25 बोल
*कर्म*
*6}तत्व किसे कहते हैं ?*25 बोल
*🅰वस्तु के वास्तविक स्वरूप को तत्त्व कहते हैं।*
*7तत्व कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?*
*🅰 नौ - जीव, अजीव, पुण्य, पाप, आश्रव, संवर, निर्जरा, बंध, मोक्ष।*
*8जीव किसे कहते हैं ?*
*🅰 जिसमे ज्ञान शक्ति हो, सुख - दुख, पुण्य - पाप का कर्ता और भोक्ता, तीनों काल में शाशवत अमर होता है।*
*9 जीव कितने प्रकार के होते हैं, नाम बताइए ?*
*🅰दो - सिद्ध, संसारी।*
*10} आप जीव का कौन सा भेद है, और कितने कर्मों से बंधे हुए हैं*
संसारी
टोपीक :- 25 बोल
1️⃣ आठवां पुण्य क्या है❓
सभी सुपर्ब
🅰️1️⃣ काय पुण्य⭕
2️⃣नरक गति में जाने का दूसरा कारण क्या❓
🅰️2️⃣ महापरिग्रह⭕
3️⃣शरीर मे चिकना(स्निग्ध) क्या है❓
🅰️3️⃣ आंख की कीकी⭕
4️⃣ तीसरा दण्डक किसका है❓
🅰️4️⃣नागकुमार का⭕
5️⃣वस्तु के समूह को क्या कहते है❓
🅰️5️⃣राशि⭕
6️⃣आपका गुणस्थान कौनसा❓
🅰️6️⃣देश विरति श्रावक गुणस्थान⭕
7️⃣आठ कर्मों के स्वभाव को कौनसा बन्ध कहते है❓
🅰️7️⃣ प्रकृति बन्ध⭕
8️⃣ एकेन्द्रिय में कितने बलप्राण होते है❓
🅰️8️⃣ चार बलप्राण⭕
9️⃣मनुष्यों के 303 भेद मे गर्भज के कितने भेद❓
🅰️9️⃣ 202 भेद⭕
🔟थके हुए पथिक को छाया देना किस द्रव्य का उदाहरण हैं❓
🔟🅰️ अधर्मास्तिकाय⭕
1️⃣1️⃣देव व नारको का कौनसा शरीर होता है❓
🅰️1️⃣1️⃣औपपातिक शरीर⭕
1️⃣2️⃣पांचवे व्रत में श्रावक जी कितने प्रकार के परिग्रह की मर्यादा करते है ❓
🅰️1️⃣2️⃣ नो आंतरिकओर 14बाह्य प्रकार के⭕
1️⃣3️⃣पिछली तीन लेश्या किनमे मिलती है❓
🅰️1️⃣3️⃣ वैमानिक देव में⭕
1️⃣4️⃣चुगली करना कौनसा पाप है❓
🅰️1️⃣4️⃣ चौहदवा पाप पैशुन्य⭕
1️⃣5️⃣ तत्व विचारणा की रुचि को क्या कहते है❓
🅰️1️⃣5️⃣ दृष्टि⭕
1️⃣6️⃣वैमानिक देव कितने है❓
🅰️1️⃣6️⃣ अड़तीस
1️⃣7️⃣केवल फलों के गुच्छे को ही तोड़ना है किस लेश्या का उदाहरण है❓
1️⃣7️⃣🅰️ चौथी तेजो लेश्या⭕
1️⃣8️⃣शुद्ध आहार आदि की गवेषणा करना क्या ❓
🅰️1️⃣8️⃣ निर्जरा का भेद भिक्षाचर्या⭕
1️⃣9️⃣ बन्ध कितने है तीसरा बन्ध कौनसा है❓
🅰️1️⃣9️⃣ चार,अनुभाग बन्ध⭕
2️⃣0️⃣त्याग व्रत पच्चक्खाण सब कौनसे ध्यान है❓
2️⃣0️⃣ 🅰️ शुभ ध्यान ⭕
2️⃣1️⃣हम सबका अंतिम लक्ष्य क्या है❓
🅰️2️⃣1️⃣ मोक्ष⭕
हम जैन होते हुए "परपाखंड "शब्द का क्या अर्थ समझेंगे.
A पाखंडी मतलब मिथ्यत्वि,,,अन्य मत,,,,भगवानं ने 363 प्रकार के पाखंडी बताये है,,,ये कुप्रवर्चन मिथ्यत्व का भेद है,,,,,
क्रियावादी,अक्रियावादी,अज्ञानवादी ओर विनय वादी,,,,ये चार प्रकार के पाखंडी के मत के 363 भेद है
"प्रहर "शब्द का क्या मतलब है?
Aसूर्य उदय से सूर्यास्त के बीच या सुर्यास्त से सूर्य उदय के बीच का जो समय होता है उस समय को 4 से विभाजित करने पर जो समय आता है उस समय को 1 प्रहर कहते।
3 घण्टे से कम ज्यादा ऋतु अनुसार।
*👉 कर्म 👈*
*╚═══❖•ೋ° °ೋ•❖═══╝
*🅿️1️⃣1️⃣ अजीव किसे कहते हैं ?*
*🅰️जो सर्वथा चेतना शून्य जड़ हो उसे अजीव कहते है*
*🅿️1️⃣2️⃣ अजीव कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?*
*🅰️*दो प्रकार के रूपी_अरूपी *
दस भेद अरूपी अजीव के
चार भेद रूपी पुद्गल के
*🅿️1️⃣3️⃣ पुद्गल किसे कहते हैं ?*
*🅰️जिसमें वर्ण गंध रस स्पर्श हो जो सड़न गलन स्वाभाव वाला हो उसे पुद्गल कहते हैं*
*🅿️1️⃣4️⃣ पुद्गल अजीव का कौन सा प्रकार है नाम बताइए ?*
*🅰️पुद्गल अजीव का रुपी प्रकार है*
*🅿️1️⃣5️⃣ द्वार किसे कहते
हैं ?*
*🅰️किसी भी वस्तु (स्वरूप) को समझने के प्रकार को द्वार कहते है*
प्रश्न 1686 अविरति सम्यग् दृष्टि गुणस्थान किसे कहते हैं ?
उत्तर *व्रत नहीं होने पर भी उसकी दृष्टि सही है, उसे अविरति सम्यग् दृष्टि गुणस्थान कहते हैं।*
प्रश्न 1687 प्रथम चार गुणस्थान वाले जीव त्याग क्यों नहीं कर सकते हैं ?
उत्तर *अप्रत्याख्यान मोह कर्म का विपाक उदय होने के कारण।*
प्रश्न 1688 सम्यक्त्व को कौन कौन सी गति वाले जीव प्राप्त कर सकते है ?
उत्तर *चारों गति वाले जीव।*
प्रश्न 1689 देव, नारकी के कौन से गुणस्थान से ऊपर नहीं उठ सकते ?
उत्तर *अविरति सम्यक दृष्टि गुणस्थान से*
प्रश्न 1690 अनमोल रत्न किसे कहा गया है ?
उत्तर *सम्यक्त्व को।*
*कल पूछे गए सवालों के जवाब*
प्रश्न 1756 छठा गुणस्थान कौन सा है ?
उत्तर *प्रमत संयत गुणस्थान।*
प्रश्न 1757 क्या छठे गुण स्थान के बिना कोई जीव मुक्ति जा सकता है ?
उत्तर *नहीं।*
प्रश्न 1758 अप्रमत संयत गुणस्थान किसे कहते हैं ?
उत्तर *जिस आत्म अवस्था में प्रमाद विलय हो जाता है उसे अप्रमत संयत गुणस्थान कहते हैं।*
प्रश्न 1759 निवृत्ति बादर गुणस्थान किसे कहते हैं ?
उत्तर *स्थूल कषायों की निवृत्ति वाली आत्मदशा निवृत्ति बादर गुणस्थान कहलाती है।*
*निवृत्ति का अर्थ है विसदृशता। इस गुणस्थान में रहने वाले जीवों की परिणाम विशुद्धि समान नहीं होती है।*
प्रश्न 1760 निवृत्ति बादर गुणस्थान का दूसरा नाम क्या है ?
*कल पूछे गए सवालों के जवाब*
प्रश्न 1721 देशविरति गुणस्थान किसे कहते हैं ?
उत्तर *सम्यग् दृष्टि के जो आंशिक त्याग होता है, उसे देश विरति गुणस्थान कहते हैं ।*
प्रश्न 1722 पांचवें गुणस्थान में आया हुआ जीव कितने तत्त्वों का जानकार होता है ?
उत्तर *जीव आदि नौ तत्वों का ।*
प्रश्न 1723 पांचवें गुणस्थान वाला जीव पूर्ण त्यागी क्यों नहीं होता है ?
उत्तर *प्रत्याख्यानावरण कर्म का उदय होने के कारण।*
प्रश्न 1724 पांचवें गुणस्थान में आते ही जीव कितने शल्यों से मुक्त हो जाता है ?
उत्तर *तीन शल्यों से।*
प्रश्न 1725 श्रावक का पहला लक्ष्य क्या हो ?
उत्तर *बारहव्रती बने।*
उत्तर *अपूर्वकरण।*
*कल पूछे गए सवालों के जवाब*
प्रश्न 1716 प्रायश्चित से जीव क्या प्राप्त करता है ?
उत्तर *प्रायश्चित्त करने से पापकर्मों की विशुद्धि होती है और आदमी निरतिचार हो जाता है। सम्यक् प्रकार से प्रायश्चित्त को स्वीकार करने वाला व्यक्ति मार्ग और मार्ग फल का विशोधन करता है तथा आचार और आचार के फल की आराधना करता है।*
प्रश्न 1717 निर्जरा के दो प्रकार कौन से हैं ?
उत्तर *निर्जरा के दो प्रकार हैं -- बाह्य निर्जरा और आभ्यन्तर निर्जरा।*
प्रश्न 1718 प्रायश्चित के दस प्रकार कौन कौन से हैं ?
उत्तर *प्रायश्चित के दस प्रकार बताए गए हैं --*
1 *आलोचना* -- गुरु के सामने अपने दोषों को निवेदित करना।
2. *प्रतिक्रमण* -- किए हुए पापों से निवृत्त होने के लिए *मिच्छा मि दुक्कडं* मेरे सब पाप निष्फल हों -- ऐसा कहना, कायोत्सर्ग आदि करना और भविष्य में पाप कार्यों से दूर रहने के लिए सावधान करना।
3. *तदुभय* -- आलोचना और प्रतिक्रमण दोनों करना।
4. *विवेक* -- आए हुए अशुद्ध आहार आदि का उत्सर्ग करना।
5. *उत्सर्ग* -- चतुर्विंशति-स्तुति के साथ कायोत्सर्ग करना।
6. *तप* -- अनशन, ऊनोदरी आदि करना।
7. *छेद* -- संयम-काल को देखकर कम कर देना।
8. *भूल* -- पुनः व्रतारोपण करना।
9. *अनवस्थाप्य* -- तपस्यापूर्वक पुनः व्रतारोपण करना।
10. *पाराञ्चित* -- भर्त्सना एवं अवहेलनापूर्वक पुनः व्रतारोपण करना।
प्रश्न 1719 राजा ने चरवाहे और ब्राह्मण को कितने कोड़े लगाने को कहा ?
उत्तर *ब्राह्मण को 30 कोड़े*
*चरवाहेको 20 कोड़े*
प्रश्न 1720 नीचे दिए गए वाक्य को पूरा करें ।
इस प्रकार दोष-शुद्धि का एक प्रकार है -- ______।
उत्तर *प्रायश्चित*
*कल पूछे गए सवालों के जवाब*
प्रश्न 1711 कितने गणधरों का निर्वाण भगवान महावीर के निर्वाण से पहले हो गया था ?
उत्तर *पांच।*
प्रश्न 1712 23 तीर्थंकरों ने अपना पहला पारणा खीर से किया , कौन से तीर्थंकर ने पहला पारणा खीर से नहीं किया तो किससे किया ?
उत्तर *प्रथम तीर्थंकर ऋषभ प्रभु ने प्रथम पारणा ईक्षुरस से किया।*
प्रश्न 1713 अपवर्तनीय और अनपवर्तनीय से क्या तात्पर्य है ?
( उत्तर के लिए पचीस बोल में छठा बोल प्राण दस refer करे )
उत्तर *जिस जीवन में आयुष्य कर्म की उदीरणा हो सकती है, उसे अपवर्तनीय आयुष्य कहते हैं, जिस जीवन में आयुष्य कर्म की उदीरणा नहीं हो सकती है, उसे अनपवर्तनीय आयुष्य कहते हैं।*
प्रश्न 1714 तेरापंथ धर्म संघ का सबसे पहले साप्ताहिक पत्र कौन सा था ?
उत्तर *तेरापंथ धर्म संघ का सबसे पहला साप्ताहिक पत्र -- जनपथ । इसका सम्पादन देवेन्द्र भाई करणावट ने किया।*
प्रश्न 1715 कल ( 26/3/2020 ) की रात को किये गए मेसेज को पढ़कर नीचे दी गई लाइन को पूरा करें ।
प्रशिक्षण के द्वारा समाज में अधिक से अधिक सच्चे और _______ लोग उत्पन्न होंगे ।
उत्तर *प्रामाणिक*
*कल पूछे गए सवालों के जवाब*
प्रश्न 1686 अविरति सम्यग् दृष्टि गुणस्थान किसे कहते हैं ?
उत्तर *व्रत नहीं होने पर भी उसकी दृष्टि सही है, उसे अविरति सम्यग् दृष्टि गुणस्थान कहते हैं।*
प्रश्न 1687 प्रथम चार गुणस्थान वाले जीव त्याग क्यों नहीं कर सकते हैं ?
उत्तर *अप्रत्याख्यान मोह कर्म का विपाक उदय होने के कारण।*
प्रश्न 1688 सम्यक्त्व को कौन कौन सी गति वाले जीव प्राप्त कर सकते है ?
उत्तर *चारों गति वाले जीव।*
प्रश्न 1689 देव, नारकी के कौन से गुणस्थान से ऊपर नहीं उठ सकते ?
उत्तर *अविरति सम्यक दृष्टि गुणस्थान से*
प्रश्न 1690 अनमोल रत्न किसे कहा गया है ?
उत्तर *सम्यक्त्व को।*
*🅿️1️⃣6️⃣ रुपी अजीव किसे कहते हैं ?*
*🅰️जिसमें वर्ण रस गंध स्पर्श और संस्थान पाये जाते है उसे रुपी अजीव कहते हैं*
*🅿️1️⃣7️⃣ अरुपी अजीव किसे कहते हैं ?*
*🅰️ जिनमें वर्ण गंध रस स्पर्श और संस्थान नही पाये जाते उन अजीव पदार्थो को अरूपी अजीव कहते है* *
*🅿️1️⃣8️⃣ रूपी अजीव कितने प्रकार के होते हैं ?*
*🅰️चार प्रकार के*
*🅿️1️⃣9️⃣ रूपी अजीव का कौन सा प्रकार सिर्फ अनंत प्रदेशी स्कंध वाला होता हैं?**
*🅰️पुद्गल*
*🅿️2️⃣0️⃣ सुक्ष्म परिणत पुद्गल के प्रकारो के नाम बताइए ?*
*🅰️*परमाणु,
द्विप्रदेशी स्कंध,
त्रिप्रदेशी स्कंध
चतु:प्रदेशी स्कंध,
पञ्च प्रदेशीस्कंध,
षट प्रदेशी स्कंध
,सप्त प्रदेशी स्कंध
,अष्ट प्रदेशी स्कंध
नव प्रदेशी स्कंध
दस प्रदेशी स्कंध
।संख्यात प्रदेशी स्कंध,,
असंख्यात प्रदेशी स्कंध,
अनंत प्रदेशी स्कंध
4⃣1⃣परमाणुओं के अथवा तुल्य प्रदेशी स्कंधो के समुदाय को वर्गणा कहते हैं
4⃣2⃣जिसमें धर्मास्तिकाय आदि हो उसे लोक कहते हैं
4⃣3⃣कर्म पुद्गल है
4⃣4⃣परमाणु से लेकर असंख्यात प्रदेशी स्कंध तक के पुद्गलो को जीव ग्रहण नहीं करता है
4⃣5⃣अभव्य से अनंत गुणा एवं सिद्धों के अनंतवे भाग प्रमाण वाले अनंत प्रदेशी स्कंधो को जीव ग्रहण करता है
╲\╭┓
╭ 🌹 *श्री पारस प्रश्न मंच*
┗╯\╲☆ ●═════❥ ❥ ❥
*✍ प्रश्र्न कर्ता ✍*
*प्रिंसी डूंगरवाल*
*╔═══❖•ೋ° °ೋ•❖═══╗*
*👉 कर्म 👈*
*╚═══❖•ೋ° °ೋ•❖═══╝*
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣*
🅿️1⃣ कर्म किसे कहते हैं ?
🅰 कषाय और योग के निमित्त से कार्मण वर्गणा के जो पुद्गल आत्मा के साथ बंध चुके हैं वे कर्म कहलाते हैं ।
🅿️2⃣ कर्म कितने प्रकार के होते हैं ,नाम बताइए ?
🅰 आठ प्रकार के
ज्ञानावरणीय, दर्शनावरणीय, वेदनीय, मोहनीय,आयुष्य, नाम, गोत्र, अंतराय
🅿️3⃣ घाती और अघाती कर्म में क्या अंतर है ?
🅰 जो आत्मा के मूल गुण का घात करते हैं वह घाती कर्म और जो आत्मा के मुल गुण का घात नहीं करते हैं वह अघाती कर्म कहलाते हैं ।
🅿️4⃣घाती कर्म कितने प्रकार के होते हैं ,नाम बताइए ?
🅰 चार प्रकार के
🟣ज्ञानावरणीय
🟣दर्शनावरणीय
🟣मोहनीय
🟣अंतराय
🅿️5⃣ अघाती कर्म कितने प्रकार के होते हैं ,नाम बताइए ?
🅰चार प्रकार के
🟣वेदनीय
🟣आयुष्य
🟣नाम
🟣गोत्र
*प्रश्र्न माला क्रमांक 2️⃣*
🅿️6⃣ तत्व किसे कहते हैं ?
🅰 वस्तु (जीव,अजीव)के वास्तविक स्वरूप को तत्व कहते हैं ।
🅿️7⃣ तत्व कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰 9 प्रकार के
🟣 जीव🟣अजीव🟣पुण्य 🟣पाप🟣आश्रव🟣संवर🟣निर्जरा🟣बंध🟣मोक्ष
🅿️8⃣ जीव किसे कहते हैं ?
🅰 जो चेतना ,संवेदना, शक्ति युक्त हो, उसे जीव कहते हैं
🅿️9⃣ जीव कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰 दो प्रकार के
🟣संसारी
🟣 सिद्ध
मुख्य रूप से 2 प्रकार के,वैसे 14/563 भेद भी बतलाए गए है।
🅿️1⃣0⃣ आप जीव का कौन सा भेद है और कितने कर्मों से बंधे हुए हैं ?
🅰 संसारी
7 या 8 कर्मों से से
(आयुष्य का बंध हर समय नहीं होता है)
*प्रश्र्न माला क्रमांक 3️⃣*
🅿️1️⃣1️⃣ अजीव किसे कहते हैं ?
🅰️ जो सर्वथा चेतना शुन्य, जड़ हो ।
🅿️1️⃣2️⃣ अजीव कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ दो प्रकार के
🟣रूपी अजीव
🟣अरूपी अजीव
🅿️1️⃣3️⃣ पुद्गल किसे कहते हैं ?
🅰️ जिसमें वर्ण, गंध,रस,स्पर्श हो ,जो मिलते बिखरते हो,उसे पुद्गल कहते हैं ।
हम जिन जिन पदार्थों को देखते हैं ,वे सभी पुद्गल है ।
🅿️1️⃣4️⃣ पुद्गल अजीव का कौन सा प्रकार है नाम बताइए ?
🅰️ रूपी अजीव
🅿️1️⃣5️⃣ द्वार किसे कहते हैं ?
🅰️ प्रवेश, मार्ग ,रास्ता ।
जिसके माध्यम से विषय में प्रवेश किया जाए अर्थात विषय को जाना जाए उसे द्वार कहते हैं ।
*प्रश्र्न माला क्रमांक 4️⃣*
🅿️1️⃣6️⃣ रुपी अजीव किसे कहते हैं ?
🅰️ जिस अजीव पदार्थ में वर्ण, गंध,रस, स्पर्श हो ।
🅿️1️⃣7️⃣ अरुपी अजीव किसे कहते हैं ?
🅰️जिस अजीव पदार्थ में वर्ण, गंध,रस, स्पर्श न हो ।
🅿️1️⃣8️⃣ रूपी अजीव कितने प्रकार के होते हैं ?
🅰️ 2 प्रकार के
🟣सुक्ष्म परिणत पुद्गल
🟣 बादर परिणत पुद्गल
🅿️1️⃣9️⃣ रूपी अजीव का कौन सा प्रकार सिर्फ अनंत प्रदेशी स्कंध वाला होता हैं?
🅰️ बादर परिणत पुद्गल
🅿️2️⃣0️⃣ सुक्ष्म परिणत पुद्गल के प्रकारो के नाम बताइए ?
🅰️ परमाणु, द्वि-प्रदेशी स्कंध,त्रि-प्रदेशी स्कंध,चतुःप्रदेशी स्कंध,पज्च प्रदेशी स्कंध,षट्प्रदेशी स्कंध,सप्तप्रदेशी स्कंध,अष्टप्रदेशी स्कंध,नवप्रदेशी स्कंध,दसप्रदेशी स्कंध ....संख्यात प्रदेशी स्कंध,असंख्यात प्रदेशी स्कंध,अनंत प्रदेशी स्कंध
╲\╭┓
╭ 🌹 *श्री पारस प्रश्न मंच*
┗╯\╲☆ ●═════❥ ❥ ❥
*प्रश्र्न माला क्रमांक 5️⃣*
🅿️2️⃣1️⃣ अरुपी अजीव कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ 10 प्रकार के
🟣 धर्मास्तिकाय
🟣धर्मास्तिकाय का देश
🟣धर्मास्तिकाय के प्रदेश
🟣 अधर्मास्तिकाय
🟣अधर्मास्तिकाय का देश
🟣अधर्मास्तिकाय के प्रदेश
🟣 आकाशास्तिकाय
🟣आकाशास्तिकाय का देश
🟣आकाशास्तिकाय के प्रदेश
🟣 काल
🅿️2️⃣2️⃣ वर्ण कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ पांच प्रकार के
🖤 काला
💙 नीला
❤️ लाल
💛 पीला
🤍 सफेद
🅿️2️⃣3️⃣गंध कितने प्रकार की होती हैं नाम बताइए ?
🅰️ दो प्रकार के
🟣 सुरभि गंध
🟣 दुरभि गंध
🅿️2️⃣4️⃣ रस कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ पांच प्रकार के
🟣 तीखा
🟣 कड़वा
🟣 कषेला
🟣 खट्टा
🟣 मीठा
🅿️2️⃣5️⃣ स्पर्श कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ 8 प्रकार के
🟣 कर्कश
🟣 मृदु
🟣गुरु
🟣 लघु
🟣शीत
🟣 उष्ण
🟣 स्निग्ध
🟣 रुक्ष
*प्रश्र्न माला क्रमांक 6️⃣*
🅿️2️⃣6️⃣ पुद्गल का अविभाज्य अंश क्या कहलाता है ?
🅰️ परमाणु
🅿️2️⃣7️⃣ स्कंध का अविभाज्य अंश क्या कहलाता है ?
🅰️ प्रदेश
🅿️2️⃣8️⃣ स्कंध किसे कहते हैं ?
🅰️ दो या दो से अधिक प्रदेशों के परस्पर जुड़े हुए समूह को स्कंध कहते हैं ।
🅿️2️⃣9️⃣ परमाणु स्कंध से जुड़े हुए होते हैं ? ( हां/ना)
🅰️ ना
🅿️3️⃣0️⃣प्रदेश स्कंध से जुड़े हुए होते हैं ? ( हां/ना)
🅰️ हां
*प्रश्र्न माला क्रमांक 7️⃣*
🅿️3️⃣1️⃣ प्रदेश और परमाणु कामाप एक सा होता है?(हां/ना)
🅰️हां
🅿️3️⃣2️⃣ एक परमाणु का आकार किसके बराबर होता है ?
🅰️ एक आकाश प्रदेश की अवगाहना के बराबर, एक परमाणु की अवगाहना होती है ।
🅿️3️⃣3️⃣ सूक्ष्म परिणत पुद्गल मे जघन्य कितने वर्ण, गंध, रस, स्पर्श होते है?
🅰️१ वर्ण,१ गंध,१ रस,२ स्पर्श
🅿️3️⃣4️⃣सूक्ष्म परिणत पुद्गल मे उत्कृष्ट कितने वर्ण, गंध, रस, स्पर्श होते है?
🅰️५ वर्ण,२ गंध,५ रस,४ स्पर्श
🅿️3️⃣5️⃣सूक्ष्म परिणत पुद्गल मे उत्कृष्ट 4 स्पर्श कौन-कौन से हैं ?
🅰️शीत,उष्ण,स्निग्ध,रूक्ष
*प्रश्र्न माला क्रमांक 8️⃣ *
🅿️3️⃣6️⃣बादर परिणत पुद्गल मे जघन्य कितने वर्ण,गंध,रस,स्पर्श होते है ?
🅰️1वर्ण,1गंध,1रस,4स्पर्श
🅿️3️⃣7️⃣बादर परिणत पुद्गल मे उत्कृष्ट कितने वर्ण,गंध,रस,स्पर्श होते है ?
🅰️5वर्ण,2गंध,5रस,8स्पर्श
🅿️3️⃣8️⃣असंख्यात और अनंत मे क्या अंतर है ?
🅰️ जिसकी गिनती न की जा सके-असंख्यात और जिसका अंत ना हो-अनंत
🅿️3️⃣9️⃣कौनसे जीव लोक मे अनंत हैं?
🅰️संसारी और सिद्ध
🅿️4️⃣0️⃣ संसारी और सिद्ध जीव लोक मे कहाँ-2 विद्यमान है ?
🅰️ संसारी जीव संपूर्ण लोक में ठसाठस भरे हुवे है ऑर सिद्ध लोक के अग्रभाग पर स्थित है ।
*प्रश्र्न माला क्रमांक 9️⃣
🅿️4️⃣1️⃣ वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️ परमाणु के अथवा तुल्य प्रदेशी स्कंधो के समुदाय को
🅿️4️⃣2️⃣ लोक किसे कहते हैं ?
🅰️ जिसमें धर्मास्तिकाय आदि द्रव्य हो ।
🅿️4️⃣3️⃣ कर्म क्या है ?
🅰️ पुद्गल
🅿️4️⃣4️⃣ किन पुद्गलो को जीव ग्रहण नहीं करता है ?
🅰️ परमाणु से लेकर असंख्यात प्रदेशी स्कंध तक के पुद्गलो को
🅿️4️⃣5️⃣किन पुद्गलो को जीव ग्रहण करता है ?
🅰️ अभवी से अनंत गुणा एवम् सिद्ध के अनंतवे भाग प्रमाण वाले अनंत प्रदेशीे स्कंधो को
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣0️⃣
🅿️4️⃣6️⃣ ग्रहण योग्य वर्गणाएँ किसे कहते हैं ?
🅰️ जिन वर्गणाओ को जीव ग्रहण करता है ,वे वर्गणाओ ग्रहण योग्य वर्गणाएँ कहलाती है ।
🅿️4️⃣7️⃣ जीव की ग्रहण योग्य वर्गणाएं में कितनी है ?
🅰️ 8 वर्गणाएं
🅿️4️⃣8️⃣ अभव्य जीव किसे कहते हैं ?
🅰️ जो कभी मोक्ष नहीं जाएगा।
🅿️4️⃣9️⃣जीव की ग्रहण योग्य वर्गणाआे के नाम बताइए ?
🅰️ औदारिक, वैक्रिय, आहारक,तेजस,भाषा,श्वासोंश्वास,मन,कार्मण
🅿️5️⃣0️⃣ औदारिक वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️ जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव औदारिक शरीर का निर्माण करता है,उन्हे औदारिक वर्गणा कहते है ।
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣1️⃣
🅿️5️⃣1️⃣ वैक्रीय वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव वैक्रीय शरीर का निर्माण करता है,उन्हे वैक्रीय वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣2️⃣ आहारक वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव आहारक शरीर का निर्माण करता है,उन्हे आहारक वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣3️⃣ तेजस वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव तेजस शरीर का निर्माण करता है,उन्हे तेजस वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣4️⃣ भाषा वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️ जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव वचन योग में प्रवृत होता है,अर्थात बोलता है, उन्हें भाषा वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣5️⃣ श्वासोश्वास वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव उच्छवास नि:श्वास की क्रिया करता है, उन्हें श्वासोश्वास वर्गणा कहते है ।
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣2️⃣
🅿️5️⃣6️⃣ मन वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव चिन्तन मनन करता है, उन्हें मन वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣7️⃣ कार्मण वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव कार्मण शरीर का निर्माण करता है, उन्हें कार्मण वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣8️⃣ शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️जो प्रतिसमय जीर्ण- शिर्ण होता रहता है ।
🅿️5️⃣9️⃣ कौनसा शरीर सभी जीवो में होता है ?
🅰️ तेजस ऑर कार्मण सभी संसारी जीवो में
🅿️6️⃣0️⃣ शरीर कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ 5 प्रकार के
🟣 औदारिक🟣वैक्रिय🟣आहारक🟣तैजस🟣कार्मण
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣3️⃣
🅿️6️⃣1️⃣ औदारिक शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️ औदारिक वर्गणा के पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को/उदार या स्थूल पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को
🅿️6️⃣2️⃣ वैक्रिय शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️वैक्रिय वर्गणा के पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को या जिस शरीर से विविध ऑर विशिष्ट क्रियाएं करी जा सकती है ।
🅿️6️⃣3️⃣ आहारक शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️आहारक वर्गणा के पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को
🅿️6️⃣4️⃣तेजस शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️तेजस वर्गणा के पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को
🅿️6️⃣5️⃣ कार्मण शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️कार्मण वर्गणा के पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को/ कर्मो के बने हुए शरीर का
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣4️⃣
🅿️6️⃣6️⃣ कौनसा शरीर संसार के सभी जीवों में होता हैं ?
🅰️ तैजस और कार्मण
🅿️6️⃣7️⃣ जन्म से ही औदारिक शरीर किन जीवों में होता हैं ?
🅰️ मनुष्य और तिर्यंच मे
🅿️6️⃣8️⃣ जन्म से ही वैक्रिय शरीर किन जीवों में होता हैं ?
🅰️ नेरयिक और देव में
🅿️6️⃣9️⃣ लब्धि से ही वैक्रिय शरीर किन जीवों में होता हैं ?
🅰️ मनुष्य और तिर्यंच मे
🅿️7️⃣0️⃣ कौनसा शरीर बिना 14 पूर्वो के ज्ञान के प्राप्त नही किया जा सकता है ?
🅰️ आहारक शरीर
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣5️⃣
🅿️7️⃣1️⃣ आहरक शरीर किसके समान निर्मल होता है ?
🅰️ स्फटिक रत्न के समान
🅿️7️⃣2️⃣आहरक शरीर की जघन्य और उत्कृष्ट अवगाहना कितनी होती है ?
🅰️ जघन्य देशोन 1 हाथ और उत्कृष्ट 1 हाथ
🅿️7️⃣3️⃣आहारक शरीर का निर्माण आहारक लब्धि धारी मुनि किन - किन कारणों से करते है ?
🅰️
🟣तीर्थंकरो की रिद्धी दर्शन
🟣 जीवदया
🟣 संशय निवारण
🟣 सुक्ष्म पदार्थो में अवगाहन
🅿️7️⃣4️⃣ एक भव में कितनी बार आहरक शरीर का निर्माण कर सकता है ?
🅰️ 2 बार
🅿️7️⃣5️⃣ अनंत भवो के सापेक्ष आहारक लब्धि धारी मुनि कितनी बार आहारक शरीर का निर्माण कर सकता है ?
🅰️ 4 बार
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣6️⃣
🅿️7️⃣6️⃣ औदारिक शरीर की ग्रहण योग्य जघन्य पहली वर्गणा क्या होगी ?
🅰️अभवी से अनंत गुणा व सिद्धो से अनंतवे भाग प्रमाण अनंत प्रदेशी स्कंध
🅿️7️⃣7️⃣औदारिक शरीर की अग्रहण योग्य वर्गणा क्या होगी ?
🅰️औदारिक शरीर की ग्रहण योग्य जघन्य पहली वर्गणा - एक कम प्रदेश वाली)
🅿️7️⃣8️⃣औदारिक शरीर की ग्रहण योग्य उत्कृष्ट वर्गणा क्या होगी ?
🅰️ औदारिक शरीर की ग्रहण योग्य जघन्य वर्गणा + अनन्तवे भाग अधिक प्रदेश वाली
🅿️7️⃣9️⃣ वैक्रिय शरीर की अग्रहण योग्य वर्गणा क्या होगी ?
🅰️
(औदारिक शरीर की ग्रहण योग्य उत्कृष्ट वर्गणा+ एक अधिक प्रदेश )........ से
(वैक्रिय शरीर की ग्रहण योग्य उत्कृष्ट वर्गणा - एक कम प्रदेश वाली)
🅿️8️⃣0️⃣औदारिक की अवगाहना सबसे अधिक और प्रदेश सबसे कम होते हैं ?(हां/ना)
🅰️हां
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣7️⃣
🅿️8️⃣1️⃣ उत्कृष्ट ग्रहण योग्य वर्गणा में कितना जोड़े की वह जघन्य अग्रहण योग्य वर्गणा बन जाए ?
🅰️1 अधिक प्रदेश
🅿️8️⃣2️⃣उत्कृष्ट अग्रहण योग्य वर्गणा, जघन्य अग्रहण योग्य वर्गणा से कितने अधिक प्रदेश वाली होगी ?
🅰️ अनंत गुणा अधिक प्रदेश वाली
🅿️8️⃣3️⃣उत्कृष्ट अग्रहण योग्य वर्गणा में कितना जोड़े की वह जघन्य ग्रहण योग्य वर्गणा बन जाए ?
🅰️1 अधिक प्रदेश
🅿️8️⃣4️⃣उत्कृष्ट ग्रहण योग्य वर्गणा, जघन्य ग्रहण योग्य वर्गणा से कितने अधिक प्रदेश वाली होगी ?
🅰️अनंतवा भाग अधिक प्रदेश वाली
🅿️8️⃣5️⃣ कौनसी वर्गणा की अवगाहना सबसे अधिक और प्रदेश सबसे कम होंगे ?
🅰️ औदारिक वर्गणा
कार्मण वर्गणा की अवगाहना सबसे कम और प्रदेश सबसे अधिक होंगे ।
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣8️⃣
🅿️8️⃣6️⃣ औदारिकादि सभी 8 वर्गणाओ की अवगाहना क्रमशः किस उदाहरण द्वारा समझाया गया है ?
🅰️ रुई, थर्माकोल, रबर, लकड़ी मिट्टी ,पत्थर ,लोहा, हीरा
🅿️8️⃣7️⃣ जीव किस के वशीभूत होकर विविध गति ,योनि आदि में परिभ्रमण करता है और विविध प्रकार के सुख दुख का अनुभव करता है ?
🅰️ कर्म
🅿️8️⃣8️⃣ कषाय और योग के निमित्त से कार्मण वर्गणा के पुद्गल आत्मा के साथ बंध चुके हैं, क्या कहलाते हैं?
🅰️ कर्म
🅿️8️⃣9️⃣ शक्ति संपन्न कौन है?
आत्मा या कर्म ?
🅰️ आत्मा
🅿️9️⃣0️⃣ कौन से जीवो का आत्मा के साथ कर्मों का बंध चार प्रकार का होता है ?
🅰️ सकषायी जीव
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣9️⃣
🅿️9️⃣1️⃣ बंध कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए?
🅰️4 प्रकार के
🟣प्रकृति बंध 🟣स्थिति बंध
🟣अनुभाग बंध 🟣 प्रदेश बंध
🅿️9️⃣2️⃣ कषाय के निमित्त से कौन सा बंध होता है ?
🅰️स्थिति बंध और अनुभाग बंध
🅿️9️⃣3️⃣ योग के निमित्त से कौन सा बंध होता है ?
🅰️प्रकृति बंध और प्रदेश बंध
🅿️9️⃣4️⃣ प्रकृति बंध किसे कहते हैं ?
🅰️ *Nature*
जीव के द्वारा ग्रहण किए जा रहे कार्मण वर्गणा के पुद्गलो में भिन्न- भिन्न स्वभाव को स्थापित करना
🅿️9️⃣5️⃣ स्थिति बंध किसे कहते हैं ?
🅰️ *Time*
जीव के द्वारा ग्रहण किए जा रहे कार्मण वर्गणा के पुद्गलो के आत्मा के साथ बने रहने के कालमान को निर्धारित करना करना
*प्रश्र्न माला क्रमांक 2️⃣0️⃣
🅿️9️⃣6️⃣ अनुभाग बंध किसे कहते हैं ?
🅰️जीव के द्वारा ग्रहण किए जा रहे कार्मण वर्गणा के पुद्गलों में फल देने की न्यूनाधिक शक्ति उत्पन्न करना
🅿️9️⃣7️⃣ प्रदेश बंध किसे कहते हैं ?
🅰️जीव के द्वारा कार्मण वर्गणा के पुद्गलो को न्यूनाधिक ग्रहण करना
🅿️9️⃣8️⃣चारो बंध को किस दृष्टांत के माध्यम से समझाया गया है ?
🅰️ लड्डु के दृष्टांत से
🅿️9️⃣9️⃣ कार्मण वर्गणा के पुद्गल में शक्ति किसके द्वारा उत्पन्न होती हैं ?
🅰️ कषाय और योग के निमित्त से
🅿️1️⃣0️⃣0️⃣ वह कोनसी शक्ति है, जो पूर्व में बंधे हुए संपूर्ण कर्मों का क्षय कर के मोक्ष प्राप्त कर सकती है ? तथा जिसके शुभ अशुभ परिणामों के आधार पर ही कषाय और योग की प्रवृत्ति होती है?
🅰️ सभी आत्माओं में
🅿1⃣अवस्था किसे कहते है?
🅰 पर्याय को
🅿2⃣ कर्म की कितनी अवस्थाए होती है?
🅰 10
🅿3⃣ कौन कौन सी ,पांच के नाम लिखे?
🅰 बंध,सत्ता, उदय,उदीरणा,उदवर्तना
🅿4⃣ राग द्वेष युक्त क्रिया करने पर आत्मा व कर्म परमाणु ओ का मिलन क्या कहलाता है?
🅰 बंध
🅿5⃣ बंध कितने प्रकार का होता है?
🅰 4 ,प्रकृति, स्थिति, रस बंध,प्रदेश बंध
🅿6 बंधे हुए कर्म जब तक आत्म प्रदेशों के साथ लगे रहते हैउसे क्या कहते है।
🅰 सत्ता
🅿7 प्रत्येक कर्म अपना फल कब देते है?
🅰 सत्ता काल समाप्त होने पर
🅿8⃣ कर्मो के फल देने की अवस्था को क्या कहते है?
🅰 उदय
🅿9⃣ उदय कितने प्रकार का होता है?
🅰 2 ,प्रदेशोदय व विपाकोदय
🅿1⃣0⃣ प्रदेशोदय किसे कहते है?
🅰 कर्म फल का स्पष्ट अनुभव नही होना।
🅿1⃣1⃣विपाकोदय किसे कहते है?
🅰 कर्म फल का स्पष्ट अनुभव होना।
🅿1⃣2⃣अज्ञानी व ज्ञानी कर्मो को कैसे भोगते है?
🅰 अज्ञानी-विभाव परिणाम से
ज्ञानी-समता भाव से
🅿1⃣3⃣तीव्र कषाय भाव से आत्मा के साथ गाढ रुप से बंधे हुए कर्मो की कौनसी अवस्था है।
🅰 निधत अवस्था
🅿1⃣4⃣ ये कर्म किसने बांधे?
🅰 अर्जुन माली
🅿1⃣5⃣कर्मो को उदय मे आने से पहले ही बलपूर्वक उदय मे लाना कौनसी अवस्था है?
🅰 उदीरणा
🅿1⃣6⃣ इस अवस्था से कौनसे साधक गुजरे?
🅰 गज सुकुमाल जी
🅿17 बंधे हुए कर्मो की स्थिति व अनुभाग को बढा लेना कौनसी अवस्था है?
🅰 उदवर्तना
🅿1⃣8⃣ बंधे हुए कर्मो की स्थिति को कम करना कौनसी अवस्था है?
🅰 अपवर्तना
🅿1⃣9⃣ किसने कर्मो की अपवर्तना की?
🅰 राजा श्रेणिक ने
🅿2⃣0⃣ऐक प्रकार के कर्मका उसके सजातीय दूसरे प्रकार केकर्म परमाणुओ मे परिवर्तन कौनसी अवस्था है?
🅰संक्रमण
🅿2⃣1⃣बंधे हुऐ कर्मो को उदय मे आने से पूर्व स्वाध्याय, अनुप्रेक्षा द्वारा दबा देना क्या कहलाता है।
🅰उपशमन
🅿2⃣2⃣क्या निधत कर्मो की निर्जरा होती है,कैसे?
🅰 हां,तप,आयंबिल, उपवास, पौषध आदि से
🅿2⃣3⃣ राजा श्रेणिक ने कर्म बंध कैसे किया?
🅰गर्भिणी हरिणी का शिकार कर खुश हुआ।
🅿2⃣4⃣ये कर्मो की कौनसी अवस्था थी?
🅰निकाचित अवस्था
🅿2⃣5⃣इस अवस्था की विशेषता क्या है?
🅰सावधान हो जाना चाहिए।अशुभ कर्मो को धर्म आराधना कर शुभ मे बदल देना चाहिए।।
मेरा टापिक 15 प्रश्न कर्म के बारे में
व 15 पहेलिया है सा🙏🏽🙏🏽🌹
1⃣❓गुरु दर्शन के लिए अंतराय कर्म किसके निमित्त बना ❓
1⃣🅰पांडवो के🌹
2⃣❓एक करोड़ वर्ष तक एकांत सातावेदनीय कर्म किस महिला ने भोगा❓
🅰2⃣मरुदेवी माता 🌹
❓3⃣नया मकान गाड़ी आदि कौनसे कर्म के क्षय से मिलती है ❓
🅰3⃣लाभान्तराय कर्म के क्षय से 🌹
❓4⃣कौनसे समुद्घात (samudhghat) से कर्म बंधते है ❓
🅰4⃣कषाय समुदघात 🌹
❓5⃣भविष्य में जिनको केवलज्ञान होगा उनको कौन सा कर्म नहीं बंधता है ❓
🅰5⃣आयुष्य कर्म 🌹
❓6⃣किस कर्म के नाश होने पर तीन कर्म एक साथ खत्म हो जाते है ❓
🅰6⃣मोहनीय कर्म 🌹
❓7⃣जीव जन्म मरण कौनसे कर्म के कारण करता है ❓
🅰7⃣आयुष्य कर्म 🌹
❓8⃣कौनसे कर्म क्षय होने के बाद नहीं बंधते है ❓
🅰8⃣घाती कर्म 🌹
❓9⃣निर्धन किस कर्म के उदय से होता है ❓
🅰9⃣अंतराय कर्म 🌹
❓1⃣0⃣शुक्ल ध्यानी कौन सा कर्म नहीं बांधते❓
🅰1⃣0⃣आयुष्य कर्म 🌹
❓1⃣1⃣भोजन की थाली रखी है और बिना भोजन किये ही जाना पड़े तो कौन सा कर्म ❓
🅰1⃣1⃣भोगान्तराय कर्म 🌹
❓1⃣2⃣कौन सा कर्म ट्रापिक पुलिस का काम करता है ❓
🅰1⃣2⃣नाम कर्म ( आनुपूर्वी)
❓1⃣3⃣चौतिश अतिशय किस कर्म का परिणाम है ❓
🅰1⃣3⃣नाम कर्म
❓1⃣4⃣एक पल का मोह एक भव किसका बिगाड़ गया❓
🅰1⃣4⃣शालिभद्र जी🌹
❓1⃣5⃣ क्या खाने से कर्म की निर्जरा होती हैं ❓
🅰1⃣5⃣ गम🌹
❓1⃣6⃣हम दोनों का हुआ उद्धार
जब सुना महामंत्र नवकार
🅰1⃣6⃣नाग-नागिन🌹
❓1⃣7⃣गर्भ से न जन्म मै पाता
मानो मुनिवर मेरी माता
मुहूर्त भर में मिलो तक जाता
तीर्थंकर को शीश नमाता❓
🅰1⃣7⃣आहारक शरीर का पुतला 🌹
❓1⃣8⃣जिसको तु अपना समझा था
वो दे बैठा धोखा
प्राण जाय पर बच जाएगा
यह गाड़ी का खोखा❓
🅰1⃣8⃣शरीर 🌹
❓1⃣9⃣मैं हूँ अजर अमर
सारे जमाने की मुझको खबर
मुझको न कोई दुख
मुझमें है अनंत सुख❓
🅰1⃣9⃣सिद्ध🌹
❓2⃣0⃣गुरु को देख प्रसन्न हुआ हर क्षण
गुरु के गुरु को देखा
फिर भागा तत्क्षण❓
🅰2⃣0⃣हलुक किसान 🌹
❓2⃣1⃣मैं तो एक काया हूँ
हीरे में भी मिलता हूँ
देवता भी आ सकते है
सबके काम आता हूँ ❓
🅰2⃣1⃣पृथ्वीकाय🌹
❓2⃣2⃣चारों गति में पाया जाता
लोक देखने की शक्ति है
भूत भविष्य भी जानता
मिथ्यातव से विपरीत है ❓
🅰2⃣2⃣अवधिज्ञान 🌹
❓2⃣3⃣समुद्र है पर नहीं है जल
हार नही पर विजय है
हुए उनके पुत्र एक तीर्थंकर है ❓
🅰2⃣3⃣ समुद्रविजय राजा 🌹
❓2⃣4⃣दमयन्ति का था स्वामी
अब घरो में भरता हूँ पानी❓
🅰2⃣4⃣नल राजा 🌹
❓2⃣5⃣सारे लोक में व्याप्त हूँ
सबसे अधिक है कर्म
सबसे कम उम्र में पाता हूँ
बताओ कौन सा जीव ❓
🅰2⃣5⃣निगोद🌹
❓2⃣6⃣मुझे करो सुबह शाम,
मैं तो एक क्रिया ही हूँ
निर्जरा भी मुझसे होतीं
आत्म निर्मल का दीया हूँ ❓
🅰2⃣6⃣प्रतिक्रमण 🌹
❓2⃣7⃣सुहागन नारियो का कंत
बना बाद में संत
मुक्ति पद पा के जिन्होंने किया कर्मों का अंत❓
🅰2⃣7⃣नमि राजर्षि 🌹
❓2⃣8⃣असूर शक्ति की हुई हार
शुरू किया नवकार
🅰2⃣8⃣सुदर्शन सेठ🌹
❓2⃣9⃣ व्रत के बारह भेदमें
ऐसा व्रत भी जान
तिर्यंच गति के जीव में
निपजे नही कर ज्ञान
🅰2⃣9⃣ अतिथि संविभाग व्रत 🌹
❓3⃣0⃣लड़के मेरे पाँच है
पाँचो ही बड़े नेक
बहु मेरी सच कहे ,, एक न देवर जेठ
🅰3⃣0⃣ कुंती🌹
❓3⃣1⃣मन की मन में रह गई ❓
🅰3⃣1⃣पांडव🌹
❓3⃣2⃣किनारे कश्ती डुबी❓
🅰3⃣2⃣कुडंरिक
❓3⃣3⃣दाता देता छप्पर फाड़ कर❓
🅰3⃣3⃣शालिभद्र जी
❓3⃣4⃣
शास्त्र लिखने वाले को कहते है
1+3=एक फल का नाम
2+3=दुख
1+2= अग्नि का पर्याय
1+2+3+= शास्त्र को कहते हैं
4+5= वाहन
🅰 3⃣4⃣ आगमकार🌹
*6}तत्व किसे कहते हैं ?*25 बोल
*🅰वस्तु के वास्तविक स्वरूप को तत्त्व कहते हैं।*
*7तत्व कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?*
*🅰 नौ - जीव, अजीव, पुण्य, पाप, आश्रव, संवर, निर्जरा, बंध, मोक्ष।*
*8जीव किसे कहते हैं ?*
*🅰 जिसमे ज्ञान शक्ति हो, सुख - दुख, पुण्य - पाप का कर्ता और भोक्ता, तीनों काल में शाशवत अमर होता है।*
*9 जीव कितने प्रकार के होते हैं, नाम बताइए ?*
*🅰दो - सिद्ध, संसारी।*
*10} आप जीव का कौन सा भेद है, और कितने कर्मों से बंधे हुए हैं*
संसारी
टोपीक :- 25 बोल
1️⃣ आठवां पुण्य क्या है❓
सभी सुपर्ब
🅰️1️⃣ काय पुण्य⭕
2️⃣नरक गति में जाने का दूसरा कारण क्या❓
🅰️2️⃣ महापरिग्रह⭕
3️⃣शरीर मे चिकना(स्निग्ध) क्या है❓
🅰️3️⃣ आंख की कीकी⭕
4️⃣ तीसरा दण्डक किसका है❓
🅰️4️⃣नागकुमार का⭕
5️⃣वस्तु के समूह को क्या कहते है❓
🅰️5️⃣राशि⭕
6️⃣आपका गुणस्थान कौनसा❓
🅰️6️⃣देश विरति श्रावक गुणस्थान⭕
7️⃣आठ कर्मों के स्वभाव को कौनसा बन्ध कहते है❓
🅰️7️⃣ प्रकृति बन्ध⭕
8️⃣ एकेन्द्रिय में कितने बलप्राण होते है❓
🅰️8️⃣ चार बलप्राण⭕
9️⃣मनुष्यों के 303 भेद मे गर्भज के कितने भेद❓
🅰️9️⃣ 202 भेद⭕
🔟थके हुए पथिक को छाया देना किस द्रव्य का उदाहरण हैं❓
🔟🅰️ अधर्मास्तिकाय⭕
1️⃣1️⃣देव व नारको का कौनसा शरीर होता है❓
🅰️1️⃣1️⃣औपपातिक शरीर⭕
1️⃣2️⃣पांचवे व्रत में श्रावक जी कितने प्रकार के परिग्रह की मर्यादा करते है ❓
🅰️1️⃣2️⃣ नो आंतरिकओर 14बाह्य प्रकार के⭕
1️⃣3️⃣पिछली तीन लेश्या किनमे मिलती है❓
🅰️1️⃣3️⃣ वैमानिक देव में⭕
1️⃣4️⃣चुगली करना कौनसा पाप है❓
🅰️1️⃣4️⃣ चौहदवा पाप पैशुन्य⭕
1️⃣5️⃣ तत्व विचारणा की रुचि को क्या कहते है❓
🅰️1️⃣5️⃣ दृष्टि⭕
1️⃣6️⃣वैमानिक देव कितने है❓
🅰️1️⃣6️⃣ अड़तीस
1️⃣7️⃣केवल फलों के गुच्छे को ही तोड़ना है किस लेश्या का उदाहरण है❓
1️⃣7️⃣🅰️ चौथी तेजो लेश्या⭕
1️⃣8️⃣शुद्ध आहार आदि की गवेषणा करना क्या ❓
🅰️1️⃣8️⃣ निर्जरा का भेद भिक्षाचर्या⭕
1️⃣9️⃣ बन्ध कितने है तीसरा बन्ध कौनसा है❓
🅰️1️⃣9️⃣ चार,अनुभाग बन्ध⭕
2️⃣0️⃣त्याग व्रत पच्चक्खाण सब कौनसे ध्यान है❓
2️⃣0️⃣ 🅰️ शुभ ध्यान ⭕
2️⃣1️⃣हम सबका अंतिम लक्ष्य क्या है❓
🅰️2️⃣1️⃣ मोक्ष⭕
हम जैन होते हुए "परपाखंड "शब्द का क्या अर्थ समझेंगे.
A पाखंडी मतलब मिथ्यत्वि,,,अन्य मत,,,,भगवानं ने 363 प्रकार के पाखंडी बताये है,,,ये कुप्रवर्चन मिथ्यत्व का भेद है,,,,,
क्रियावादी,अक्रियावादी,अज्ञानवादी ओर विनय वादी,,,,ये चार प्रकार के पाखंडी के मत के 363 भेद है
"प्रहर "शब्द का क्या मतलब है?
Aसूर्य उदय से सूर्यास्त के बीच या सुर्यास्त से सूर्य उदय के बीच का जो समय होता है उस समय को 4 से विभाजित करने पर जो समय आता है उस समय को 1 प्रहर कहते।
3 घण्टे से कम ज्यादा ऋतु अनुसार।
*👉 कर्म 👈*
*╚═══❖•ೋ° °ೋ•❖═══╝
*🅿️1️⃣1️⃣ अजीव किसे कहते हैं ?*
*🅰️जो सर्वथा चेतना शून्य जड़ हो उसे अजीव कहते है*
*🅿️1️⃣2️⃣ अजीव कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?*
*🅰️*दो प्रकार के रूपी_अरूपी *
दस भेद अरूपी अजीव के
चार भेद रूपी पुद्गल के
*🅿️1️⃣3️⃣ पुद्गल किसे कहते हैं ?*
*🅰️जिसमें वर्ण गंध रस स्पर्श हो जो सड़न गलन स्वाभाव वाला हो उसे पुद्गल कहते हैं*
*🅿️1️⃣4️⃣ पुद्गल अजीव का कौन सा प्रकार है नाम बताइए ?*
*🅰️पुद्गल अजीव का रुपी प्रकार है*
*🅿️1️⃣5️⃣ द्वार किसे कहते
हैं ?*
*🅰️किसी भी वस्तु (स्वरूप) को समझने के प्रकार को द्वार कहते है*
प्रश्न 1686 अविरति सम्यग् दृष्टि गुणस्थान किसे कहते हैं ?
उत्तर *व्रत नहीं होने पर भी उसकी दृष्टि सही है, उसे अविरति सम्यग् दृष्टि गुणस्थान कहते हैं।*
प्रश्न 1687 प्रथम चार गुणस्थान वाले जीव त्याग क्यों नहीं कर सकते हैं ?
उत्तर *अप्रत्याख्यान मोह कर्म का विपाक उदय होने के कारण।*
प्रश्न 1688 सम्यक्त्व को कौन कौन सी गति वाले जीव प्राप्त कर सकते है ?
उत्तर *चारों गति वाले जीव।*
प्रश्न 1689 देव, नारकी के कौन से गुणस्थान से ऊपर नहीं उठ सकते ?
उत्तर *अविरति सम्यक दृष्टि गुणस्थान से*
प्रश्न 1690 अनमोल रत्न किसे कहा गया है ?
उत्तर *सम्यक्त्व को।*
*कल पूछे गए सवालों के जवाब*
प्रश्न 1756 छठा गुणस्थान कौन सा है ?
उत्तर *प्रमत संयत गुणस्थान।*
प्रश्न 1757 क्या छठे गुण स्थान के बिना कोई जीव मुक्ति जा सकता है ?
उत्तर *नहीं।*
प्रश्न 1758 अप्रमत संयत गुणस्थान किसे कहते हैं ?
उत्तर *जिस आत्म अवस्था में प्रमाद विलय हो जाता है उसे अप्रमत संयत गुणस्थान कहते हैं।*
प्रश्न 1759 निवृत्ति बादर गुणस्थान किसे कहते हैं ?
उत्तर *स्थूल कषायों की निवृत्ति वाली आत्मदशा निवृत्ति बादर गुणस्थान कहलाती है।*
*निवृत्ति का अर्थ है विसदृशता। इस गुणस्थान में रहने वाले जीवों की परिणाम विशुद्धि समान नहीं होती है।*
प्रश्न 1760 निवृत्ति बादर गुणस्थान का दूसरा नाम क्या है ?
*कल पूछे गए सवालों के जवाब*
प्रश्न 1721 देशविरति गुणस्थान किसे कहते हैं ?
उत्तर *सम्यग् दृष्टि के जो आंशिक त्याग होता है, उसे देश विरति गुणस्थान कहते हैं ।*
प्रश्न 1722 पांचवें गुणस्थान में आया हुआ जीव कितने तत्त्वों का जानकार होता है ?
उत्तर *जीव आदि नौ तत्वों का ।*
प्रश्न 1723 पांचवें गुणस्थान वाला जीव पूर्ण त्यागी क्यों नहीं होता है ?
उत्तर *प्रत्याख्यानावरण कर्म का उदय होने के कारण।*
प्रश्न 1724 पांचवें गुणस्थान में आते ही जीव कितने शल्यों से मुक्त हो जाता है ?
उत्तर *तीन शल्यों से।*
प्रश्न 1725 श्रावक का पहला लक्ष्य क्या हो ?
उत्तर *बारहव्रती बने।*
उत्तर *अपूर्वकरण।*
*कल पूछे गए सवालों के जवाब*
प्रश्न 1716 प्रायश्चित से जीव क्या प्राप्त करता है ?
उत्तर *प्रायश्चित्त करने से पापकर्मों की विशुद्धि होती है और आदमी निरतिचार हो जाता है। सम्यक् प्रकार से प्रायश्चित्त को स्वीकार करने वाला व्यक्ति मार्ग और मार्ग फल का विशोधन करता है तथा आचार और आचार के फल की आराधना करता है।*
प्रश्न 1717 निर्जरा के दो प्रकार कौन से हैं ?
उत्तर *निर्जरा के दो प्रकार हैं -- बाह्य निर्जरा और आभ्यन्तर निर्जरा।*
प्रश्न 1718 प्रायश्चित के दस प्रकार कौन कौन से हैं ?
उत्तर *प्रायश्चित के दस प्रकार बताए गए हैं --*
1 *आलोचना* -- गुरु के सामने अपने दोषों को निवेदित करना।
2. *प्रतिक्रमण* -- किए हुए पापों से निवृत्त होने के लिए *मिच्छा मि दुक्कडं* मेरे सब पाप निष्फल हों -- ऐसा कहना, कायोत्सर्ग आदि करना और भविष्य में पाप कार्यों से दूर रहने के लिए सावधान करना।
3. *तदुभय* -- आलोचना और प्रतिक्रमण दोनों करना।
4. *विवेक* -- आए हुए अशुद्ध आहार आदि का उत्सर्ग करना।
5. *उत्सर्ग* -- चतुर्विंशति-स्तुति के साथ कायोत्सर्ग करना।
6. *तप* -- अनशन, ऊनोदरी आदि करना।
7. *छेद* -- संयम-काल को देखकर कम कर देना।
8. *भूल* -- पुनः व्रतारोपण करना।
9. *अनवस्थाप्य* -- तपस्यापूर्वक पुनः व्रतारोपण करना।
10. *पाराञ्चित* -- भर्त्सना एवं अवहेलनापूर्वक पुनः व्रतारोपण करना।
प्रश्न 1719 राजा ने चरवाहे और ब्राह्मण को कितने कोड़े लगाने को कहा ?
उत्तर *ब्राह्मण को 30 कोड़े*
*चरवाहेको 20 कोड़े*
प्रश्न 1720 नीचे दिए गए वाक्य को पूरा करें ।
इस प्रकार दोष-शुद्धि का एक प्रकार है -- ______।
उत्तर *प्रायश्चित*
*कल पूछे गए सवालों के जवाब*
प्रश्न 1711 कितने गणधरों का निर्वाण भगवान महावीर के निर्वाण से पहले हो गया था ?
उत्तर *पांच।*
प्रश्न 1712 23 तीर्थंकरों ने अपना पहला पारणा खीर से किया , कौन से तीर्थंकर ने पहला पारणा खीर से नहीं किया तो किससे किया ?
उत्तर *प्रथम तीर्थंकर ऋषभ प्रभु ने प्रथम पारणा ईक्षुरस से किया।*
प्रश्न 1713 अपवर्तनीय और अनपवर्तनीय से क्या तात्पर्य है ?
( उत्तर के लिए पचीस बोल में छठा बोल प्राण दस refer करे )
उत्तर *जिस जीवन में आयुष्य कर्म की उदीरणा हो सकती है, उसे अपवर्तनीय आयुष्य कहते हैं, जिस जीवन में आयुष्य कर्म की उदीरणा नहीं हो सकती है, उसे अनपवर्तनीय आयुष्य कहते हैं।*
प्रश्न 1714 तेरापंथ धर्म संघ का सबसे पहले साप्ताहिक पत्र कौन सा था ?
उत्तर *तेरापंथ धर्म संघ का सबसे पहला साप्ताहिक पत्र -- जनपथ । इसका सम्पादन देवेन्द्र भाई करणावट ने किया।*
प्रश्न 1715 कल ( 26/3/2020 ) की रात को किये गए मेसेज को पढ़कर नीचे दी गई लाइन को पूरा करें ।
प्रशिक्षण के द्वारा समाज में अधिक से अधिक सच्चे और _______ लोग उत्पन्न होंगे ।
उत्तर *प्रामाणिक*
*कल पूछे गए सवालों के जवाब*
प्रश्न 1686 अविरति सम्यग् दृष्टि गुणस्थान किसे कहते हैं ?
उत्तर *व्रत नहीं होने पर भी उसकी दृष्टि सही है, उसे अविरति सम्यग् दृष्टि गुणस्थान कहते हैं।*
प्रश्न 1687 प्रथम चार गुणस्थान वाले जीव त्याग क्यों नहीं कर सकते हैं ?
उत्तर *अप्रत्याख्यान मोह कर्म का विपाक उदय होने के कारण।*
प्रश्न 1688 सम्यक्त्व को कौन कौन सी गति वाले जीव प्राप्त कर सकते है ?
उत्तर *चारों गति वाले जीव।*
प्रश्न 1689 देव, नारकी के कौन से गुणस्थान से ऊपर नहीं उठ सकते ?
उत्तर *अविरति सम्यक दृष्टि गुणस्थान से*
प्रश्न 1690 अनमोल रत्न किसे कहा गया है ?
उत्तर *सम्यक्त्व को।*
*🅿️1️⃣6️⃣ रुपी अजीव किसे कहते हैं ?*
*🅰️जिसमें वर्ण रस गंध स्पर्श और संस्थान पाये जाते है उसे रुपी अजीव कहते हैं*
*🅿️1️⃣7️⃣ अरुपी अजीव किसे कहते हैं ?*
*🅰️ जिनमें वर्ण गंध रस स्पर्श और संस्थान नही पाये जाते उन अजीव पदार्थो को अरूपी अजीव कहते है* *
*🅿️1️⃣8️⃣ रूपी अजीव कितने प्रकार के होते हैं ?*
*🅰️चार प्रकार के*
*🅿️1️⃣9️⃣ रूपी अजीव का कौन सा प्रकार सिर्फ अनंत प्रदेशी स्कंध वाला होता हैं?**
*🅰️पुद्गल*
*🅿️2️⃣0️⃣ सुक्ष्म परिणत पुद्गल के प्रकारो के नाम बताइए ?*
*🅰️*परमाणु,
द्विप्रदेशी स्कंध,
त्रिप्रदेशी स्कंध
चतु:प्रदेशी स्कंध,
पञ्च प्रदेशीस्कंध,
षट प्रदेशी स्कंध
,सप्त प्रदेशी स्कंध
,अष्ट प्रदेशी स्कंध
नव प्रदेशी स्कंध
दस प्रदेशी स्कंध
।संख्यात प्रदेशी स्कंध,,
असंख्यात प्रदेशी स्कंध,
अनंत प्रदेशी स्कंध
4⃣1⃣परमाणुओं के अथवा तुल्य प्रदेशी स्कंधो के समुदाय को वर्गणा कहते हैं
4⃣2⃣जिसमें धर्मास्तिकाय आदि हो उसे लोक कहते हैं
4⃣3⃣कर्म पुद्गल है
4⃣4⃣परमाणु से लेकर असंख्यात प्रदेशी स्कंध तक के पुद्गलो को जीव ग्रहण नहीं करता है
4⃣5⃣अभव्य से अनंत गुणा एवं सिद्धों के अनंतवे भाग प्रमाण वाले अनंत प्रदेशी स्कंधो को जीव ग्रहण करता है
╲\╭┓
╭ 🌹 *श्री पारस प्रश्न मंच*
┗╯\╲☆ ●═════❥ ❥ ❥
*✍ प्रश्र्न कर्ता ✍*
*प्रिंसी डूंगरवाल*
*╔═══❖•ೋ° °ೋ•❖═══╗*
*👉 कर्म 👈*
*╚═══❖•ೋ° °ೋ•❖═══╝*
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣*
🅿️1⃣ कर्म किसे कहते हैं ?
🅰 कषाय और योग के निमित्त से कार्मण वर्गणा के जो पुद्गल आत्मा के साथ बंध चुके हैं वे कर्म कहलाते हैं ।
🅿️2⃣ कर्म कितने प्रकार के होते हैं ,नाम बताइए ?
🅰 आठ प्रकार के
ज्ञानावरणीय, दर्शनावरणीय, वेदनीय, मोहनीय,आयुष्य, नाम, गोत्र, अंतराय
🅿️3⃣ घाती और अघाती कर्म में क्या अंतर है ?
🅰 जो आत्मा के मूल गुण का घात करते हैं वह घाती कर्म और जो आत्मा के मुल गुण का घात नहीं करते हैं वह अघाती कर्म कहलाते हैं ।
🅿️4⃣घाती कर्म कितने प्रकार के होते हैं ,नाम बताइए ?
🅰 चार प्रकार के
🟣ज्ञानावरणीय
🟣दर्शनावरणीय
🟣मोहनीय
🟣अंतराय
🅿️5⃣ अघाती कर्म कितने प्रकार के होते हैं ,नाम बताइए ?
🅰चार प्रकार के
🟣वेदनीय
🟣आयुष्य
🟣नाम
🟣गोत्र
*प्रश्र्न माला क्रमांक 2️⃣*
🅿️6⃣ तत्व किसे कहते हैं ?
🅰 वस्तु (जीव,अजीव)के वास्तविक स्वरूप को तत्व कहते हैं ।
🅿️7⃣ तत्व कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰 9 प्रकार के
🟣 जीव🟣अजीव🟣पुण्य 🟣पाप🟣आश्रव🟣संवर🟣निर्जरा🟣बंध🟣मोक्ष
🅿️8⃣ जीव किसे कहते हैं ?
🅰 जो चेतना ,संवेदना, शक्ति युक्त हो, उसे जीव कहते हैं
🅿️9⃣ जीव कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰 दो प्रकार के
🟣संसारी
🟣 सिद्ध
मुख्य रूप से 2 प्रकार के,वैसे 14/563 भेद भी बतलाए गए है।
🅿️1⃣0⃣ आप जीव का कौन सा भेद है और कितने कर्मों से बंधे हुए हैं ?
🅰 संसारी
7 या 8 कर्मों से से
(आयुष्य का बंध हर समय नहीं होता है)
*प्रश्र्न माला क्रमांक 3️⃣*
🅿️1️⃣1️⃣ अजीव किसे कहते हैं ?
🅰️ जो सर्वथा चेतना शुन्य, जड़ हो ।
🅿️1️⃣2️⃣ अजीव कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ दो प्रकार के
🟣रूपी अजीव
🟣अरूपी अजीव
🅿️1️⃣3️⃣ पुद्गल किसे कहते हैं ?
🅰️ जिसमें वर्ण, गंध,रस,स्पर्श हो ,जो मिलते बिखरते हो,उसे पुद्गल कहते हैं ।
हम जिन जिन पदार्थों को देखते हैं ,वे सभी पुद्गल है ।
🅿️1️⃣4️⃣ पुद्गल अजीव का कौन सा प्रकार है नाम बताइए ?
🅰️ रूपी अजीव
🅿️1️⃣5️⃣ द्वार किसे कहते हैं ?
🅰️ प्रवेश, मार्ग ,रास्ता ।
जिसके माध्यम से विषय में प्रवेश किया जाए अर्थात विषय को जाना जाए उसे द्वार कहते हैं ।
*प्रश्र्न माला क्रमांक 4️⃣*
🅿️1️⃣6️⃣ रुपी अजीव किसे कहते हैं ?
🅰️ जिस अजीव पदार्थ में वर्ण, गंध,रस, स्पर्श हो ।
🅿️1️⃣7️⃣ अरुपी अजीव किसे कहते हैं ?
🅰️जिस अजीव पदार्थ में वर्ण, गंध,रस, स्पर्श न हो ।
🅿️1️⃣8️⃣ रूपी अजीव कितने प्रकार के होते हैं ?
🅰️ 2 प्रकार के
🟣सुक्ष्म परिणत पुद्गल
🟣 बादर परिणत पुद्गल
🅿️1️⃣9️⃣ रूपी अजीव का कौन सा प्रकार सिर्फ अनंत प्रदेशी स्कंध वाला होता हैं?
🅰️ बादर परिणत पुद्गल
🅿️2️⃣0️⃣ सुक्ष्म परिणत पुद्गल के प्रकारो के नाम बताइए ?
🅰️ परमाणु, द्वि-प्रदेशी स्कंध,त्रि-प्रदेशी स्कंध,चतुःप्रदेशी स्कंध,पज्च प्रदेशी स्कंध,षट्प्रदेशी स्कंध,सप्तप्रदेशी स्कंध,अष्टप्रदेशी स्कंध,नवप्रदेशी स्कंध,दसप्रदेशी स्कंध ....संख्यात प्रदेशी स्कंध,असंख्यात प्रदेशी स्कंध,अनंत प्रदेशी स्कंध
╲\╭┓
╭ 🌹 *श्री पारस प्रश्न मंच*
┗╯\╲☆ ●═════❥ ❥ ❥
*प्रश्र्न माला क्रमांक 5️⃣*
🅿️2️⃣1️⃣ अरुपी अजीव कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ 10 प्रकार के
🟣 धर्मास्तिकाय
🟣धर्मास्तिकाय का देश
🟣धर्मास्तिकाय के प्रदेश
🟣 अधर्मास्तिकाय
🟣अधर्मास्तिकाय का देश
🟣अधर्मास्तिकाय के प्रदेश
🟣 आकाशास्तिकाय
🟣आकाशास्तिकाय का देश
🟣आकाशास्तिकाय के प्रदेश
🟣 काल
🅿️2️⃣2️⃣ वर्ण कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ पांच प्रकार के
🖤 काला
💙 नीला
❤️ लाल
💛 पीला
🤍 सफेद
🅿️2️⃣3️⃣गंध कितने प्रकार की होती हैं नाम बताइए ?
🅰️ दो प्रकार के
🟣 सुरभि गंध
🟣 दुरभि गंध
🅿️2️⃣4️⃣ रस कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ पांच प्रकार के
🟣 तीखा
🟣 कड़वा
🟣 कषेला
🟣 खट्टा
🟣 मीठा
🅿️2️⃣5️⃣ स्पर्श कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ 8 प्रकार के
🟣 कर्कश
🟣 मृदु
🟣गुरु
🟣 लघु
🟣शीत
🟣 उष्ण
🟣 स्निग्ध
🟣 रुक्ष
*प्रश्र्न माला क्रमांक 6️⃣*
🅿️2️⃣6️⃣ पुद्गल का अविभाज्य अंश क्या कहलाता है ?
🅰️ परमाणु
🅿️2️⃣7️⃣ स्कंध का अविभाज्य अंश क्या कहलाता है ?
🅰️ प्रदेश
🅿️2️⃣8️⃣ स्कंध किसे कहते हैं ?
🅰️ दो या दो से अधिक प्रदेशों के परस्पर जुड़े हुए समूह को स्कंध कहते हैं ।
🅿️2️⃣9️⃣ परमाणु स्कंध से जुड़े हुए होते हैं ? ( हां/ना)
🅰️ ना
🅿️3️⃣0️⃣प्रदेश स्कंध से जुड़े हुए होते हैं ? ( हां/ना)
🅰️ हां
*प्रश्र्न माला क्रमांक 7️⃣*
🅿️3️⃣1️⃣ प्रदेश और परमाणु कामाप एक सा होता है?(हां/ना)
🅰️हां
🅿️3️⃣2️⃣ एक परमाणु का आकार किसके बराबर होता है ?
🅰️ एक आकाश प्रदेश की अवगाहना के बराबर, एक परमाणु की अवगाहना होती है ।
🅿️3️⃣3️⃣ सूक्ष्म परिणत पुद्गल मे जघन्य कितने वर्ण, गंध, रस, स्पर्श होते है?
🅰️१ वर्ण,१ गंध,१ रस,२ स्पर्श
🅿️3️⃣4️⃣सूक्ष्म परिणत पुद्गल मे उत्कृष्ट कितने वर्ण, गंध, रस, स्पर्श होते है?
🅰️५ वर्ण,२ गंध,५ रस,४ स्पर्श
🅿️3️⃣5️⃣सूक्ष्म परिणत पुद्गल मे उत्कृष्ट 4 स्पर्श कौन-कौन से हैं ?
🅰️शीत,उष्ण,स्निग्ध,रूक्ष
*प्रश्र्न माला क्रमांक 8️⃣ *
🅿️3️⃣6️⃣बादर परिणत पुद्गल मे जघन्य कितने वर्ण,गंध,रस,स्पर्श होते है ?
🅰️1वर्ण,1गंध,1रस,4स्पर्श
🅿️3️⃣7️⃣बादर परिणत पुद्गल मे उत्कृष्ट कितने वर्ण,गंध,रस,स्पर्श होते है ?
🅰️5वर्ण,2गंध,5रस,8स्पर्श
🅿️3️⃣8️⃣असंख्यात और अनंत मे क्या अंतर है ?
🅰️ जिसकी गिनती न की जा सके-असंख्यात और जिसका अंत ना हो-अनंत
🅿️3️⃣9️⃣कौनसे जीव लोक मे अनंत हैं?
🅰️संसारी और सिद्ध
🅿️4️⃣0️⃣ संसारी और सिद्ध जीव लोक मे कहाँ-2 विद्यमान है ?
🅰️ संसारी जीव संपूर्ण लोक में ठसाठस भरे हुवे है ऑर सिद्ध लोक के अग्रभाग पर स्थित है ।
*प्रश्र्न माला क्रमांक 9️⃣
🅿️4️⃣1️⃣ वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️ परमाणु के अथवा तुल्य प्रदेशी स्कंधो के समुदाय को
🅿️4️⃣2️⃣ लोक किसे कहते हैं ?
🅰️ जिसमें धर्मास्तिकाय आदि द्रव्य हो ।
🅿️4️⃣3️⃣ कर्म क्या है ?
🅰️ पुद्गल
🅿️4️⃣4️⃣ किन पुद्गलो को जीव ग्रहण नहीं करता है ?
🅰️ परमाणु से लेकर असंख्यात प्रदेशी स्कंध तक के पुद्गलो को
🅿️4️⃣5️⃣किन पुद्गलो को जीव ग्रहण करता है ?
🅰️ अभवी से अनंत गुणा एवम् सिद्ध के अनंतवे भाग प्रमाण वाले अनंत प्रदेशीे स्कंधो को
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣0️⃣
🅿️4️⃣6️⃣ ग्रहण योग्य वर्गणाएँ किसे कहते हैं ?
🅰️ जिन वर्गणाओ को जीव ग्रहण करता है ,वे वर्गणाओ ग्रहण योग्य वर्गणाएँ कहलाती है ।
🅿️4️⃣7️⃣ जीव की ग्रहण योग्य वर्गणाएं में कितनी है ?
🅰️ 8 वर्गणाएं
🅿️4️⃣8️⃣ अभव्य जीव किसे कहते हैं ?
🅰️ जो कभी मोक्ष नहीं जाएगा।
🅿️4️⃣9️⃣जीव की ग्रहण योग्य वर्गणाआे के नाम बताइए ?
🅰️ औदारिक, वैक्रिय, आहारक,तेजस,भाषा,श्वासोंश्वास,मन,कार्मण
🅿️5️⃣0️⃣ औदारिक वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️ जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव औदारिक शरीर का निर्माण करता है,उन्हे औदारिक वर्गणा कहते है ।
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣1️⃣
🅿️5️⃣1️⃣ वैक्रीय वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव वैक्रीय शरीर का निर्माण करता है,उन्हे वैक्रीय वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣2️⃣ आहारक वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव आहारक शरीर का निर्माण करता है,उन्हे आहारक वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣3️⃣ तेजस वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव तेजस शरीर का निर्माण करता है,उन्हे तेजस वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣4️⃣ भाषा वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️ जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव वचन योग में प्रवृत होता है,अर्थात बोलता है, उन्हें भाषा वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣5️⃣ श्वासोश्वास वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव उच्छवास नि:श्वास की क्रिया करता है, उन्हें श्वासोश्वास वर्गणा कहते है ।
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣2️⃣
🅿️5️⃣6️⃣ मन वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव चिन्तन मनन करता है, उन्हें मन वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣7️⃣ कार्मण वर्गणा किसे कहते हैं ?
🅰️जिन पुद्गलो के माध्यम से जीव कार्मण शरीर का निर्माण करता है, उन्हें कार्मण वर्गणा कहते है ।
🅿️5️⃣8️⃣ शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️जो प्रतिसमय जीर्ण- शिर्ण होता रहता है ।
🅿️5️⃣9️⃣ कौनसा शरीर सभी जीवो में होता है ?
🅰️ तेजस ऑर कार्मण सभी संसारी जीवो में
🅿️6️⃣0️⃣ शरीर कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए ?
🅰️ 5 प्रकार के
🟣 औदारिक🟣वैक्रिय🟣आहारक🟣तैजस🟣कार्मण
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣3️⃣
🅿️6️⃣1️⃣ औदारिक शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️ औदारिक वर्गणा के पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को/उदार या स्थूल पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को
🅿️6️⃣2️⃣ वैक्रिय शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️वैक्रिय वर्गणा के पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को या जिस शरीर से विविध ऑर विशिष्ट क्रियाएं करी जा सकती है ।
🅿️6️⃣3️⃣ आहारक शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️आहारक वर्गणा के पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को
🅿️6️⃣4️⃣तेजस शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️तेजस वर्गणा के पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को
🅿️6️⃣5️⃣ कार्मण शरीर किसे कहते हैं ?
🅰️कार्मण वर्गणा के पुद्गगलो से बने हुवे शरीर को/ कर्मो के बने हुए शरीर का
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣4️⃣
🅿️6️⃣6️⃣ कौनसा शरीर संसार के सभी जीवों में होता हैं ?
🅰️ तैजस और कार्मण
🅿️6️⃣7️⃣ जन्म से ही औदारिक शरीर किन जीवों में होता हैं ?
🅰️ मनुष्य और तिर्यंच मे
🅿️6️⃣8️⃣ जन्म से ही वैक्रिय शरीर किन जीवों में होता हैं ?
🅰️ नेरयिक और देव में
🅿️6️⃣9️⃣ लब्धि से ही वैक्रिय शरीर किन जीवों में होता हैं ?
🅰️ मनुष्य और तिर्यंच मे
🅿️7️⃣0️⃣ कौनसा शरीर बिना 14 पूर्वो के ज्ञान के प्राप्त नही किया जा सकता है ?
🅰️ आहारक शरीर
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣5️⃣
🅿️7️⃣1️⃣ आहरक शरीर किसके समान निर्मल होता है ?
🅰️ स्फटिक रत्न के समान
🅿️7️⃣2️⃣आहरक शरीर की जघन्य और उत्कृष्ट अवगाहना कितनी होती है ?
🅰️ जघन्य देशोन 1 हाथ और उत्कृष्ट 1 हाथ
🅿️7️⃣3️⃣आहारक शरीर का निर्माण आहारक लब्धि धारी मुनि किन - किन कारणों से करते है ?
🅰️
🟣तीर्थंकरो की रिद्धी दर्शन
🟣 जीवदया
🟣 संशय निवारण
🟣 सुक्ष्म पदार्थो में अवगाहन
🅿️7️⃣4️⃣ एक भव में कितनी बार आहरक शरीर का निर्माण कर सकता है ?
🅰️ 2 बार
🅿️7️⃣5️⃣ अनंत भवो के सापेक्ष आहारक लब्धि धारी मुनि कितनी बार आहारक शरीर का निर्माण कर सकता है ?
🅰️ 4 बार
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣6️⃣
🅿️7️⃣6️⃣ औदारिक शरीर की ग्रहण योग्य जघन्य पहली वर्गणा क्या होगी ?
🅰️अभवी से अनंत गुणा व सिद्धो से अनंतवे भाग प्रमाण अनंत प्रदेशी स्कंध
🅿️7️⃣7️⃣औदारिक शरीर की अग्रहण योग्य वर्गणा क्या होगी ?
🅰️औदारिक शरीर की ग्रहण योग्य जघन्य पहली वर्गणा - एक कम प्रदेश वाली)
🅿️7️⃣8️⃣औदारिक शरीर की ग्रहण योग्य उत्कृष्ट वर्गणा क्या होगी ?
🅰️ औदारिक शरीर की ग्रहण योग्य जघन्य वर्गणा + अनन्तवे भाग अधिक प्रदेश वाली
🅿️7️⃣9️⃣ वैक्रिय शरीर की अग्रहण योग्य वर्गणा क्या होगी ?
🅰️
(औदारिक शरीर की ग्रहण योग्य उत्कृष्ट वर्गणा+ एक अधिक प्रदेश )........ से
(वैक्रिय शरीर की ग्रहण योग्य उत्कृष्ट वर्गणा - एक कम प्रदेश वाली)
🅿️8️⃣0️⃣औदारिक की अवगाहना सबसे अधिक और प्रदेश सबसे कम होते हैं ?(हां/ना)
🅰️हां
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣7️⃣
🅿️8️⃣1️⃣ उत्कृष्ट ग्रहण योग्य वर्गणा में कितना जोड़े की वह जघन्य अग्रहण योग्य वर्गणा बन जाए ?
🅰️1 अधिक प्रदेश
🅿️8️⃣2️⃣उत्कृष्ट अग्रहण योग्य वर्गणा, जघन्य अग्रहण योग्य वर्गणा से कितने अधिक प्रदेश वाली होगी ?
🅰️ अनंत गुणा अधिक प्रदेश वाली
🅿️8️⃣3️⃣उत्कृष्ट अग्रहण योग्य वर्गणा में कितना जोड़े की वह जघन्य ग्रहण योग्य वर्गणा बन जाए ?
🅰️1 अधिक प्रदेश
🅿️8️⃣4️⃣उत्कृष्ट ग्रहण योग्य वर्गणा, जघन्य ग्रहण योग्य वर्गणा से कितने अधिक प्रदेश वाली होगी ?
🅰️अनंतवा भाग अधिक प्रदेश वाली
🅿️8️⃣5️⃣ कौनसी वर्गणा की अवगाहना सबसे अधिक और प्रदेश सबसे कम होंगे ?
🅰️ औदारिक वर्गणा
कार्मण वर्गणा की अवगाहना सबसे कम और प्रदेश सबसे अधिक होंगे ।
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣8️⃣
🅿️8️⃣6️⃣ औदारिकादि सभी 8 वर्गणाओ की अवगाहना क्रमशः किस उदाहरण द्वारा समझाया गया है ?
🅰️ रुई, थर्माकोल, रबर, लकड़ी मिट्टी ,पत्थर ,लोहा, हीरा
🅿️8️⃣7️⃣ जीव किस के वशीभूत होकर विविध गति ,योनि आदि में परिभ्रमण करता है और विविध प्रकार के सुख दुख का अनुभव करता है ?
🅰️ कर्म
🅿️8️⃣8️⃣ कषाय और योग के निमित्त से कार्मण वर्गणा के पुद्गल आत्मा के साथ बंध चुके हैं, क्या कहलाते हैं?
🅰️ कर्म
🅿️8️⃣9️⃣ शक्ति संपन्न कौन है?
आत्मा या कर्म ?
🅰️ आत्मा
🅿️9️⃣0️⃣ कौन से जीवो का आत्मा के साथ कर्मों का बंध चार प्रकार का होता है ?
🅰️ सकषायी जीव
*प्रश्र्न माला क्रमांक 1️⃣9️⃣
🅿️9️⃣1️⃣ बंध कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए?
🅰️4 प्रकार के
🟣प्रकृति बंध 🟣स्थिति बंध
🟣अनुभाग बंध 🟣 प्रदेश बंध
🅿️9️⃣2️⃣ कषाय के निमित्त से कौन सा बंध होता है ?
🅰️स्थिति बंध और अनुभाग बंध
🅿️9️⃣3️⃣ योग के निमित्त से कौन सा बंध होता है ?
🅰️प्रकृति बंध और प्रदेश बंध
🅿️9️⃣4️⃣ प्रकृति बंध किसे कहते हैं ?
🅰️ *Nature*
जीव के द्वारा ग्रहण किए जा रहे कार्मण वर्गणा के पुद्गलो में भिन्न- भिन्न स्वभाव को स्थापित करना
🅿️9️⃣5️⃣ स्थिति बंध किसे कहते हैं ?
🅰️ *Time*
जीव के द्वारा ग्रहण किए जा रहे कार्मण वर्गणा के पुद्गलो के आत्मा के साथ बने रहने के कालमान को निर्धारित करना करना
*प्रश्र्न माला क्रमांक 2️⃣0️⃣
🅿️9️⃣6️⃣ अनुभाग बंध किसे कहते हैं ?
🅰️जीव के द्वारा ग्रहण किए जा रहे कार्मण वर्गणा के पुद्गलों में फल देने की न्यूनाधिक शक्ति उत्पन्न करना
🅿️9️⃣7️⃣ प्रदेश बंध किसे कहते हैं ?
🅰️जीव के द्वारा कार्मण वर्गणा के पुद्गलो को न्यूनाधिक ग्रहण करना
🅿️9️⃣8️⃣चारो बंध को किस दृष्टांत के माध्यम से समझाया गया है ?
🅰️ लड्डु के दृष्टांत से
🅿️9️⃣9️⃣ कार्मण वर्गणा के पुद्गल में शक्ति किसके द्वारा उत्पन्न होती हैं ?
🅰️ कषाय और योग के निमित्त से
🅿️1️⃣0️⃣0️⃣ वह कोनसी शक्ति है, जो पूर्व में बंधे हुए संपूर्ण कर्मों का क्षय कर के मोक्ष प्राप्त कर सकती है ? तथा जिसके शुभ अशुभ परिणामों के आधार पर ही कषाय और योग की प्रवृत्ति होती है?
🅰️ सभी आत्माओं में
🅿1⃣अवस्था किसे कहते है?
🅰 पर्याय को
🅿2⃣ कर्म की कितनी अवस्थाए होती है?
🅰 10
🅿3⃣ कौन कौन सी ,पांच के नाम लिखे?
🅰 बंध,सत्ता, उदय,उदीरणा,उदवर्तना
🅿4⃣ राग द्वेष युक्त क्रिया करने पर आत्मा व कर्म परमाणु ओ का मिलन क्या कहलाता है?
🅰 बंध
🅿5⃣ बंध कितने प्रकार का होता है?
🅰 4 ,प्रकृति, स्थिति, रस बंध,प्रदेश बंध
🅿6 बंधे हुए कर्म जब तक आत्म प्रदेशों के साथ लगे रहते हैउसे क्या कहते है।
🅰 सत्ता
🅿7 प्रत्येक कर्म अपना फल कब देते है?
🅰 सत्ता काल समाप्त होने पर
🅿8⃣ कर्मो के फल देने की अवस्था को क्या कहते है?
🅰 उदय
🅿9⃣ उदय कितने प्रकार का होता है?
🅰 2 ,प्रदेशोदय व विपाकोदय
🅿1⃣0⃣ प्रदेशोदय किसे कहते है?
🅰 कर्म फल का स्पष्ट अनुभव नही होना।
🅿1⃣1⃣विपाकोदय किसे कहते है?
🅰 कर्म फल का स्पष्ट अनुभव होना।
🅿1⃣2⃣अज्ञानी व ज्ञानी कर्मो को कैसे भोगते है?
🅰 अज्ञानी-विभाव परिणाम से
ज्ञानी-समता भाव से
🅿1⃣3⃣तीव्र कषाय भाव से आत्मा के साथ गाढ रुप से बंधे हुए कर्मो की कौनसी अवस्था है।
🅰 निधत अवस्था
🅿1⃣4⃣ ये कर्म किसने बांधे?
🅰 अर्जुन माली
🅿1⃣5⃣कर्मो को उदय मे आने से पहले ही बलपूर्वक उदय मे लाना कौनसी अवस्था है?
🅰 उदीरणा
🅿1⃣6⃣ इस अवस्था से कौनसे साधक गुजरे?
🅰 गज सुकुमाल जी
🅿17 बंधे हुए कर्मो की स्थिति व अनुभाग को बढा लेना कौनसी अवस्था है?
🅰 उदवर्तना
🅿1⃣8⃣ बंधे हुए कर्मो की स्थिति को कम करना कौनसी अवस्था है?
🅰 अपवर्तना
🅿1⃣9⃣ किसने कर्मो की अपवर्तना की?
🅰 राजा श्रेणिक ने
🅿2⃣0⃣ऐक प्रकार के कर्मका उसके सजातीय दूसरे प्रकार केकर्म परमाणुओ मे परिवर्तन कौनसी अवस्था है?
🅰संक्रमण
🅿2⃣1⃣बंधे हुऐ कर्मो को उदय मे आने से पूर्व स्वाध्याय, अनुप्रेक्षा द्वारा दबा देना क्या कहलाता है।
🅰उपशमन
🅿2⃣2⃣क्या निधत कर्मो की निर्जरा होती है,कैसे?
🅰 हां,तप,आयंबिल, उपवास, पौषध आदि से
🅿2⃣3⃣ राजा श्रेणिक ने कर्म बंध कैसे किया?
🅰गर्भिणी हरिणी का शिकार कर खुश हुआ।
🅿2⃣4⃣ये कर्मो की कौनसी अवस्था थी?
🅰निकाचित अवस्था
🅿2⃣5⃣इस अवस्था की विशेषता क्या है?
🅰सावधान हो जाना चाहिए।अशुभ कर्मो को धर्म आराधना कर शुभ मे बदल देना चाहिए।।
मेरा टापिक 15 प्रश्न कर्म के बारे में
व 15 पहेलिया है सा🙏🏽🙏🏽🌹
1⃣❓गुरु दर्शन के लिए अंतराय कर्म किसके निमित्त बना ❓
1⃣🅰पांडवो के🌹
2⃣❓एक करोड़ वर्ष तक एकांत सातावेदनीय कर्म किस महिला ने भोगा❓
🅰2⃣मरुदेवी माता 🌹
❓3⃣नया मकान गाड़ी आदि कौनसे कर्म के क्षय से मिलती है ❓
🅰3⃣लाभान्तराय कर्म के क्षय से 🌹
❓4⃣कौनसे समुद्घात (samudhghat) से कर्म बंधते है ❓
🅰4⃣कषाय समुदघात 🌹
❓5⃣भविष्य में जिनको केवलज्ञान होगा उनको कौन सा कर्म नहीं बंधता है ❓
🅰5⃣आयुष्य कर्म 🌹
❓6⃣किस कर्म के नाश होने पर तीन कर्म एक साथ खत्म हो जाते है ❓
🅰6⃣मोहनीय कर्म 🌹
❓7⃣जीव जन्म मरण कौनसे कर्म के कारण करता है ❓
🅰7⃣आयुष्य कर्म 🌹
❓8⃣कौनसे कर्म क्षय होने के बाद नहीं बंधते है ❓
🅰8⃣घाती कर्म 🌹
❓9⃣निर्धन किस कर्म के उदय से होता है ❓
🅰9⃣अंतराय कर्म 🌹
❓1⃣0⃣शुक्ल ध्यानी कौन सा कर्म नहीं बांधते❓
🅰1⃣0⃣आयुष्य कर्म 🌹
❓1⃣1⃣भोजन की थाली रखी है और बिना भोजन किये ही जाना पड़े तो कौन सा कर्म ❓
🅰1⃣1⃣भोगान्तराय कर्म 🌹
❓1⃣2⃣कौन सा कर्म ट्रापिक पुलिस का काम करता है ❓
🅰1⃣2⃣नाम कर्म ( आनुपूर्वी)
❓1⃣3⃣चौतिश अतिशय किस कर्म का परिणाम है ❓
🅰1⃣3⃣नाम कर्म
❓1⃣4⃣एक पल का मोह एक भव किसका बिगाड़ गया❓
🅰1⃣4⃣शालिभद्र जी🌹
❓1⃣5⃣ क्या खाने से कर्म की निर्जरा होती हैं ❓
🅰1⃣5⃣ गम🌹
❓1⃣6⃣हम दोनों का हुआ उद्धार
जब सुना महामंत्र नवकार
🅰1⃣6⃣नाग-नागिन🌹
❓1⃣7⃣गर्भ से न जन्म मै पाता
मानो मुनिवर मेरी माता
मुहूर्त भर में मिलो तक जाता
तीर्थंकर को शीश नमाता❓
🅰1⃣7⃣आहारक शरीर का पुतला 🌹
❓1⃣8⃣जिसको तु अपना समझा था
वो दे बैठा धोखा
प्राण जाय पर बच जाएगा
यह गाड़ी का खोखा❓
🅰1⃣8⃣शरीर 🌹
❓1⃣9⃣मैं हूँ अजर अमर
सारे जमाने की मुझको खबर
मुझको न कोई दुख
मुझमें है अनंत सुख❓
🅰1⃣9⃣सिद्ध🌹
❓2⃣0⃣गुरु को देख प्रसन्न हुआ हर क्षण
गुरु के गुरु को देखा
फिर भागा तत्क्षण❓
🅰2⃣0⃣हलुक किसान 🌹
❓2⃣1⃣मैं तो एक काया हूँ
हीरे में भी मिलता हूँ
देवता भी आ सकते है
सबके काम आता हूँ ❓
🅰2⃣1⃣पृथ्वीकाय🌹
❓2⃣2⃣चारों गति में पाया जाता
लोक देखने की शक्ति है
भूत भविष्य भी जानता
मिथ्यातव से विपरीत है ❓
🅰2⃣2⃣अवधिज्ञान 🌹
❓2⃣3⃣समुद्र है पर नहीं है जल
हार नही पर विजय है
हुए उनके पुत्र एक तीर्थंकर है ❓
🅰2⃣3⃣ समुद्रविजय राजा 🌹
❓2⃣4⃣दमयन्ति का था स्वामी
अब घरो में भरता हूँ पानी❓
🅰2⃣4⃣नल राजा 🌹
❓2⃣5⃣सारे लोक में व्याप्त हूँ
सबसे अधिक है कर्म
सबसे कम उम्र में पाता हूँ
बताओ कौन सा जीव ❓
🅰2⃣5⃣निगोद🌹
❓2⃣6⃣मुझे करो सुबह शाम,
मैं तो एक क्रिया ही हूँ
निर्जरा भी मुझसे होतीं
आत्म निर्मल का दीया हूँ ❓
🅰2⃣6⃣प्रतिक्रमण 🌹
❓2⃣7⃣सुहागन नारियो का कंत
बना बाद में संत
मुक्ति पद पा के जिन्होंने किया कर्मों का अंत❓
🅰2⃣7⃣नमि राजर्षि 🌹
❓2⃣8⃣असूर शक्ति की हुई हार
शुरू किया नवकार
🅰2⃣8⃣सुदर्शन सेठ🌹
❓2⃣9⃣ व्रत के बारह भेदमें
ऐसा व्रत भी जान
तिर्यंच गति के जीव में
निपजे नही कर ज्ञान
🅰2⃣9⃣ अतिथि संविभाग व्रत 🌹
❓3⃣0⃣लड़के मेरे पाँच है
पाँचो ही बड़े नेक
बहु मेरी सच कहे ,, एक न देवर जेठ
🅰3⃣0⃣ कुंती🌹
❓3⃣1⃣मन की मन में रह गई ❓
🅰3⃣1⃣पांडव🌹
❓3⃣2⃣किनारे कश्ती डुबी❓
🅰3⃣2⃣कुडंरिक
❓3⃣3⃣दाता देता छप्पर फाड़ कर❓
🅰3⃣3⃣शालिभद्र जी
❓3⃣4⃣
शास्त्र लिखने वाले को कहते है
1+3=एक फल का नाम
2+3=दुख
1+2= अग्नि का पर्याय
1+2+3+= शास्त्र को कहते हैं
4+5= वाहन
🅰 3⃣4⃣ आगमकार🌹
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