देव /देवता गति
*👉 देव गति 👈*
🅿️7⃣3️⃣1️⃣नक्षत्र विमान के देवी का उत्कृष्ट आयुष्य कितना है❓
*🅰पाव पल्योपम झाझेरी।*
🅿️7⃣3️⃣2⃣तारा विमान के देवों का जघन्य आयुष्य कितना है❓
*🅰पल्योपम का ऑठवां भाग।*
🅿️7⃣3️⃣3️⃣तारा विमान के देवो का उत्कृष्ट आयुष्य कितना है❓
*🅰पाव पल्योपम।*
🅿️7⃣3️⃣4️⃣तारा विमान के देवी का जघन्य आयुष्य कितना है❓
*🅰पल्योपम का ऑठवां भाग।*
🅿️7⃣3️⃣5⃣तारा विमान के देवी का उत्कृष्ट आयुष्य कितना है❓
*🅰पल्योपम का ऑठवां भाग
👈*
🅿️7⃣5⃣1️⃣ तिर्छालोक से उपर क्या है ❓
🅰ऊर्ध्व लोक
🅿️7⃣5⃣2⃣उध्वलोक में कौन रहते हैं ❓
🅰वैमानिक विमान
🅿️7⃣5⃣3️⃣ वेमानीक किसे कहते हैं ❓
🅰जो विमानो में रहते है
🅿️7⃣5⃣4️⃣ वेमानीक देव कितने प्रकार के है ❓
🅰2
🅿️7⃣5⃣5⃣ दो प्रकार कौन कौन से है ❓
1⃣ देवों क मुख्य भेद कितने?
🅰1⃣ 4
2⃣ वैमानिक देवों के मुख्य भेद कितने
🅰2⃣ 2
3⃣ देवों का संघयण कौनसा?
🅰3⃣ देवों में संघयण नहीं होता।
4⃣ भवनपति देव कहाँ रहते हैं?
🅰4⃣ अधोलोक/नरक में
5⃣ देवोँ का आहार कौनसा?
🅰5⃣ रोमाहार/लोमाहार
6⃣ देवियां कहाँ तक होती है?
🅰6⃣ दूसरे देवलोक तक
7⃣ व्यंतर निकाय में कुल कितने भेद होते हैं?(198 में से)
🅰7⃣52 (8व्यंतर+8वाणव्यन्तर+10तिर्यंक जृम्भक=26,पर्याप्त और अपर्याप्त)
8⃣ व्यंतर निकाय के इंद्र कितने है?
🅰8⃣ 32(16व्यंतर,16व्याण व्यन्तर)
9⃣ परमधामी देव कौनसी नरक तक होते है?
🅰9⃣ तीसरी नरक तक
🔟 देवोँ का आयुष्य कैसा होता हैं?
🅰🔟 अनपवर्तनीय/निरूपक्रमी
1⃣1⃣ लोकांतिक देव कहाँ रहते है?
🅰1⃣1⃣ पांचवें ब्रह्म देवलोक के अंत मेँ
1⃣2⃣ कल्पोपपन्न देव कितने?
🅰1⃣2⃣ 24 (12देवलोक+9लोकांतिक+3किल्विशिक)
1⃣3⃣ ज्योतिष्क देवोँ के इन्द्र कितने होते है?
🅰1⃣4⃣ तिर्छालोक/मध्यलोक में
1⃣5⃣ ज्योतिष्क के मुख्य भेद कितने?
🅰1⃣5⃣ 2(चर, अचर)
1⃣6⃣ देवों में वेद कितने और कौनसे?
🅰1⃣7⃣ 14 (9ग्रैवेयक,5अनुत्तर विमान)
1⃣8⃣ भवनपति के कुल भेद कितने(198 में से)
🅰1⃣8⃣ 10
🅿1⃣9⃣ देवों की जघन्य और उत्कृष्ट आयु कितनी है?
🅰1⃣9⃣ 10,000वर्ष , 33 सागरोपम)
🅿2⃣0⃣ पांचवे देवलोक का नाम क्या है ❓🅰2⃣0⃣ ब्रम्ह देवलोक
🅿2⃣1⃣ देवों के आयुष्य का बन्ध कब होता है?
🅰2⃣1⃣ आयु के छह महीने से पहले ❗
2⃣2⃣ देव में योग कितने पाए जाते है ❓❓
🅰2⃣2⃣ 11
2⃣3⃣ देवों में उपयोग कितने?
🅰2⃣3⃣ 9
2⃣4⃣ देवों का संस्थान कौनसा?
🅰2⃣4⃣ पहला समचतुरस्त्र
2⃣5⃣ देवोँ में पर्याप्ति कितनी?
🅰2⃣5⃣ सभी 6 पर्याप्ति
2⃣6⃣ देवोँ का जन्म कैसा कहलाता है?
🅰2⃣6⃣ उपपात जन्म
2⃣7⃣ कौनसे देव मिथ्यात्वी ही होते है?
🅰2⃣7⃣ परमाधामि,किलविशिक
2⃣8⃣ अनुत्तर विमान में कौन नहीं जा सकता?
🅰2⃣8⃣ अभवि ,मिथ्यात्वी जीव
2⃣9⃣ कौनसी गति से देवलोक में जा सकते है?
🅰2⃣9⃣ मनुष्य और तिर्यंच
3⃣0⃣ कर्मभूमि में जन्मे हुए कौनसे संग्नि मनुष्य देव नहीं बन सकते?
🅰3⃣0⃣ 3 वासुदेव,प्रतिवसुदेव,चक्रवर्ती का स्त्री रत्न
3⃣1⃣ देव कौन कौन सी गति का आयुष्य बांधते हैं?
🅰3⃣1⃣ मनुष्य और तिर्यंच
3⃣2⃣ कितने देव तीर्थंकर को दीक्षा के लिए चेताते है और नाम क्या है ❓❓❓
🅰3⃣2⃣ 9 ओर लौकांतिक देव
*༺꧁ पारस प्रश्र मंच ग्रुप ꧂༻*
https://www.facebook.com/groups/parasprashnamanch/
*📕 रोज के 10 प्रश्र्न 📘*
*DATE ~ 27/10/2020*
*आशीर्वाद एवं प्रेरणा स्रोत*
*श्री चम्पक गच्छ नायक तपस्वीराज परम पूज्य गुरुदेव श्री पारस मुनिजी म.सा*
*प्रवचन प्रभावक परम पूज्य श्री पंकज मुनीजी म सा*
❀•~•~•~•~•~•~•~•~•~•❀
*🌸आज के गुरूजी 🌸*
*ज्योती जी टाटीया*
*साकरी*
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🦚 *टॉपिक -:देवता*🦜
*〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️*
🦚🌼🌻🌹🦚🌼🌻🌹🦚
1️⃣ देव कितने प्रकार के है
🅰️ चार प्रकार
2️⃣देवो का आहार कौनसा है
🅰️ रोम आहार
3️⃣देवता के कुल कितने भेद है
🅰️ 198
4️⃣परमाधामी देव कौनसी नरक तक होते हैं
🅰️ तीसरी नरक
5️⃣देवो की जघन्य आयु कितनी होती है
🅰️ दस हजार वर्ष
6️⃣ देवो की उत्कृष्ट आयु कितनी होती है
🅰️ 33 सागरोपम
7️⃣ कोनसी गति के जीव देवलोक मे जा सकते हैं
🅰️ मनुष्य, तिर्यंच
8️⃣देवो का संस्थान कौनसा है
🅰️ समचतुरस्त्र
9️⃣देवो का जन्म कहाँ होता है
🅰️ शय्या पर
1️⃣0️⃣ कौनसे देव एकांत मिथ्यात्वी होते हैं
🅰️ परमाधामी, कील्वीषी
*जिन आज्ञा विरुद्ध कुछ भी लिखा ✍ हो तो मिच्छामि दुक्कडं🙏*
*༺꧁ श्री पारस प्रश्र मंच ꧂༻*
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*7977689503*
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*
🅿️9️⃣3️⃣1️⃣ पहले देवलोक के देवों की जघन्य स्थिति कितनी है ❓
🅰एक पल्योपम
🅿️9️⃣3️⃣2⃣ पहले देवलोक की परिगृहिता देवींयो की जघन्य स्थिति कितनी है ❓
🅰एक पल्योपम
🅿️9️⃣3️⃣3️⃣पहले देवलोक की अपरिगृहिता देवींयो की जघन्य स्थिति कितनी है ❓
🅰एक पल्योपम
🅿️9️⃣3️⃣4️⃣ दुसरे देवलोक के देवों की जघन्य स्थिति कितनी है ❓
🅰एक पल्योपम झाझेरी
🅿️9️⃣3️⃣5️⃣ दुसरे देवलोक की परिगृहिता देवींयो की जघन्य स्थिति कितनी है ❓
🅰एक पल्योपम झाझेरी
Ranjana p Bumb kopergaon
🅿️8⃣9️⃣6️⃣ चौथे देवलोक की आभ्यंतर परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰6,000
🅿️8⃣9️⃣7⃣ पांचवे देवलोक की आभ्यंतर परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰 4,000
🅿️8⃣9️⃣8⃣ छठे देवलोक की आभ्यंतर परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰2,000
🅿️8⃣9️⃣9️⃣ सातवें देवलोक की आभ्यंतर परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰 1,000
🅿️9️⃣0️⃣0️⃣ आठवें देवलोक की आभ्यंतर परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰 500
🅰कल्पोपन, कल्पतित
*🅿️7⃣4️⃣6⃣ असंख्यात द्वीप समुद्रों को मिलाकर कितने सुर्य चंद्र है ❓
🅰ढाई द्वीप में132 सूर्य
132 चन्द्रमा
🅿️7⃣4️⃣7⃣ अढाई द्वीप के बाहर ज्योतिषी देव क्या करते हैं ❓
🅰स्थिर रहते हैं
🅿️7⃣4️⃣8⃣ सुर्य चंद्र का विमान किस वस्तु का है ❓
🅰सुर्य का स्फटिक से
चन्द्र मा रत्नमय
🅿️7⃣4️⃣9️⃣ सुर्य चंद्र का प्रकाश कहा से आता है ❓
🅰 उनके विमान से
🅿️7⃣5⃣0️⃣ जैन आगम के अनुसार सुर्य चंद्र क्या है ❓
🅰ज्योतिष देव
*🅿️7⃣4️⃣1️⃣ सुर्य के कितने मंडल है ❓*
*🅰आठ*
*🅿️7⃣4️⃣2⃣ चंद्र के कितने मंडल है ❓*
*🅰एक*
*🅿️7⃣4️⃣3️⃣ नक्षत्र के कितने मंडल है ❓*
*🅰️ सत्तावीस(27)*
*🅿️7⃣4️⃣4️⃣ चर ज्योतीषी देव किसकी परिक्रमा लगाते हैं ❓*
*🅰मेरू पर्वत की*
*🅿️7⃣4️⃣5⃣ मेरू पर्वत से ज्योतीषी चक्र कितनी दूर है ❓*
*🅰98500योजन*
🅿️7⃣3️⃣1️⃣नक्षत्र विमान के देवी का उत्कृष्ट आयुष्य कितना है❓
*🅰पाव पल्योपम झाझेरी।*
🅿️7⃣3️⃣2⃣तारा विमान के देवों का जघन्य आयुष्य कितना है❓
*🅰पल्योपम का ऑठवां भाग।*
🅿️7⃣3️⃣3️⃣तारा विमान के देवो का उत्कृष्ट आयुष्य कितना है❓
*🅰पाव पल्योपम।*
🅿️7⃣3️⃣4️⃣तारा विमान के देवी का जघन्य आयुष्य कितना है❓
*🅰पल्योपम का ऑठवां भाग।*
🅿️7⃣3️⃣5⃣तारा विमान के देवी का उत्कृष्ट आयुष्य कितना है❓
*🅰पल्योपम का ऑठवां भाग झाझेरी।*
🅿️7⃣3️⃣6⃣ अढाई द्वीप मे ज्योतिषी देवो के कितने विमान है ❓
🅰संख्यात
🅿️7⃣3️⃣7⃣ अढाई द्वीप के बाहर ज्योतिषी देवो के कितने विमान है ❓
🅰 असंख्यात
🅿️7⃣3️⃣8⃣ ज्योतीषी देवो में इंद्र किनके है ❓
🅰 सुर्य चंद्र
🅿️7⃣3️⃣9️⃣ एक सुर्य चंद्र का परिवार कितना है ❓
🅰 28 नक्षत्र 88 ग्रह 66975 क्रोडा क्रोड़ी तारा
🅿️7⃣4️⃣0️⃣ ज्योतीषी देवो के गमन पथ को क्या कहते हैं ❓
🅰 मंडल
*736}अढाई द्वीप मे ज्योतिषी देवो के कितने विमान है❓*
*🅰संख्यात।*
*737}अढाई द्वीप के बाहर ज्योतिषी देवो के कितने विमान है❓*
*🅰असंख्यात।*
*738}ज्योतीषी देवो में इंद्र किनके है❓*
*🅰सुर्य व चन्द्र।*
*739}एक सुर्य चंद्र का परिवार कितना है ❓*
*🅰एक चन्द्र व सुर्य के साथ 88 ग्रह,28 नक्षत्र,66975 कोटाकोटि तारे होते है।*
*740}ज्योतीषी देवो के गमन पथ को क्या कहते हैं ❓*
*🅰ज्योतिष (चर)चक्र।*
🅿️7⃣9️⃣6️⃣ पहले देवलोक के सामानीक देव कितने है ❓
🅰84000
🅿️7⃣9️⃣7⃣ दुसरे देवलोक के सामानीक देव कितने है ❓
🅰80000
🅿️7⃣9️⃣8⃣ तीसरे देवलोक के सामानीक देव कितने है ❓
🅰75000
🅿️7⃣9️⃣9️⃣ चौथे देवलोक के सामानीक देव कितने है ❓
🅰70000
🅿️8⃣0️⃣0️⃣ पांचवें देवलोक के सामानीक देव कितने है ❓
🅰60000
🅿️8⃣8⃣1️⃣ सातवें देवलोक के महल की चोडाई कितनी है ❓
🅰2,400 योजन
🅿️8⃣8⃣2⃣ आठवें देवलोक के महल की चोडाई कितनी है ❓
🅰 2,400 योजन
🅿️8⃣8⃣3️⃣ नवें देवलोक के महल की चोडाई कितनी है ❓
🅰 2,300 योजन
🅿️8⃣8⃣4️⃣ दसवें देवलोक के महल की चोडाई कितनी है ❓
🅰2,300 योजन
🅿️8⃣8⃣5️⃣ ग्यारहवें देवलोक के महल की चोडाई कितनी है ❓
🅰2,300 योजन
🅿️9️⃣1️⃣1️⃣ नवें दशवें देवलोक की मध्यम परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰 500
🅿️9️⃣1️⃣2⃣ ग्यारहवें बारहवें देवलोक की मध्यम परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰250
❓1⃣ शकेन्द्र को वज्रपाणि क्यों कहते है?
🅰1⃣ वज्र=वज्र, पाणि= हाथ। हाथ में वज्र धारण किये हुये होने से वज्रपाणि कहा जाता है।
❓2⃣ शकेन्द्र को पाक शासन क्यों कहा जाता है?
🅰2⃣ पाक नामक शत्रु का नाश करके उस पर शासन करने के के कारण पाक शासन पड़ा।
❓3⃣ हर्षातिरेक में इन्द्र क्या करते है?
🅰3⃣ आदर पूर्वक सिंहासन से उठते है।
❓4⃣ एक सुघोषा घंटा बजाए जाने पर कितनी घंटायें बजने लगी?
🅰4⃣ एक कम 32 लाख घंटायें झनझनाने लगी।
❓5⃣ पालक देव को शकेन्द्र ने क्या आज्ञा दी?
🅰5⃣ दिव्ययान विमान(यात्रा
विमान) की विकुर्वणा करो।
❓6⃣ यान विमान में कितनी दिशाओं में कितनी सीढ़ियां होती है?
🅰6⃣ तीन दिशा--उत्तर,दक्षिण,
पूर्व में 3-3 सीढ़ियां होती है।
❓7⃣ विमान के बीचों बीच क्या बनाया?
🅰7⃣ प्रेक्षा मण्डप।
❓8⃣ प्रेक्षा मण्डप के बीच में क्या बनाया?
🅰8⃣ मणिपीठिका (मणिरत्नों का चबूतरा) ।
❓9⃣ मणिपीठिका के ऊपर क्या है?
🅰9⃣ इन्द्र महाराज के बैठने का सिंहासन है।
❓🔟 सामानिक देवों के कितने आसान है?
🅰🔟 84,000(चौरासी हजार)
आसन है।
❓1⃣1⃣ तीन परिषद् देवों के कितने आसन है?
🅰1⃣1⃣ आभ्यांतर परिषद् के देवों के 12 हजार,मध्यम परिषद् के 14 हजार एवं बाह्म परिषद् के 16 हजार आसन है।
❓1⃣2⃣ पालक यान विमान में मुख्य कितने आसन व सिंहासन है?
🅰1⃣2⃣ 4,62,015 आसन एवं एक सिंहासन है।
❓1⃣3⃣ समानिक देवता किधर से आकर बैठते है?
🅰1⃣3⃣ उत्तरी त्रिसोपानक से आकर अपने-अपने आसनों पर बैठते है।
❓1⃣4⃣ यान विमान से आगे-आगे कौन चलते है?
🅰1⃣4⃣ शुभ शकुन रूप आठ मंगल।
❓1⃣5⃣ पुष्पक यान विमान का निर्माण किसने किया?
🅰1⃣5⃣ पुष्पक अभियोगिक देव ने।
❓1⃣6⃣ माहेन्द्र इन्द्र के यात्रा का विमान का नाम क्या है?
🅰1⃣6⃣ श्रीवत्स यान विमान।
❓1⃣7⃣ माहेन्द्र इन्द्र के यात्रा विमान का संकोचन कहाँ किया जाता है?
🅰1⃣7⃣ उत्तर पूर्ववर्ती(वायव्य
कोण) रतिकर पर्वत पर आकर ।
❓1⃣8⃣ आठवें देवलोक में यान -विमान कौन बनाता है?
🅰1⃣8⃣ मनोरम देव।
❓1⃣9⃣ यात्रा विमान में कितनी सीटें सामानिक देवों की है?
🅰1⃣9⃣ 30 हजार आसन।
❓2⃣0⃣ यात्रा विमान में कितने अंगरक्षक सवार होते है?
🅰2⃣0⃣ 1 लाख 20 हजार देव।
❓2⃣1⃣ तीर्थंकर के हाथ से दान लेने वाले के यहाँ क्या होता है?
🅰2⃣1⃣ 1-12 साल तक खजाना अटूट रहता है।
2- 12 साल घर में रोग नहीं होता।
3- 12 साल तक घर में क्लेश नहीं होता।
❓2⃣2⃣ बलीन्द्र के घण्टे का नाम क्या है?
🅰2⃣2⃣ महौघ स्वरा।
❓2⃣3⃣ चौथे देवलोक में घंटा वादक कौन है?
🅰2⃣3⃣ पदाति सेनापति लघु पराक्रम देव।
❓2⃣4⃣ शकेन्द्र अपने कितने रूपों की विकुर्वणा करते है?
🅰2⃣4⃣ पाँच रूपों की।
❓2⃣5⃣ यान के आगे पीछे कौन चलते है?
🅰2⃣5⃣ बहुत से अभियोगिक देव देवियां अपने-अपने साधनों में बैठकर चलते है।
❓2⃣6⃣ दिव्य यान विमान के विस्तार को कहाँ पर आकर समेटते है?
🅰2⃣6⃣ नंदीश्वर द्वीप के आग्नेय कोणवर्ती रतिकर पर्वत पर।
❓2⃣7⃣ भगवान की स्तुति करके शकेन्द्र क्या करते है?
🅰2⃣7⃣ पूर्व की और मुँह करके सिंहासन पर बैठते है।
❓2⃣8⃣ घंटा से कैसे आवाज निकलती है?
🅰2⃣8⃣ बादलों के गर्जन के तुल्य एवं गंभीर तथा मधुर शब्द निकलते है।
❓2⃣9⃣ प्रेक्षा मण्डप कितने खंभों पर टिका है?
🅰2⃣9⃣ सैकड़ो खंभों पर।
❓3⃣0⃣ सेनापति देवों के कितने आसन किस दिशा में है?
🅰3⃣0⃣ सात सेनापति देवों के आसन सिंहासन से पश्चिम दिशा में है।
🅿️9️⃣1️⃣6️⃣ चौथे देवलोक की बाह्य परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰10,000
🅿️9️⃣1️⃣7⃣ पांचवे देवलोक की बाह्य परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰8,000
🅿️9️⃣1️⃣8⃣ छठे देवलोक की बाह्य परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰6,000
🅿️9️⃣1️⃣9️⃣ सातवें देवलोक की बाह्य परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰4,000
🅿️9️⃣2⃣0️⃣ आठवें देवलोक की बाह्य परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰 2,000
🅿️9️⃣1️⃣3️⃣ पहले देवलोक की बाह्य परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰 16,000
🅿️9️⃣1️⃣4️⃣ दुसरे देवलोक की बाह्य परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰 14,000
🅿️9️⃣1️⃣5️⃣ तीसरे देवलोक की बाह्य परिषदा मे कितने देव है ❓
🅰12,000
अशुचि कर्म निवारण होने के पश्चात क्या होता है?
शकेन्द्र का आसन कम्पित होता है।
शकेन्द्र कौन है?
पहले देवलोक का इन्द्र ।
शकेन्द्र के अन्य कितने नाम है?
वज्रपाणि, पुरन्दर, शतक्रतु, सहस्राक्ष, मघवा, पाकशासन, दक्षिणार्ध लोकाधिपति आदि।
शकेन्द्र को वज्रपाणि क्यो कहते है?
वज्र=वज्र,पाणि=हाथ।हाथ में वज्र धारण किये हुये होने से वज्रपाणि कहा जाता है।
पुरन्दर नाम क्यों पडा ?
पुर=असुरों के नगर विशेष के विध्वंसक होने से पुरन्दर नाम पड़ा।
शकेन्द्र का नाम शतक्रतु क्यो पड़ा?
पूर्वभव अर्थात कार्तिक सेठ के भव में 100 बार श्रावक की पाँचवीं प्रतिमा की प्रतिपालना करने से।
शकेन्द्र का सहस्राक्ष नाम से क्या अभिप्राय हैं ?
1000आँख वाले अर्थात अपने 500मंत्रियों की अपेक्षा हजार आँखों वाले ।
शकेन्द्र का मघवा नाम क्यों पड़ा ?
मेघों के अर्थात बादलों के नियन्ता होने से मघवा नाम पड़ा ।
शकेन्द्र को पाक शासन क्यों कहा गया है?
पाक नामक शत्रु का नाश करके उस पर शासन करने के कारण पाक शासन नाम पड़ा।
शकेन्द्र कौन से हाथी पर सवारी करते हैं ?
ऐरावत हाथी पर।
ऐरावत हाथी पूर्व में कौन था?
वह सन्यासी ,जिसने कार्तिक सेठ के पीठ पर गर्मागर्म खीर रखवा कर खाई थी।
१.देवताओं का जन्म कैसै होता है व उस जन्म को क्या बोलते है...??
उ१.देवताओं का जन्म फूलों की शय्या में होता है, यही उपपात जन्म कहलाता हैं।
२.देवताओं को कुमारअवस्था में आने के लिए कितना समय लगता है...??
उ२.देवता दो घड़ी (48मिनिट) में कुमार अवस्था में आजाते है...।
३.देवों को वेदन-संवेदन किस प्रकार कि होती है...??
उ३.संवेदन सुखद व दु:खद दोनों ही प्रकार की होती हैं। दु:खद हो या सुखद आखिर तो दोनों ही संवेदना ही है। हाँ स्वर्गस्थ देवता ज्यादा पुण्यशाली होते है अत: पुण्योदय से सुख की शाता वेदना ही ज्यादा भुगतते हैं। जबकि दु:ख का प्रमाण बहुत ही अल्प होता है।
४.देवकल्प अर्थात आचार के कितने भेद है ...??
उ४.आचार दो प्रकार का..
१.द्रव्य आचार २.भाव आचार...।
५.कामवासना जागृत होने का कारण क्या...??
उ६.वेदमोहनिय कर्म की प्रकृति जो सत्ता में पडी है उसके उदय में आने के कारण कामवासना जागृत होती है..।
६.मनुष्य जैसी स्त्री पुरूष की स्वदेह कामक्रीड़ा किस किस देवलोक तक होती है...??
उ६.भवनपति, व्यंतर तथा ज्योतिषी देवता और वैमानिक के प्रथम दो देवलोक तक जैसी स्त्री पुरूष स्व देहसंबंध रति क्रिया करते है वैसा ही ये देव भी करते है...।
७.3 और 4थे देवलोक के देवता किस प्रकार अपनी कामक्रीडा की संतुष्टी करते है...?
उ७.देवता देवी के स्पर्श सुख से अपनी वासना की संतुष्टि करते हैं।
८.5 और 6ठे व 7वे और 8वें देवलोक के देवता किस प्रकार अपनी काम वासना की संतुष्टी करते है...??
उ८.5 और 6ठे देवलोक के देवता देवियों के मनमोहक रूप देखकर व 7वे और 8वे देवलोक के देवता देवियों के गीत संगीत सुनकर अपनी काम वासना की संतुष्टि करते है...।
९.9वे व 10वे देवलोक व इसके उपर के देवलोकों में वासना का उदय होने पर किस प्रकार कामसुख प्राप्त करते है...??
उ९.ये देवता जब जब वासना बढती है तब मानसिक रूप से ही देवियों का चिंतन कर विचार मात्र करते ही सुख पा लेते है...।
१०.देवियो का जन्म किस लोक तक होता है...??
उ१०.देवियों का दुसरे देवलोक तक ही जन्म होता है...।
११देवियाँ किस देवलोक तक जा सकती है...??
उ११.देवियां आठवें देवलोक तक ही जा सकती है..।
१२.देवियाँ कितनी तरह की होती है..??
उ१२.दो तरह की...
१)पणिग्रहीता २)अपणिग्रहीता
१३.नौ लोकांन्तिक देवों के क्या नाम है...??
उ१३.१)सारस्वत २)आदित्य ३)वह्नि ४)अरूण ५)गर्दतोय ६)तुषित ७)अव्याबाध ८) मरूत ९)अरिष्ट, इस प्रकार इन नौ नामों के धारक लोकांतिक देवता नौ प्रकार के होते है...।
१४यह देव कैसे होते है
*सम्यग दृष्टि*
1⃣ देवों क मुख्य भेद कितने?
🅰1⃣ 4
2⃣ वैमानिक देवों के मुख्य भेद कितने
🅰2⃣ 2
3⃣ देवों का संघयण कौनसा?
🅰3⃣ देवों में संघयण नहीं होता।
4⃣ भवनपति देव कहाँ रहते हैं?
🅰4⃣ अधोलोक/नरक में
5⃣ देवोँ का आहार कौनसा?
🅰5⃣ रोमाहार/लोमाहार
6⃣ देवियां कहाँ तक होती है?
🅰6⃣ दूसरे देवलोक तक
7⃣ व्यंतर निकाय में कुल कितने भेद होते हैं?(198 में से)
🅰7⃣52 (8व्यंतर+8वाणव्यन्तर+10तिर्यंक जृम्भक=26,पर्याप्त और अपर्याप्त)
8⃣ व्यंतर निकाय के इंद्र कितने है?
🅰8⃣ 32(16व्यंतर,16व्याण व्यन्तर)
9⃣ परमधामी देव कौनसी नरक तक होते है?
🅰9⃣ तीसरी नरक तक
🔟 देवोँ का आयुष्य कैसा होता हैं?
🅰🔟 अनपवर्तनीय/निरूपक्रमी
1⃣1⃣ लोकांतिक देव कहाँ रहते है?
🅰1⃣1⃣ पांचवें ब्रह्म देवलोक के अंत मेँ
1⃣2⃣ कल्पोपपन्न देव कितने?
🅰1⃣2⃣ 24 (12देवलोक+9लोकांतिक+3किल्विशिक)
1⃣3⃣ ज्योतिष्क देवोँ के इन्द्र कितने होते है?
🅰1⃣4⃣ तिर्छालोक/मध्यलोक में
1⃣5⃣ ज्योतिष्क के मुख्य भेद कितने?
🅰1⃣5⃣ 2(चर, अचर)
1⃣6⃣ देवों में वेद कितने और कौनसे?
🅰1⃣7⃣ 14 (9ग्रैवेयक,5अनुत्तर विमान)
1⃣8⃣ भवनपति के कुल भेद कितने(198 में से)
🅰1⃣8⃣ 10
🅿1⃣9⃣ देवों की जघन्य और उत्कृष्ट आयु कितनी है?
🅰1⃣9⃣ 10,000वर्ष , 33 सागरोपम)
🅿2⃣0⃣ पांचवे देवलोक का नाम क्या है ❓🅰2⃣0⃣ ब्रम्ह देवलोक
🅿2⃣1⃣ देवों के आयुष्य का बन्ध कब होता है?
🅰2⃣1⃣ आयु के छह महीने से पहले ❗
2⃣2⃣ देव में योग कितने पाए जाते है ❓❓
🅰2⃣2⃣ 11
2⃣3⃣ देवों में उपयोग कितने?
🅰2⃣3⃣ 9
2⃣4⃣ देवों का संस्थान कौनसा?
🅰2⃣4⃣ पहला समचतुरस्त्र
2⃣5⃣ देवोँ में पर्याप्ति कितनी?
🅰2⃣5⃣ सभी 6 पर्याप्ति
2⃣6⃣ देवोँ का जन्म कैसा कहलाता है?
🅰2⃣6⃣ उपपात जन्म
2⃣7⃣ कौनसे देव मिथ्यात्वी ही होते है?
🅰2⃣7⃣ परमाधामि,किलविशिक
2⃣8⃣ अनुत्तर विमान में कौन नहीं जा सकता?
🅰2⃣8⃣ अभवि ,मिथ्यात्वी जीव
2⃣9⃣ कौनसी गति से देवलोक में जा सकते है?
🅰2⃣9⃣ मनुष्य और तिर्यंच
3⃣0⃣ कर्मभूमि में जन्मे हुए कौनसे संग्नि मनुष्य देव नहीं बन सकते?
🅰3⃣0⃣ 3 वासुदेव,प्रतिवसुदेव,चक्रवर्ती का स्त्री रत्न
3⃣1⃣ देव कौन कौन सी गति का आयुष्य बांधते हैं?
🅰3⃣1⃣ मनुष्य और तिर्यंच
3⃣2⃣ कितने देव तीर्थंकर को दीक्षा के लिए चेताते है और नाम क्या है ❓❓❓
🅰3⃣2⃣ 9 ओर लौकांतिक देव
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08 - 07 - 2020 (8::30---9)
Hansraj Ji Bhansali
Topic -::- देवलोक की करे सैर
१.इन्हें परमाधामी देव क्यु कहा जाता है..?
१.परम अधार्मिक होने से इन्हे परमाधामी कहा जाता है...।
२.परमाधामी जीव भव्य होते है या अभव्य...??
उ२.ये जीव भव्य होते है
३.परमाधामी देव का अवतार क्यु मिलता है...?
पूर्व भव में दुसरो को सताने में मज़ा लेते है
उ३.पूर्वभव में क्रूर कर्मी, संक्लिष्ट अध्यवसायी, पाप कर्म में आनंद का अनुभव करने वाले होते है।
पंचाग्निरूप मिथ्या कष्ट क्रिया वाले अज्ञानतप करने से इनको ये अवतार मिलता हैं।
४.परमाधामी का कार्य का है..?
उ४.नारकी जीवों को दु:ख देने में, उन पर प्रहार करने में, तथा दु:ख से उन्हे रोता देखकर परमाधामी अत्यन्त खुश होना व नारकी को सजा देना इनके प्रमुख कार्य है..।
५.नारकी जीवों के दु:ख में आनंद मनाने के कारण महाकर्म का बंध कर ये परमाधामी देव मरकर क्या बनते है...?
उ५.अण्डगोलिक मनुष्य के रूप में जन्म लेते है...।
[ ६.अंडगोलिक मनुष्य का संघयण कौनसा होता है...?
उ६.वज्रऋषभनारच संघयण होता है..।
७.अंडगोलिक मनुष्य कैसे होते है...?
उ७.महापराक्रमी, मांस - मदिरा और स्त्रियों के महालोलुपी होते है.
८.इन को अंडगोलिक मनुष्य क्यु कहा जाता है..?
उ८.इनके शरीर में एक गोली होती है जिसके प्रभाव से जल में रहने वाले छोटे - बडे जीव जंतु इनके पास में नही आते...।
९.इनकी मृत्यु किस प्रकार होती है..??
उ९.रत्नो के व्यापारी वो गोली प्राप्त करने के लिए एक वज्र की चक्की बनाते है, उस में मांस मदिरा रख देते है, मांस मदिरा के लालच में ये चक्की में चले जाते है व रत्नो रे व्यापारी चक्की का दरवाजा बंद कर देते व चक्की को चालु कर देते है.. अण्डगोलिक उसमें पसने लगता है, पीडा के कारण चिल्लाने लगता है.. प्रथम संघयण होने के कारण हड्डीया जल्दी से टुटती नही है इसलिए इनके शरीर को छ: महिने तक लगातार पिस कर गोली निकाली जाती है...
*जैसी करनी वैसी भरणी*
१०.अंडगोलिक मरकर कहाँ उत्पन्न होते है...?
उ१०.महाघोरतिघोर यातनाएँ भोगता हुआ अण्डगोलिक अति रौद्रध्यान में मरकर नरक में उत्पन्न होता है..।
११.किल्बिषिक देव किसे कहते है..?
उ११.चंडाल जैसे देव को..।
१२ क्या कार्य करते है
नीच जाती के देव जो नौकर जैसा काम करते है
१३.आभयोगिक देव किसे कहते है..?
उ१३.इन्द्र सभा के सभाषद देवों को.....।
१४बिजली की तरह आते है हवा की तरह ज्ञान देते है कौंन
रेखा जी की पोस्ट
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