲🇺 दर्शनावर्णीय कर्म


प्रश्न 👉 १. ज्ञानावरणीय कर्म को किसकी उपमा दी गई है  ??


उत्तर 👉 १. आँख पर पट्टी के समान ॥


प्रश्न 👉 २. संसार मे स्थित समस्त पदार्थ कितने धर्मों से युक्त है  ??


उत्तर 👉२.  दो ॥


प्रश्न 👉 ३. सामान्य धर्म किसे कहते है  ??


उत्तर 👉 ३. कॊई पदार्थ है एसा ज्ञान होना सामान्य धर्म कहलाता है  ॥


प्रश्न 👉 ४. विशेष धर्म किसे कहते है  ??


उत्तर 👉 ४. यह घट है अथवा पट है इस मिट्टी का बना हुआ है उसके आकार, वर्ण आदि का ज्ञान होना विशेष धर्म कहलाता है ॥


प्रश्न 👉 ५. वस्तु को जानने की कितने प्रकार कि शक्तिंया है  ??


उत्तर 👉 ५. दो १. ज्ञान शक्ति २. दर्शन शक्ति ॥


प्रश्न 👉 ६. ज्ञान को .................एवं दर्शन को ............... भी कहा गया है  ?? रिक्त स्थान भरे


उत्तर 👉 ६. ज्ञान को ~•~सकारोपयोग~•~ एवं दर्शन को ~•~निराकारोपयोग~•~ भी कहा गया है  ॥


प्रश्न 👉 ७. दर्शनावरणीय कर्म को किसकी उपमा दी गई है  ??


उत्तर 👉 ७. द्वारपाल की ॥


प्रश्न 👉 ८. वेदनीय कर्म को किसकी उपमा दी गई है  ??


उत्तर 👉 ८. मधु [शहद] लिप्त तलवार की धार चाटने की ॥


प्रश्न 👉 ९. मोहनीय कर्म को किसकी उपमा दी गई है  ??


उत्तर 👉 ९. मदिरा~पान की ॥


प्रश्न 👉 १०. समस्त कर्मों का महाराज कौनसा कर्म है  ??


उत्तर 👉 १०. मोहनीय कर्म ॥


प्रश्न 👉 ११. सारे दुःखों का मुल कौनसा कर्म है  ??


उत्तर 👉 ११. मोहनीय कर्म ॥


प्रश्न 👉 १२. आयुष्य कर्म को किसकी उपमा दी गई है  ??


उत्तर 👉 १२. पाँव मे बंधी जंजीर की  ॥


प्रश्न 👉 १३. किस कर्म के उदय से जीव नियत काल तक उस भव मे बंधा रहता है  ??


उत्तर 👉 १३. आयुष्य कर्म ॥


प्रश्न 👉 १४. कौनसा कर्म एक भव मे एक बार ही बंधता है  ??


उत्तर 👉 १४. आयुष्य कर्म ॥


प्रश्न 👉 १५. नाम कर्म को किसकी उपमा दी गई है  ??


उत्तर 👉 १५. चित्रकार की ॥


प्रश्न 👉 १६. गोत्र कर्म को किसकी उपमा दी गई है  ??


उत्तर 👉 १६. कुम्हार की ॥


प्रश्न 👉 १७. किस कर्म के उदय से जीव उच्च, मध्यम या नीच कुल मे उत्पन्न होता है  ??


उत्तर 👉 १७. गोत्र कर्म ॥


प्रश्न 👉 १८. नीच कुल मे उत्पन्न होने वाले दो वंदनीय एवं पुजनीय महापुरुषों का नाम बताऔं  ??


उत्तर 👉 १८. हरिकेशबल मुनिराज,  मेतार्य मुनिराज. ॥


प्रश्न 👉 १९. अंतराय कर्म को किसकी उपमा दी गई है  ??


उत्तर 👉 १९. भण्डारी की ॥


प्रश्न 👉 २०. आँठ कोर्मो के उत्तर भेद कितने है  ??


उत्तर 👉 २०. १५८ [158]




📚 *टॉपिक :-*कर्म की अवस्थाए*  ❓


👏🏼🌈👏🏼🌈👏🏼🌈👏🏼🌈

🅿1⃣अवस्था किसे कहते है?

🅰 पर्याय को

🅿2⃣ कर्म की कितनी अवस्थाए होती है?

🅰  10

🅿3⃣ कौन कौन सी ,पांच के नाम लिखे?

🅰 बंध,सत्ता, उदय,उदीरणा,उदवर्तना

🅿4⃣ राग  द्वेष युक्त क्रिया करने पर आत्मा व कर्म परमाणु ओ का मिलन क्या कहलाता है?

🅰 बंध

🅿5⃣ बंध कितने प्रकार का होता है?

🅰 4 ,प्रकृति, स्थिति, रस बंध,प्रदेश बंध

🅿6  बंधे हुए कर्म जब तक आत्म प्रदेशों के साथ लगे रहते हैउसे क्या कहते है।

🅰  सत्ता

🅿7    प्रत्येक कर्म अपना फल कब देते है?

🅰  सत्ता काल समाप्त होने पर

🅿8⃣ कर्मो के फल देने की अवस्था को क्या कहते है?

🅰 उदय

🅿9⃣ उदय कितने प्रकार का होता है?

🅰 2 ,प्रदेशोदय व विपाकोदय

🅿1⃣0⃣ प्रदेशोदय किसे कहते है?

🅰 कर्म फल का स्पष्ट अनुभव नही होना।

🅿1⃣1⃣विपाकोदय किसे कहते है?

🅰 कर्म फल का स्पष्ट अनुभव होना।

🅿1⃣2⃣अज्ञानी व ज्ञानी कर्मो को कैसे भोगते है?

🅰 अज्ञानी-विभाव परिणाम से

ज्ञानी-समता भाव से

🅿1⃣3⃣तीव्र कषाय भाव से आत्मा के साथ गाढ रुप से बंधे हुए कर्मो की कौनसी अवस्था है।

🅰 निधत अवस्था

🅿1⃣4⃣ ये कर्म किसने बांधे?

🅰 अर्जुन माली

🅿1⃣5⃣कर्मो को उदय मे आने से पहले ही बलपूर्वक उदय मे लाना कौनसी अवस्था है?

🅰  उदीरणा

🅿1⃣6⃣ इस अवस्था से कौनसे साधक गुजरे?

🅰 गज सुकुमाल जी

🅿17 बंधे हुए कर्मो की स्थिति व अनुभाग को बढा लेना कौनसी अवस्था है?

🅰 उदवर्तना

🅿1⃣8⃣ बंधे हुए कर्मो की स्थिति को कम करना कौनसी अवस्था है?

🅰  अपवर्तना

🅿1⃣9⃣  किसने कर्मो की अपवर्तना की?

🅰   राजा श्रेणिक ने

🅿2⃣0⃣ऐक प्रकार के कर्मका उसके सजातीय दूसरे प्रकार केकर्म परमाणुओ मे परिवर्तन कौनसी अवस्था है?

🅰संक्रमण

🅿2⃣1⃣बंधे हुऐ कर्मो को उदय मे आने से पूर्व स्वाध्याय, अनुप्रेक्षा द्वारा दबा देना क्या कहलाता है।

🅰उपशमन

🅿2⃣2⃣क्या निधत कर्मो की निर्जरा होती है,कैसे?

🅰 हां,तप,आयंबिल, उपवास, पौषध आदि से

🅿2⃣3⃣  राजा श्रेणिक ने कर्म बंध कैसे किया?

🅰गर्भिणी हरिणी का शिकार कर खुश हुआ।

🅿2⃣4⃣ये कर्मो की कौनसी अवस्था थी?

🅰निकाचित अवस्था

🅿2⃣5⃣इस अवस्था की विशेषता क्या है?

🅰सावधान हो जाना चाहिए।अशुभ कर्मो को धर्म आराधना कर शुभ मे बदल देना चाहिए।।






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