सूर्य, चंद्र
अढाई द्वीप में कुल कितने सूर्य-चन्द्र है ?
. सूर्य चन्द्र
जम्बुद्वीप 2 2
लवण समुद्र 4 4
धातकीखंड द्वीप 12 12
पुष्करार्ध द्वीप 72 72
कालोदधि समुद्र 42 42
इस प्रकार पूरे अढाई द्वीप में कुल 132 सूर्य 132 चन्द्र है। यह सूर्य-चन्द्र 5 मेरुपर्वतों के चारों ओर सदैव भ्रमण करते रहते हैं। अढाई द्वीप के बाहर जो असंख्यात सूर्य-चन्द्र हैं वे सदैव स्थिर रहते हैं।
चंद्र केवली का नाम कब तक अमर रहेगा ?
(वर्धमान तप की अखंड 100 ओली पूरी करने वाले प्रथम राजा)
800 चौबीसी तक✅
. सूर्य चन्द्र
जम्बुद्वीप 2 2
लवण समुद्र 4 4
धातकीखंड द्वीप 12 12
पुष्करार्ध द्वीप 72 72
कालोदधि समुद्र 42 42
इस प्रकार पूरे अढाई द्वीप में कुल 132 सूर्य 132 चन्द्र है। यह सूर्य-चन्द्र 5 मेरुपर्वतों के चारों ओर सदैव भ्रमण करते रहते हैं। अढाई द्वीप के बाहर जो असंख्यात सूर्य-चन्द्र हैं वे सदैव स्थिर रहते हैं।
चंद्र केवली का नाम कब तक अमर रहेगा ?
(वर्धमान तप की अखंड 100 ओली पूरी करने वाले प्रथम राजा)
800 चौबीसी तक✅
🔴2⃣0⃣तीर्थंकरों को आवश्यक सूत्र में गंधहस्ती की उपमा दी हैं
🔵20/ नमोत्थुणं
🔴1⃣चंद्र सुर्य देव की स्थिति
🔵2⃣उद्योत कर्म
🔴3⃣सुर्य प्रकाश की उष्णता में गरम का कारण
🔵3⃣आताप कर्म
🔴4⃣सुर्य सिंह में चंद्र पुष्य से स्वाति में तब ८ दिन में होता हैं
🔵4⃣पर्युषण पर्व
🔴5⃣चंद्र सुर्य किसकी परिक्रमा करते हैं
जैन मतानुसार अपने यहां जो आज सूर्य उदय हुआ,वह सूर्य पुनः कब उदय होगा ⁉
🌄5⃣ परसों ❗
🔵5⃣मेरु पर्वत की
🔴6⃣चंद्र की गति🔵6⃣मंद
🔴7⃣सुर्य की गति
🔵7⃣तीव्र
🔴8⃣चंद्र सुर्य क्या नही देखते
🔵8⃣अंधकार
🔴9⃣पृथ्वी घुमती हैं सुर्य नही,ऐसा एक मत आया
🔵9⃣सूर्य चंद्र प्रज्ञप्ति में
🔴1⃣0⃣चंद्र सूर्य विमान सह आने का
🔵1⃣0⃣महावीर स्वामी के समवसरण में
🔵20/ नमोत्थुणं
🔴1⃣चंद्र सुर्य देव की स्थिति
🔵2⃣उद्योत कर्म
🔴3⃣सुर्य प्रकाश की उष्णता में गरम का कारण
🔵3⃣आताप कर्म
🔴4⃣सुर्य सिंह में चंद्र पुष्य से स्वाति में तब ८ दिन में होता हैं
🔵4⃣पर्युषण पर्व
🔴5⃣चंद्र सुर्य किसकी परिक्रमा करते हैं
जैन मतानुसार अपने यहां जो आज सूर्य उदय हुआ,वह सूर्य पुनः कब उदय होगा ⁉
🌄5⃣ परसों ❗
🔵5⃣मेरु पर्वत की
🔴6⃣चंद्र की गति🔵6⃣मंद
🔴7⃣सुर्य की गति
🔵7⃣तीव्र
🔴8⃣चंद्र सुर्य क्या नही देखते
🔵8⃣अंधकार
🔴9⃣पृथ्वी घुमती हैं सुर्य नही,ऐसा एक मत आया
🔵9⃣सूर्य चंद्र प्रज्ञप्ति में
🔴1⃣0⃣चंद्र सूर्य विमान सह आने का
🔵1⃣0⃣महावीर स्वामी के समवसरण में
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