अंत मे ण
Hansraj Ji Bhansali
Topic -::- न ण करे कमाल
1एक ण सब पर भारी करे प्रहार पर प्रहार
लक्ष्मण
2 एक ण है सबको प्यारा ग्रहण करे तो मुक्ति द्वारा
वैश्रमण
3 एक ण कराये कलह का व्यापार
नारायण
4एक ण पर हो जाये सब बलिहारी जिसे मिले वो बलिहारी
कृष्ण
5 एक न के बिना नो कोई जाये यहां से ऐसा है यह न का काम
कफ़न
6एक ण ने किया तृष्ना का अंत मिटाया भव भव का अंत
जाति स्मरण ज्ञान
7एक ण है अति बलशाली करे ऐसा हास देखे सब जग प्रकाश
नारायण(वासुदेव)
8एक न है ऐसाकरे सेवा अनुपम धारी
नन(ईसाई सेविका का नाम)
9 एक ण का नाम है ऐसा नाम दिया उस अजय योद्धा ने वैसा
रण
रणछोड़
10 एक ण है ऐसा आये वहां जो शरण भूत का आश्रय पाए
समवशरण
11 एक ण ऐसा जिसे मिल जाये वो भय से मुक्त बने ऐसा
शरण
12 एक ण का है बड़ा कमाल हम भी पाये ऐसा कमाल
समवशरण
13एक ण है ऐसा अधिकारों को त्यागे ऐसा पाठ सिखलाये वो ऐसा
रामायण
14एक ण है अति मीठा सब कहे यह है हमारा बेटा
कृष्ण
15एक ण है ऐसा आकाश गामिनी का वर है पाया ऐसा
नारायण
16एक ण है ऐसा दुर्गति को पाया ऐसा
ममणणसेठ
17एक ण है ऐसा नर रत्नों में रत्न हो ऐसा
कृष्ण
अम्म तीर्थंकर नाम से
18एक ण है ऐसा17बार बजा दिया शत्रु का बाजा ऐसा
*उतर एक ही बार लिखना है सा*
कृष्ण
19एक न है ऐसा घात प्रतिघात का नाम है ऐसा
शत्रुध्न
20एक ण है ऐसा बनाना है उससे मुक्त हमेशा
*मरण*
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