प्रथम अक्षर क्रमबद्ध भगवान महावीर हो
🅿️1️⃣ जयंती श्राविका के प्रश्न किस सुत्र में आते हैं ?
🅰️ भगवती सुत्र
🅿️2️⃣ मान कषाय का निवास स्थान कहाँ हैं?
🅰️ गर्दन
🅿️3️⃣ कौनसे भगवान के पंच कल्याणक एक नगरी में हुए?
🅰️ वासुपूज्य
🅿️4️⃣ 12 हजारवर्ष के आयु वाले एक नारद का नाम?
🅰️ नरक मुख
🅿️5️⃣वासुदेव के साथ रत्नों में से एक?
🅰️ महारथ
🅿️6️⃣ वज्रांकुशी देवी का वाहन कौनसा हैं?
🅰️ हाथी
🅿️7️⃣ सरस्वती जी का प्रिय वाद्य यंत्र ?
🅰️ वीणा
🅿️8️⃣ महाशतक की पत्नी मर कर कहाँ गयी ?
🅰️ रत्नप्रभा
🅿️9️⃣ परमात्मा को आगम में क्या कहा गया हैं?
🅰️भंते
🅿️1️⃣0️⃣ छपन दिककुमारियों में 8 दिककुमारियाँ कहां रहती हैं?
🅰️ गजदंत पर्वत
🅿️1️⃣1️⃣ हा हा हू हु किस जाति के देव हैं?
🅰️ वाण व्यंतर देव
🅿️1️⃣2️⃣ अवंती सुकुमाल जिस विमान से आये थे उसी से गए, विमान का नाम क्या था?
🅰️ नलिनी गुल्म
🅿️1️⃣3️⃣ औदारिक शरीर जिन सात प्रकार के धातुओं से बनता हैं, उनमे से एक?
🅰️ मज्जा
🅿️1️⃣4️⃣ वीर प्रभु के 13 अभिग्रह में से एक
🅰️हाथ में हथकड़ी
🅿️1️⃣5️⃣ हेमचंद्राचार्य जी विरचित स्तोत्र कौन सा❓
🅰️ वीतराग स्त्रोत
🅿️1️⃣6️⃣ निलवंत पर्वत परांच कौनसे क्षेत्र में आता हैं?
🅰️ रम्यक क्षेत्र
🅿️1️⃣7️⃣ देवता और नारकी को कौनसा अवधिज्ञान होता हैं?
🅰️ भव प्रत्य
🅿️1️⃣8️⃣ चार योग हैं से एक योग का नाम?
🅰️ गणितानु योग
🅿️1️⃣9️⃣ सुदर्शन गाथा पति कहाँ के निवासी थे ?
🅰️ वाणिज्य गांव
🅿️2️⃣0️⃣ चार हज़ार देवता किस ज्योतिष विमान को उठाते हैं?
🅰️ नक्षत्र
🅿️2️⃣1️⃣ पांच प्रकार के प्रमाद में से एक?
🅰️ मद्द
🅿️2️⃣2️⃣ अचल भ्राता गणधर किस गोत्र के थे?
🅰️ हारीत
🅿️2️⃣3️⃣ अन्तरायकर्म की पांच प्रकृतियों में से एक?
🅰️ वीर्यातराय
🅿️2️⃣4️⃣ रत्नाकर पचीसी के रचयता ?
🅰️ रत्नाकर सूरी जी
🅿️2️⃣5️⃣ चंद्रगुप्त मौर्य किसके शिष्य थे?
🅰️ भद्रबाहु जी
🅿️2️⃣6️⃣ किस मुनि को शाली वृक्ष की उपमा दी थी?
🅰️ गर्गाचार्य जी
🅿️2️⃣7️⃣ दसवे भव मै पार्श्वनाथ भगवान किसकी कुक्षी में आये ?
🅰️ वामा देवी के
🅿️2️⃣8️⃣ योग मुद्रा में बोला जाने वाला एक सुत्र?
🅰️ नमुत्थणम
🅿️2️⃣9️⃣ अभक्ष्य विगई का दूसरा नाम?
🅰️ महाविगई
🅿️3️⃣0️⃣ सामयिक में हंसी मजाक करने से कौनसा दोष लगता है?
🅰️ हास्य दोष
🅿️3️⃣1️⃣ नौ रस में से एक रस?
🅰️ वीर रस
🅿️3️⃣2️⃣ ओघा का उप्पर नाम?
रजोहरन
ढूंढने का कितने बहाने बनाये
कितने ताने बाने बुनाये
बस मिल जाओ आप हम से
शम ,श्रम ,समता की सलिल
धारा ,हमारे हृदय में बहाये
माना बिन बुलाए हैं मेहमान
कर्म हमें ,भव2 ज्यादा ना भटकाये
चाहें सिद्ध सिला ,आप हमें जल्द बुलाएं
🙏भगवान महावीर के श्री चरणों मे आप अर्पित, तमाम
कर जाये🙏
आप सभी भाग लेने वालों की
अनुमोदना🙏
अंजू गोलछा
Pathashala taken
by
*अंजु जी गोलेच्छा*
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें