प्रवेश
*
🅿 १) तीर्थंकर तिरछा लोक में कब प्रवेश करते हैं⁉
♦मध्य रात्रि में‼
🅿 २) किस स्थान से निकलने के बाद में पुनः प्रवेश नहीं होता है⁉
♦अव्यवहार राशि‼
🅿 ३) गृहस्थाश्रम में प्रवेश करते करते किसे केवल ज्ञान हुआ⁉
♦गुणसागरजी ‼
🅿 ४) गृहस्थाश्रम में प्रवेश करने के कुछ ही समय बाद संयम में प्रवेश किया ⁉
♦जम्बु स्वामी‼
🅿 ५) गृहस्थाश्रम में प्रवेश करने गए और बीच में ही लौटकर आ गए ⁉
♦नेमकुमार‼
🅿 ६) किस गुणस्थान में दोबारा प्रवेश नहीं कर सकते⁉
♦१२,१३,१४ वें गुणस्थान में ‼
🅿 ७) समोशरण में तीर्थंकर किस दिशा से प्रवेश करते हैं⁉
♦पूर्व दिशा‼
🅿 ८) राजा को नगर में प्रवेश करते हुए देखकर किसकी मृत्यु हुई⁉
♦सोमिल ब्राह्मण‼
🅿 ९) संयम मार्ग में प्रवेश करते ही तीर्थंकर को क्या प्राप्त होता है⁉
♦मनःपर्यव ज्ञान‼
🅿 १०) गृहस्थाश्रम में प्रवेश करने जा रही कीस कन्या को देवो द्वारा जातिस्मरण ज्ञान हुआ⁉
♦सुमति‼
🅿 ११) ख़ुद के पुत्र को उपवन में प्रवेश करवाने के लिए किस ने भतीजे के साथ कपट किया⁉
♦विश्वनंदी‼
🅿 १२) १३ वे गुणस्थान में प्रवेश होते ही क्या प्राप्त होता है⁉
♦केवलज्ञान ‼
🅿 १३) संयमी जीवन में प्रवेश करते ही किसे मोक्षप्राप्त हुआ ⁉
♦गजसुकुमालजी‼
🅿 १४)तीर्थंकर कितने देवों के साथ समवशरण में प्रवेश करते हैं ⁉
♦करोड़ों‼
🅿 १५ समवशरण में प्रवेश करते करते केवल ज्ञान किसको हुआ⁉
♦५०० तापस को ‼
🅿 १६) ख़ुद की तेजोलेश्या ख़ुद में ही प्रवेश हुई किसकी⁉
♦गोशालक की ‼
🅿 १७) किसका चक्ररत्न नगर में प्रवेश नहीं करता था⁉
♦भरत राजा‼
🅿 १८) प्रभू का वनप्रवेश किसके लिए उपयोगी सिद्ध हुआ⁉
♦चण्डकौशिक‼
🅿 १९) केवल ज्ञान में प्रवेश करते ही तीर्थंकर को किस कर्म का उदय होता है⁉
♦तीर्थंकर नाम कर्म ‼
🅿 २०) प्रभू ने मंदिर में प्रवेश कर के किस का उद्धार किया है⁉
♦शूलपाणी यक्ष‼
🅿 २१) केवल ज्ञान में प्रवेश करते ही तीर्थंकर के लिए किसकी रचना होती है⁉
♦समवशरण ‼
🅿 २२) किस स्थान पर है सिर्फ़ प्रवेश द्वार है निकास नहीं⁉
♦सिद्धस्थान ‼
🅿 २३) राज्यपद पर प्रवेश करते समय वन प्रवेश की आज्ञा किसे मिली⁉
♦रामचंद्रजी ‼
🅿 २४) ६ खंडपर विजय प्राप्त करके नगर प्रवेश के पूर्व चक्रवर्ती क्या करते हैं ⁉
♦तेले की तपस्या ‼
🅿 २५) स्वयंवर मंडप में प्रवेश करने से पूर्व ही किसे केवलज्ञान हुआ ⁉
♦प्रभंजना ‼
🅿 १) तीर्थंकर तिरछा लोक में कब प्रवेश करते हैं⁉
♦मध्य रात्रि में‼
🅿 २) किस स्थान से निकलने के बाद में पुनः प्रवेश नहीं होता है⁉
♦अव्यवहार राशि‼
🅿 ३) गृहस्थाश्रम में प्रवेश करते करते किसे केवल ज्ञान हुआ⁉
♦गुणसागरजी ‼
🅿 ४) गृहस्थाश्रम में प्रवेश करने के कुछ ही समय बाद संयम में प्रवेश किया ⁉
♦जम्बु स्वामी‼
🅿 ५) गृहस्थाश्रम में प्रवेश करने गए और बीच में ही लौटकर आ गए ⁉
♦नेमकुमार‼
🅿 ६) किस गुणस्थान में दोबारा प्रवेश नहीं कर सकते⁉
♦१२,१३,१४ वें गुणस्थान में ‼
🅿 ७) समोशरण में तीर्थंकर किस दिशा से प्रवेश करते हैं⁉
♦पूर्व दिशा‼
🅿 ८) राजा को नगर में प्रवेश करते हुए देखकर किसकी मृत्यु हुई⁉
♦सोमिल ब्राह्मण‼
🅿 ९) संयम मार्ग में प्रवेश करते ही तीर्थंकर को क्या प्राप्त होता है⁉
♦मनःपर्यव ज्ञान‼
🅿 १०) गृहस्थाश्रम में प्रवेश करने जा रही कीस कन्या को देवो द्वारा जातिस्मरण ज्ञान हुआ⁉
♦सुमति‼
🅿 ११) ख़ुद के पुत्र को उपवन में प्रवेश करवाने के लिए किस ने भतीजे के साथ कपट किया⁉
♦विश्वनंदी‼
🅿 १२) १३ वे गुणस्थान में प्रवेश होते ही क्या प्राप्त होता है⁉
♦केवलज्ञान ‼
🅿 १३) संयमी जीवन में प्रवेश करते ही किसे मोक्षप्राप्त हुआ ⁉
♦गजसुकुमालजी‼
🅿 १४)तीर्थंकर कितने देवों के साथ समवशरण में प्रवेश करते हैं ⁉
♦करोड़ों‼
🅿 १५ समवशरण में प्रवेश करते करते केवल ज्ञान किसको हुआ⁉
♦५०० तापस को ‼
🅿 १६) ख़ुद की तेजोलेश्या ख़ुद में ही प्रवेश हुई किसकी⁉
♦गोशालक की ‼
🅿 १७) किसका चक्ररत्न नगर में प्रवेश नहीं करता था⁉
♦भरत राजा‼
🅿 १८) प्रभू का वनप्रवेश किसके लिए उपयोगी सिद्ध हुआ⁉
♦चण्डकौशिक‼
🅿 १९) केवल ज्ञान में प्रवेश करते ही तीर्थंकर को किस कर्म का उदय होता है⁉
♦तीर्थंकर नाम कर्म ‼
🅿 २०) प्रभू ने मंदिर में प्रवेश कर के किस का उद्धार किया है⁉
♦शूलपाणी यक्ष‼
🅿 २१) केवल ज्ञान में प्रवेश करते ही तीर्थंकर के लिए किसकी रचना होती है⁉
♦समवशरण ‼
🅿 २२) किस स्थान पर है सिर्फ़ प्रवेश द्वार है निकास नहीं⁉
♦सिद्धस्थान ‼
🅿 २३) राज्यपद पर प्रवेश करते समय वन प्रवेश की आज्ञा किसे मिली⁉
♦रामचंद्रजी ‼
🅿 २४) ६ खंडपर विजय प्राप्त करके नगर प्रवेश के पूर्व चक्रवर्ती क्या करते हैं ⁉
♦तेले की तपस्या ‼
🅿 २५) स्वयंवर मंडप में प्रवेश करने से पूर्व ही किसे केवलज्ञान हुआ ⁉
♦प्रभंजना ‼
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