केवलज्ञान औऱ ज्ञान प्रश्न


प्रश्न. 1. : ५ ज्ञान के नाम बताओ ?


उ. 1. :  मति, श्रुत, अवधि, मनःपर्यय, और केवल ये पांच ज्ञान है ।


प्रश्न. 2. : मतिज्ञान किसे कहते है ?


उ. 2. : पांच इन्द्रियों और मन के द्वारा पदार्थों का जो ज्ञान होता है उसे मतिज्ञान कहते है ।


प्रश्न. 3. : श्रुतज्ञान के कितने भेद है ? संक्षिप्त में समझाए ।


उ. 3. : श्रुतज्ञान के २ भेद है - अनक्षरात्मक और अक्षरात्मक ।


प्रश्न. 4. :  अवधिज्ञान किसे कहते हैं ?


उ. 4. : द्रव्य, क्षेत्र, काल और भाव की मर्यादा लिए हुए रूपी पदार्थ को प्रत्यक्ष जानने वाले को अवधिज्ञान कहते है ।


प्रश्न. 5. : ज्ञान ( प्रमाण ) के कितने भेद है . नाम बताये ?


उ.. 5. : आगे प्रमाण के २ भेद बताये गए है :- प्रत्यक्ष और परोक्ष ।


प्रश्न. 6. : कौनसा ज्ञान प्राप्त करने से मोक्ष का द्वार खुल जाता है ?


उ. 6. : सम्यकज्ञान 


प्रश्न. 7. : कौनसा ज्ञान प्राप्त होने से उसी भव में मोक्ष प्राप्त होता है ?


उ. 7. : केवलज्ञान


प्रश्न. 8. : महा शतक श्रावक को कौनसा ज्ञान था ?


उ. 8. : अवधि ज्ञान


प्रश्न. 9. : निश्चय ज्ञान कौन साथ में लेके जाते है और कौन लेके आते है ?


उ. 9. : अनुत्तर विमान और तीर्थंकर


प्रश्न. 10. : नंदी सूत्र की अपेक्षा से केवलज्ञान कितने प्रकार का है ?


उ. 10. : 2 प्रकार - भवस्थ केवलज्ञान और सिद्ध केवलज्ञान


प्रश्न. 11. : भवस्थ केवलज्ञान किसे कहते है ?


उ. 11. : मनुष्य भव में रहते हुए 4 घाती कर्म से रहित जीवन का केवलज्ञान - भवस्थ केवलज्ञान 


प्रश्न. 12. : आचार्य बनने वाले में कम से कम कितने शास्त्रों का ज्ञान जरुरी है ?


प्रश्न. 12. : दशाश्रुतस्कन्ध, वृहत्कल्प और व्यवहार सूत्


प्रश्न. 13. : 14 पूर्व का ज्ञान दृष्टिवाद के कौनसे भेद में आता है ?


उ. 13. : तीसरे भेद में आता है . पूर्वगत - मुख्य प्रतिपाद्य विषय में .


प्रश्न. 14. : आगम को अनुयोग के अनुसार कितने भाग में विभक्त किया गया है और किसने ?


उ. 14. : 4 भाग आर्यरक्षितसुरिजी द्वारा


प्रश्न. 15. : आगम के कुल प्रमाण श्लोक कितने है ?


उ. 15. : 80122 श्लोक


प्रश्न. 16. : आगमों को लिपिबद्ध किनकी निश्रा में किया गया था ?


उ. 16. : क्षमाश्रमण देवर्द्धिगणी जी की निश्रा में


प्रश्न. 17. : हरिभद्रसूरीजी ने कितने ग्रन्थ बनाये ?


उ. 17. : 1444


प्रश्न. 18.. :  हेमचन्द्र आचार्यजी ने कितने श्लोक की रचना की ?


उ. 18. : 3.5 करोड़


प्रश्न. 19. : गौतम स्वामी रास की रचना किसने की ?


.उ. 19. : उपाध्याय श्री विनयप्रभजी 


प्रश्न. 20. : दशवैकालिक सूत्र के रचयिता ?


उ. 20. : स्वयंभुसुरीश्वरजी

 



🦚 *टॉपिक -: केवलज्ञान*🦜

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Q 1, केवल ज्ञान किसे कहते है ?

Ans 1, समस्त द्रव्यों और पर्यायों को साक्षात जानने वाला ज्ञान।


जिस ज्ञान के द्वारा सर्वद्रव्य,सर्वक्षेत्र, सर्वकाल, सर्वभाव को एक साथ जाना जाये उसे केवलज्ञान कहते है.


Q 2, केवल ज्ञान प्राप्त करने की सबसे प्रथम सीढ़ी कौनसी?

Ans 2, केवल ज्ञान प्राप्त करने की सर्व प्रथम सीढ़ी सम्यकत्व है।


Q 3, केवल ज्ञान प्राप्त करने की सबसे दुर्गम सीढ़ी कौनसी ?

Ans 3, सबसे दुर्गम सीढ़ी मोह कर्म का क्षय।


Q 4, केवलज्ञान कि तात्विक  परिभाषा?

Ans 4, शुक्ल ध्यान के प्रभाव से पांचो ज्ञानावरणीय कर्मो के क्षय होने से जो उज्ज्वल प्रकाश, ज्ञान प्राप्त होता है, वह केवल ज्ञान है।


Q 5,यह प्रत्यक्ष ज्ञान या परोक्ष ज्ञान है ?

Ans 5, केवलज्ञान प्रत्यक्ष ज्ञान है।


Q.6, प्रत्यक्ष ज्ञान से क्या तात्पर्य है?

Ans 6,बिना इंद्रिय व मन के होने वाला ज्ञान।

अवधिज्ञान, मनपर्यय ज्ञान केवल ज्ञान तीनो प्रत्यक्ष. मति, श्रुत परोक्ष.


Q 7, केवलज्ञान क्या सभी संस्थान( शरीर का आकार) वाले प्राप्त कर सकते है?

Ans 7, हाँ, सभी 6 संस्थान वाले केवल ज्ञान प्राप्त कर सकते है।


Q 8, केवलज्ञान क्या सभी सहनंन  वाले प्राप्त कर सकते है? कौन कौन. से सहनंन वाले को केवल ज्ञान होता है?


Q 9, वज्रऋषभनाराच सहनंन नियमा किसे होता है?

Ans 9, त्रेशठ (63) श्लाखा पुरुष, केवली व सातवीं नारकी के जीव।


Q 10, केवलज्ञान आने से पूर्व कौन से घाती कर्मो का क्षय होता है ?

Ans10, केवल ज्ञान आने से पूर्व तीन घाती कर्मो का क्षय होता है, ज्ञानावर्णीय, दर्शनावर्णीय, अंतराय कर्म.


Q 11,  यह तीन घाती कर्म  कौनसे गुणस्थान मे क्षय होते है?


Ans 11, यह तीन घाती कर्म 12 वे गुणस्थान के अंत समय मे क्षय होते है.


Q 12, कर्मो का राजा मोहनीय कर्म कौनसे गुणस्थान मे क्षय होता है?

Ans 12, दसवें गुणस्थान मे मोह कर्म का क्षय हो जाता है.


Q 13, केवलज्ञान कौनसे गुणस्थान मे प्रकट होता है ?

Ans 13, केवलज्ञान 13 वे गुणस्थान के प्रथम समय मे प्रकट होता है.


Q 14, केवल ज्ञान विशुद्ध क्यों है?

Ans 14, यह एक दम निरावर्ण है। कोई आवरण नही.


Q 15, क्या केवल ज्ञान प्राप्त करने से पूर्व अवधि ज्ञान, मन पर्यव ज्ञान होना आवश्यक है?

Ans 15, नियमा नही, लेकिन हो भी सकता है।


Q16, क्या सामान्य केवली या तीर्थंकर के केवलज्ञान मे कोई अंतर ?

Ans 16, तीर्थंकर केवली या सामान्य केवली दोनो का केवलज्ञान एक समान।


Q 17, अवधि ज्ञान क्षयोपशमिक ज्ञान, केवलज्ञान कौनसा ज्ञान?

Ans 17,अवधि, मनपर्यय चारों ज्ञान क्षयोपशमिक ज्ञान, केवलज्ञान केवल क्षायीक ज्ञान है.


 Q 18, केवलज्ञान के कितने भेद.?

Ans 18, केवलज्ञान के दो भेद। कहीं कहीं तीन भेद. दोनो मे ही तीनों भेद आ जाते है.


Q 19, दो भेद कौनसे ?

Ans 19 भवस्थ, अभवस्थ।


Q 20, भवस्थ केवलज्ञान कौनसा?

Ans 20, सशरीरी को होने वाला केवलज्ञान भवस्थ केवलज्ञान।


Q 21, भवस्थ केवलज्ञान के कितने भेद, कौनसे?

Ans 21,भवस्थ केवलज्ञान के दो भेद, सयोगी, अयोगी।


Q 22 सयोगी, अयोगी केवलज्ञान से क्या तात्पर्य?

Ans 22, 13 वे गुणस्थान वर्ती सयोगी केवली, 14 वे गुणस्थान वर्ती अयोगी केवली।


Q 23, अभवस्थ केवलज्ञान कौनसा?

Ans 23,सिद्ध आत्मा के केवलज्ञान को अभवस्थ केवलज्ञान कहते है।


अनंतर सिद्ध केवलज्ञान के 15 भेद, सिद्ध के 15 भेद  को समझे.


Q 24,अवधिज्ञान का कौनसा भेद अंतरमुहूरत मे केवलज्ञान मे परिणित हो जाता है?

Ans 24,परमअवधि ज्ञानी अंतर्मुहूरत मे केवलज्ञान को पा जाता है।


Q 25, कौनसे मनपर्यय ज्ञानी को भी अवश्य केवल ज्ञान होगा?

Ans 25, विपुलमति मनपर्यय ज्ञानी को भी अवश्य केवल ज्ञान होगा।


Q 26, जीव का केवलज्ञान काल के हिसाब से क्या है  ? 

A. आदि अनंत

B  अनादि अनंत

C, शादि अनंत

D, शादि शांत

Ans 26, C, शादि अनंत. शादि जिसका आरंभ है, जीव को कर्मो के क्षय से केवलज्ञान होगा, यह आरंभ यानि शादि अवस्था है, अनंत, सिद्ध बनने के बाद अनंत काल तक केवलज्ञान केवल दर्शन साथ रहेगा.


Q 27,, केवलज्ञान काल के हिसाब से क्या है  ? 

A. आदि अनंत

B  अनादि अनंत

C, शादि अनंत

D, शादि शांत

Ans 27,  B अनादि अनंत. महाविदेह क्षेत्र की अपेक्षा से. हमेशा से है, हमेशा रहेगा.


Q 28, कौनसे से शरीरी को अवश्य उसी भव मे केवलज्ञान होगा ?

Ans 28, चरम शरीरी जीव को उसी भव मे अवश्य केवलज्ञान होगा, मोक्ष होगा.



🦚 *टॉपिक -: पांच ज्ञान*🦜

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1️⃣ जातीस्मरण ज्ञान कौनसे ज्ञान का भेद है ❓

🅰️ मतिज्ञान


2️⃣कौनसा ज्ञान उसी भव मे मोक्ष ले जाता है ❓

🅰️ केवलज्ञान


3️⃣ केवलज्ञान की जननी कौन है ❓

🅰️ श्रुत ज्ञान


4️⃣ मन की बातो को कौनसा ज्ञान जान सकता है ❓

🅰️ मन पर्यव ज्ञान


5️⃣ यहा से बेठे बेठे समीत क्षेत्र को कौनसा ज्ञान देख सकता है ❓

🅰️ अवधिज्ञान


6️⃣ तीर्थंकर परमात्मा को दीक्षा लेते ही कौनसा ज्ञान होता है ❓

🅰️ मन पर्यव ज्ञान


7️⃣ सम्यग्दृष्टि नारकी देवता को जन्म से कितने ज्ञान होते हैं ❓

🅰️ तीन, मति, श्रुत, अवधि


8️⃣ अभी भरत क्षेत्र मे कितने ज्ञान हो सकते हैं ❓

🅰️ तीन, मति, श्रुत, अवधि


9️⃣ तीर्यंच श्रावक को कितने ज्ञान हो सकते हैं ❓

🅰️ तीन, मति, श्रुत, अवधि


1️⃣0️⃣ मिथ्या दृष्टि देवता नारकी को कितने ज्ञान हो सकते हैं ❓

🅰️ नही होता अज्ञान है

12.10.18 शुक्रवार

1⃣ शास्त्रों में मतिज्ञान का दूसरा नाम कोनसा हे ?

🅰 अभिनिबोधिक ज्ञान .

2⃣  मतिज्ञान के कितने भेद हे ?

🅰 28.

3⃣ श्रुतज्ञान के कितने भेद हे ?

🅰 14

4⃣  अवधिज्ञान के कितने भेद हे ?

🅰 6.

5⃣  मनः पर्यव ज्ञान के कितने भेद हे ?

🅰 2

6⃣ केवलज्ञान के कितने भेद हे ?

🅰 1.

7⃣  पांच ज्ञान के मिलकर कितने भेद हे ?

🅰  51.

8⃣   पांच ज्ञान के परोक्ष ज्ञान कितने ?

🅰  2. ( 1मतिज्ञान 2 श्रुतज्ञान )

9⃣  पांच ज्ञान में प्रत्यक्ष ज्ञान कितने ?

🅰  3....( 1 अवधिज्ञान ,2 मनः पर्यव ज्ञान ,3 केवल ज्ञान )

1⃣0⃣  जाती स्मरण ज्ञान किस ज्ञान का भेद हे ?

🅰 मतिज्ञान .

1⃣1⃣  दूसरे मन के विचार किस ज्ञान से जान सकते हे ?

🅰  मनः पर्यव ज्ञान .

1⃣2⃣ पुस्तक पढनेसे कोनसा ज्ञान होता हे ?

🅰  श्रुतज्ञान .

1⃣3⃣  किस ज्ञान के उदय से आत्मा सर्वज्ञ बनती हे ?

🅰 केवल ज्ञान .

1⃣4⃣ किस कर्म के उदय से रूपी पदार्थो का ज्ञान होता हे ?

🅰 अवधिज्ञान .

1⃣5⃣ तीनलोक के सभी पदार्थो   का ज्ञान किस ज्ञान से होता हे ?

🅰 केवलज्ञान ।

1⃣6⃣ आनन्द श्रावक को कोनसा ज्ञान हुआ था ?

🅰 अवधि ज्ञान ।।

🅿1⃣7⃣ चार ज्ञान जावे तो एक ज्ञान आवे ❓❓

🅰 केवल ज्ञान आवे बाकी के चार ज्ञान जावे ।।

1⃣8⃣ दो कोनसे ज्ञान की जोड़ी अमर है ?

🅰मति ज्ञान श्रुत ज्ञान ।

1⃣9⃣ पांचो ज्ञान का वर्णन कोनसे सूत्र में आता है ?

🅰 नन्दी सूत्र में।

2⃣0⃣ रोज भोजन  करते  दीक्षा  लेने  वाले  तीर्थंकर  कौन है❓

🅰 श्री सुमति नाथ जी 5वें तीर्थंकर 

2⃣1⃣तीर्थंकर भिक्षा लेते  ही देव कितने धन की  वर्षा करते हैं❓

🅰 तीर्थंकर  के  शरीर  प्रमाणे

2⃣2⃣तीर्थंकर  देशना देने के पूर्व  किसको नमस्कार करते हैं❓

🅰णमो  तीत्थस्स  (तीर्थ को) 

2⃣3⃣ एक लाख  पूर्व  की  आयु  कौनसे तीर्थंकर की थी❓

🅰 शीतल नाथजी 10वें तीर्थंकर की ।

2⃣4⃣तीर्थंकर  की कौन सी  देशना  अधिक  शक्तिशाली  होती है❓

🅰 प्रथम  देशना 

2⃣5⃣तीर्थंकर  प्रभु के धर्म  सभा में  किस गति के  जीव नहीं  आते हैं❓

🅰 नरक गति के  जीव 

2⃣6⃣तीर्थंकर  की  सभा  में  स्त्रियाँ  किस प्रकार  देशना  श्रवण करती है❓

🅰 खडी रहकर देशना  श्रवण करती है 

2⃣7⃣तीर्थंकर  कौन सी  अवस्था  में  उत्कृष्ट  मौन व्रत  का पालन करते हैं❓

🅰 छद्मस्थ अवस्था  में 

2⃣8⃣तीर्थंकर  छद्मस्थ  अवस्था  में  कितने कारणों से  बोलते हैं❓

🅰 4 चार  कारणों से (याचना,  मार्ग, आज्ञा लेने व प्रश्नों  के उत्तर देने) 

2⃣9⃣धर्म  तीर्थ का  विच्छेद  कितनी  बार  हुआ ❓(इस  अवसर्पिणी काल में)

🅰 सात बार ।।

3⃣0⃣तीर्थंकर  दीक्षा  लेते  ही किस शब्द का  प्रयोग करते हैं❓

🅰 णमो सिध्दस्स 

🙏

*🌹ज्ञान🌸*

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

📚🖌📘🖋📙🖍📚🖌📘


1⃣💐ज्ञान का वर्णन कौनसे सुत्र  में है ❓

🅰1⃣💐नंदी सुत्र❗ 

   2⃣💐ज्ञान के कितने प्रकार है ❓

🅰2⃣💐   5❗  

    3⃣💐तीर्थकर भगवान को जन्म  से कितने ज्ञान होते हैं ❓

🅰3⃣💐3  मति ज्ञान, श्रुत ज्ञान,  अवधि ज्ञान ❗                              

4⃣💐नंदी सुत्र में श्रोता के कितने प्रकार बताये गये है ❓

🅰4⃣💐14❗

    5⃣💐क्षय का क्या अर्थ हैं ❓

🅰5⃣💐 सर्वथा नाश होना❗

 6⃣💐उपशम का क्या अर्थ होता है ❓

🅰6⃣💐दबना/उपशान्त होना ❗

   7⃣💐ज्ञान के कुल कितने भेद है ❓

🅰7⃣💐51❗                                 8⃣💐बुद्धि के कितने प्रकार है ❓

🅰8⃣💐चार❗

9⃣💐तीर्थकर के कौनसा ज्ञान आने पर चार ज्ञान चले जाते है ❓

🅰9⃣💐केवल ज्ञान ❗                    

1⃣0⃣💐नंदिसूत्र में वैनेयिकी बुद्धि के कितने दृष्टांत बताये है❓

🅰1⃣💐15 ❗

1⃣1⃣ज्ञान की आराधना करने वाले कितने समय तक करते हैं ❓

🅰1⃣1⃣5वर्ष 5महिने❗                       1⃣2⃣💐तीर्थकरो को दीक्षा लेते ही कौनसा ज्ञान  प्राप्त होता है ❓

🅰1⃣4⃣मनपर्यवज्ञान❗

1⃣3⃣💐अवधि ज्ञान के कितने  भेद है ❓

🅰1⃣3⃣💐6❗

1⃣4⃣💐जो ज्ञान आने के बाद वापस नहीं जाता वो कौनसा ज्ञान है ❓

🅰1⃣4⃣💐अप्रतिपाती ज्ञान ❗

1⃣5⃣नंदिसूत्र में औत्पातिकी बुद्धि के कितने दृष्टांत बताये है❓

🅰💐27

1⃣6⃣मतिज्ञान पूर्वक ही यह ज्ञान होता है, मतलब दोनो की जोड़ी है ❓

🅰1⃣6⃣💐श्रुतज्ञान❗    

1⃣7⃣ज्ञान वृद्धि के कितने बोल  है ❓

🅰1⃣7⃣💐11बोल❗                       1⃣8⃣ज्ञान प्राप्ति में बाधक कितने कारण है ❓

🅰1⃣8⃣💐5कारण ❗ 

    1⃣9⃣शिक्षाशील के कितने गुण है ❓

🅰1⃣9⃣💐8गुण ❗                         2⃣0⃣ ज्ञान प्राप्ति बाधक 5कारण के नाम बताये ❓

🅰2⃣0⃣💐1अभिमान 2 क्रोध 3प्रमाद 4रोग 5 आलस्य ❗

2⃣1⃣💐पढे नहीं, पढ़ने देवे नही, पढ़ने में अंतराय देवे तो कौनसा कर्म का बंध होता है ❓

🅰2⃣1⃣💐ज्ञानावरणीय कर्म

   2⃣2⃣💐जिसका क्षयोपशम इतना श्रेष्ठ होता कि वो हाजिर जवाबि होता है,  वो कौन सी बुद्धि है ❓

🅰2⃣2⃣💐ओतपातिक बुद्धि     

  2⃣3⃣ श्रुत ज्ञान के कितने भेद है ❓

🅰2⃣3⃣14/20❗

 2⃣4⃣💐  दो प्रकार के प्रत्यक्ष ज्ञान कौन से❓

🅰2⃣4⃣💐 इन्द्रिय प्रत्यक्ष, नो इन्द्रिय प्रत्यक्ष ❗

 2⃣5⃣💐आत्मा और इन्द्रिय से होने वाला ज्ञान कौनसा है ❓

🅰2⃣5⃣💐इन्द्रिय प्रत्यक्ष 

    2⃣6⃣💐नो इन्द्रिय प्रत्यक्ष ज्ञान कितने प्रकार के होते है ❓

🅰2⃣6⃣💐3प्रकार ❗

  2⃣7⃣ज्ञानावरणीय कर्म बंध के कितने कारण हैं ❓

🅰2⃣7⃣6कारण❗   

  2⃣8⃣💐केवल ज्ञान कितने प्रकार का है ❓

🅰2⃣8⃣💐एक (अपेक्षा से दो भी- भवस्थ केवल ज्ञान, सिद्धस्थ केवल ज्ञान❗ 

 2⃣9⃣💐मन:पर्वय ज्ञान इहभविक है या परभविक❓

🅰2⃣9⃣💐इहभविक ❗

3⃣0⃣हमारे अभी कौनसे कर्म का क्षय हो रहा है ❓

🅰3⃣0⃣💐ज्ञानावरणीय कर्म

      3⃣1⃣💐ज्ञान पंचमीके दिन किस पद (मंत्र) की माला गिनते है ❓

🅰3⃣1⃣💐नमो णाणस्स❗






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