पहेलियाँ
1️⃣मोती की पोती, न जुड़ा न चोटी
इंद्रा गांधी
2️⃣थोड़ी सी राई, सारे गांव में बिखराई
तारे
3️⃣हाथो से बोवे, मुँह से चुगे
अक्षर
4️⃣सांपों का यार हूँ, खुशबु का भंडार हूँ
चंदन
5️⃣बिना बुलाये डाक्टर आया, इंजेक्शन देकर चला गया
मच्छर
6️⃣फूला फूला उसका पेट, और रहे बिस्तर पर लेट
तकिया
7️⃣छोटा सा धागा, सारी बात ले भागा
टेलीफोन
8️⃣मखमल की थैली में, हाय हाय के बीज
मिर्च
9️⃣अजीब सी सुनी एक बात, नीचे फल उपर पात
अनानस
🔟हरा हूँ पर पत्ता नहीं, नकलची हूँ पर बंदर नहीं बुझो तो मेरा नाम सही
तोता
1️⃣1️⃣तीन पैर की तितली, नहा धो कर निकली
समोसा
1️⃣2️⃣डब्बे पे डिब्बा, डिब्बे का गांव, चलती फिरती बस्ती लोहे के पांव
रेलगाड़ी
1️⃣3️⃣लम्बी पूंछ पीठ पर रेखा, दो दो हाथो से खाते देखा
गिलहरी
1️⃣4️⃣पेट है खाली, सर पर पत्थर, मानो हार या दे दो उत्तर
अंगुठी
1️⃣5️⃣एक अनोखा शेर, लाठी से न मरे दिलेर
परछाई
1️⃣6️⃣न हिले न डुले, पर दिन रात चले
सड़क
1️⃣7️⃣नीरोग धाम में, कौनसे पशु का नाम
गधा
1️⃣8️⃣छः पैर, पीठ पर पूंछ
तराजू
1️⃣9️⃣एक छोटी एक बड़ी कहावे, एक थोडी एक बहुत बिकावे
इलायची
2️⃣0️⃣सब कोई खाये खिलायें, कोई मेरा स्वाद न पावे
कसम
2️⃣1️⃣गोरे मुझमें काले मुझमे 64 घर, पर ताले नहीं मुझमें
शतरंज
कद केछोटे कर्म के हीन भरपूर बजाए बीन
Aमच्छर
टॉपिक -:- दिमागी पहेलियां
1️⃣
सरस्वती की सफेद सवारी
मोती जिनको भातें
करते अलग दुध से पानी
बतलाओ वह कौन कहलाते ❓
🅰️ हंस
2️⃣
भिखारी नहीं फिर भी पैसे मांगता
लड़की नहीं फिर भी पर्स इस्तेमाल करता और पुजारी
नहीं फिर भी घंटी बजाता ❓
🅰️ कंडक्टर
3️⃣
न सीखा संगीत कहीं पर
न सिखा कोई गाना
लेकिन इसकी मिठी वाणी में
भरा हुआ संगीत
सुबह-सुबह यह करें रियाज
मन को भाती इसकी आवाज ❓
🅰️ कोयल
4️⃣
उछले कूदे दोडे दिनभर
यह दिखने में बहुत ही सुंदर
लेकिन नहीं है यह भालू बंदर
अपनी धुन में मस्त कलंदर
इसके नाम में जुड़ा है रन
घर है इसका सुंदर वन ❓
🅰️ हिरन
5️⃣
बिना हाथ पैर के
चल के न तैर के
सबके घर चली जाऊं
बिना किसी बैर के ❓
🅰️ लेटर
6️⃣
ऐसा कौनसा बॅग है जो सिर्फ भिगोने पर काम करता है ❓
🅰️ टि - बॅग
7️⃣
न तो खड़े हैं जमीन पर
न उपर कोई सहारा
कारण बनता कभी शितल छांव का
कभी मुसलधार बहाया ❓
🅰️ बादल
8️⃣
बिजली कौंधी आसमान में
गर्जन दिल धड़काए
छायी घटाएं छम छम नाचे
गोपीयन को लुभाए ❓
🅰️ मोर
9️⃣
दो मुंह फिर भी बंद रहे
पेट रहे खाली
मारो जब चाटे उसको
बोले फिर भी मीठी बोली ❓
🅰️ ढोलक
🔟
एक फोटोग्राफर ऐसा जो सिर्फ बारिश होने पर ही फोटो खींचे ❓
🅰️ बिजली
1️⃣1️⃣
एक शहर रस से भरा
छूना चाहो तो तीर चुभा ❓
🅰️ मधुमक्खी और छत्ता
1️⃣2️⃣
दिन तिथि और त्यौहार
सबको मैं बताती हूं
1 वर्ष के बाद में
अपने आप मर जाती हूं ❓
🅰️ कैलेंडर
1️⃣3️⃣
कौवा आसमान में उड़ता है *,* मगर रहता कहां है ❓
🅰️ पानी में (मगरमच्छ)
1️⃣4️⃣
मुख से सदा मुझे बोलो
तो सम्मान तुम्हारा है
उस पर कोई आंच नहीं
जिसने मुझे सवारा है ❓
🅰️ सत्य / Truth
1️⃣5️⃣
ऐसी कौन सी चीज है जो बिना मांगे मिलती है ❓
🅰️ सलाह / Advice
1️⃣6️⃣
खुशबू है पर फूल नहीं
जलती है पर ईर्ष्या नहीं
बताओ क्या ❓
🅰️ अगरबत्ती
1️⃣7️⃣
तीन पैरों वाली तितली नहा धोकर कढाई से निकली ❓
🅰️ समोसा
1️⃣8️⃣
खिलाड़ियों का महाकुंभ यह कहलाता
चार वर्ष के अंतराल से यह आता ❓
🅰️ ओलंपिक / Olympic
1️⃣9️⃣
दूध का पोता
दही का बच्चा
लोग पीते उसे कच्चा ❓
🅰️ छाछ / Buttermilk
2️⃣0️⃣
छोटे से है मटकूदास
कपड़े पहने एक सौ पचास ❓
🅰️ प्याज / Onions
*
🦚🌼🌻🌹🦚🌼🌻🌹🦚
🅿1️⃣ *मैं भी एक तीर्थ कहलाता हूं,पर मोक्ष में नहीं जा पाता, छूट सहित साधना कर, देवलोक में पाता हूं ⁉️*
🅰1️⃣ *श्रावक जी श्राविका जी*
🅿2️⃣ *घेर घेर गागरो,कली कली पीला, यतना से उपयोग करें,तो निकले कर्म का कांटा⁉️*
🅰2️⃣ *रजोहरण*
🅿3️⃣ *खाने को नहीं पुडियां, खर्चने को नहीं कोड़ियां, बैठने नहीं घोड़ियां, नहीं पांव में मोजरियां , फिर भी सुखी कौन ⁉️*
🅰3️⃣ *पंच महाव्रत धारी साधु जी साध्वी जी*
🅿4️⃣ *चौदह चूकिया,बारह भूलियां, नव का नहीं जाने नाम, नगर ढिंढोरा पीटिया, श्रावक मारो नाम ⁉️*
🅰4️⃣ *चौदह नियम,बारह व्रत,नव तत्व*
🅿5️⃣ *पडया कैद में तो रोवे नहीं, कैद से छूटते तो रोवे,यह जेल तो सब जीव होंगे, पण पीड़ा नहीं होवे⁉️*
🅰5️⃣ *गर्भावास*
🅿6️⃣ *रहता था जंगल में, प्रभु वाणी को पाया,क्रोध का त्याग किया और देवलोक को पाया⁉️*
🅰6️⃣ *चण्डकौशिक सर्प*
🅿7️⃣ *मेरी स्थिति सबसे कम है, फिर भी सबसे उपर हूं,योगी का हूं मैं विलोम, फिर भी सबसे उपर हूं ⁉️*
🅰7️⃣ *अयोगी गुणस्थान*
🅿8️⃣ *एक समय राजकुमार, दूसरे समय राजतिलक, तीसरे समय वन के वासी, बताओ मैं कौन हूं ⁉️*
🅰️8️⃣ *मर्यादा पुरुषोत्तम रामचंद्र जी*
🅿9️⃣ *सब को लूटता था मैं, क्योंकि मैं था एक चोर, लेकिन कांटा ऐसा पांव में चुभा, जो ले चला संयम की ओर⁉️*
🅰9️⃣ *रोहिणिया जी*
🅿1️⃣0️⃣ *जिनशासन की गौरव गाता, मंदिर की पहचान कराता, दूर से जिसको शीश नमाते,कृति का सुंदर नाम बताओ।णमो जिणाणंम⁉️*
🅰🔟 *जैनध्वज*
*🌺🦚टोपीक :- चटाखेदार पहेलिया🦚🌺*
*〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️*
1️⃣ बचपन बुढापा मेरा सयाना, जवानी मे मुझसे आंख ना लडाना❓
🅰️ सुर्य
2️⃣ कौन जगत में व्यक्ति महान, देता जो सबको ज्ञान पाये जो सबसे सम्मान शिष्य जिसे माने भगवान ❓
🅰️ गुरू
3⃣लीखा उन्होने मेघदुतम ओर अभी ज्ञान शकुंतलम, चार अक्षर का उनका नाम कौन थे वो कवि महान❓
🅰️ कवि कालिदास
4️⃣ रात मे आते बनकर नुर दीन मे हो जाते कफुर, मामा क्या है पुरे जोकर बढते घटते रहते अक्सर
🅰️चंद्रमा
5️⃣तीन अक्षर का मेरा नाम, गर्मी देना मेरा काम, प्रथम कटे तो धुल बने, अंत कटे तो सुर, धुल उसे ना ढक सके कावी कोसो दुर ❓
🅰️ सुरज
6️⃣जल भरा वो मटका उपर उँचे लटकता, पी लो वह मीठा है जरा नही है खट्टा ❓
🅰️ नारियल
7️⃣छोटा मुह बडी पुछ ❓
🅰️ सुई धागा
8️⃣रोज रात मे आती हू प्रात: हुई तब जाती हू ❓
🅰️ नींद
9️⃣सबको दो बहने मीली एक दूजे को कभी देख ना सके ❓
🅰️ आंखें
1️⃣0️⃣दो मोती है प्यारे प्यारे आधे गोरे आधे काले ❓
🅰️ आंखें
1️⃣1️⃣ ओढ के बेठा कई चादरें, भीतर अंदर सोता, जो हटाये सभी चादरें निश्चय में वह रोता ❓
🅰️ प्याज
1️⃣2️⃣ वह वस्तु क्या वो जमता है उगता नही ❓
🅰️ दही
1️⃣3⃣ वह अपना अनुभव कराती, पर ना कभी ना अपना रूप दिखाती कभी ना रूकती कभी ना थकती, धरती आकाश एक करती हरदम सबके पास रहती ❓
🅰️ हवा
1️⃣4️⃣अंदर जाना है तो भी उसके अंदर से निकलो बाहर जाना है तो भी उसके अंदर से निकलो ❓
🅰️ दरवाजा
1️⃣5️⃣ भाई ने भाई से कहा जा पान लेकर आ इसमे शहर का नाम बताओ ❓
🅰️ जापान
1️⃣6️⃣ एक राजा की अनोखी कहानी नीचे वह पिये पानी ❓
🅰️ दीया
1️⃣7️⃣पिंक सीटी कहलाता कौनसा भारती नगर वो ❓
🅰️ जयपुर
1️⃣8️⃣सात पहाडियों का नगर क्या खाते उसको मगर ❓
🅰️ रोम
1️⃣9️⃣सात गाठ की लम्बी लाठी गाठ गाठ में रस, जो कोई उसका अर्थ बतावे रूपया पाता दस❓
🅰️ गन्ना
2️⃣0️⃣ तीन पंख का एसा पक्षी सबके घरमें रहता वर्षा और सर्दी मे सोता, बस गर्मी मे उडता❓
🅰️पंखा
2️⃣1️⃣ ढाई अक्षर का मेरा नाम आती हूं भोजन के काम, आदि कटे को होती देर अंत कटे तो बनता खेल ❓
🅰️ प्लेट
*〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️*
अंजु जी गुलेच्छा बहुत बहुत सुंदर शब्दावली धन्यवाद अनुमोदना सा🎁🌹💐👌🙏📚
यहाँ प्रश्नों की नित्य रहती
ताजगी
कभी फूलों की कभी
चांद की रोशनी
कभी सरस कभी चटपटे
जायके की बानगी
आज अमृता जी ने
लगा दिया मजमा
चटाके दार प्रश्नों का
तो क्यों ना आनन्द रस पान हो
औऱ इन गुणाधार का सम्मान हो
*〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️*
🙏♦🙏🌹🙏🌹🙏🌹
*
लॉक डाउन मे खाते 2
पक चुके, खा घर के 🏡पकवान
🥦🥑🥒🌶️🌽🥥🍌
आज सेजल जी🏨 ले आये
चटपटा सामान
🥗🥧🍧🍨🍩🍿🍮🍨
सुन नाम 👅जिव्हा ललचा गई
मानस,🧠 मे, खेल तरावट आ गई
अजब पहेलियों के , गजब जबाब
🥁🎷🎺🎸🪕🎻
हमारा सलाम स्वीकारें जनाब
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
💐 *अंजुगोलछा*💐
🪁🪁🪁🪁🪁🪁🪁🪁🪁🪁🪁
1️⃣ मैं आई थी वनस्पती से, गई हाथी के ओहदे से! सुख नगर का दरवाजा खोल ,मोक्ष पहुंची पहले सबसे ❓
🅰️ मरुदेवी माता
2️⃣ मेरे से बडा कोई नहीं ,जसा मैने सोचा था! चरण आगे बढते ही, केवलज्ञान मुझे हुआ❓
[ 🅰️ बाहुबली जी
3️⃣ पापा मेरे से बहुत हुआ, छ, महिने काट दिया ! लोगो ने मुझे दी गालिया , फिर भी मैने सहन किया❓
🅰️ अर्जुनमाली जी
4️⃣ हम तीनों निम्न गती के जीव हैं, पर इतनी योग्यता पाते हैं! केवली बन हम भी, मोक्ष पुरी को पाते हैं❓
🅰️ पृथ्वी, पाणी, वनस्पती
5️⃣ पाप का में बाप हुं,सब गुणो का करता हुं नाश ! मुझे जितना हो तो, रखो संन्तोष ,होगा मोहनीय कर्म का नाश ❓
🅰️ लोभ
6️⃣ भूख , रोग या मच्छर सतावे,सहे उन्हे समभावो से ! इनहे सहते सहते ही, मंजिल मिले सरलता से !❓
🅰️ परिषह
7️⃣ जन्म हुआ था बन्धन में, मृत्यू हुई थी जंगल में ! दर्शनाचार का पालन किया , फिर भी गया नरक में❓
🅰️ श्री कृष्ण वासुदेव जी
8️⃣ छ: काय का रक्षक हुं में, ऑंख से तिनका निकलता नहीं! मोक्ष की अभिलाषा हुं में,मुक्ति मुझे से दूर नहीं❓
🅰️ अनगार
9️⃣ पाते हम चार पर्याप्ति,फिर भी हम कुल पांच हैं! बिन हमारे संसार न चलता ,भाई हम कमाल हैं ❓
🅰️ पाच स्थावर
🔟 नाना से युद्ध किया , पिता को डाला कैद में ! हार गया, राज गया और गया नरक में ❓
[ 🅰️कोणिक जी
1️⃣1️⃣ ब्रह्मचर्य को मेंने पाल था , माता को मैने धैर्य बंधाया था ! भक्त और भगवान के बीच ,अनुपम प्रेम दर्शाया था ❓
🅰️ हनुमान जी
1️⃣2️⃣ चार से चार गुणा करने पर चौडाई को में पाती हुं! मेरे व्दारा जयना होती, जैन धर्म की पहचान हुं ❓
🅰️ मुहपत्ती
1️⃣3️⃣ संयम की हुई भावना जब, रोग सब दूर हुआ ! नाथ कौन और अनाथ कौन, इसका मुझको ज्ञान हुआ❓
🅰️अनाथी मुनी जी
1️⃣4️⃣ श्री कृष्ण का मित्र कहलाया , और सेठ का नाम धराया! आतंक सब दूर किया मैने, क्षमा, अहिंसा का पाठ पढाया ❓
🅰️ सुदर्शन शेठ जी
1️⃣5️⃣ मुझको भाता केवल पुरुष वर्ग,जो पांच इंन्द्रिया पाते हैं! मेरे यहाॅं से निकल कर ,निम्न गती को पाते हैं ❓
🅰️ सातवी नारकी
1️⃣6️⃣ पांच में से एक हुं, सभी घरों में मिलता हुं धरती से अधिक हुं , सभी रसो का मूल हूॅं ❓
🅰️ पाणी
1️⃣7️⃣ मेरी स्थिती कम हैं, फिर भी सबसे ऊपर हुं! योगी का हुॅं विलोम , फिर भी सबसे ऊपर हुॅं ❓
🅰️ अयोगी
1️⃣8️⃣ नीच कुल में जन्म लिया,संयम को मैने धार लिया! सर्प से मुझको ज्ञान हुआ, कर्मो को में ने काट लिया ❓
🅰️ हरिकेशी मुनी जी
1️⃣9️⃣ श्री कृष्ण का पुत्र हुआ अभिग्रह में ने बडा लिया ! आहार पाणी मिला नहीं लडू से केवल ज्ञान हुआ ❓
🅰️ढॅंढण मुनि जी
2️⃣0️⃣ सोने की लालसा होते ही, इच्छाये अपार बढती गयी ! संन्तोष धारण करते ही, मुक्ति मुझे मिल गयी❓
🅰️ कपिल मुनी जी
2️⃣1️⃣ रहता था जंगल में, प्रभू वाणी को पाया क्रोध का त्याग किया तो,देवलोक को पाया❓
🅰️ चण्डकौशिक जी
2️⃣2️⃣ कंगण की आवाज सुन, एकत्व भावना भाई थी ! शकेंद्र ने पृच्छा कर महिमा खूब गायी थी❓
🅰️ नमि राजर्षी
2️⃣3️⃣ आंसू आये जब ऑंखो में से,छ: मासी तप का लाभ मिला भगवान के शिष्यत्व में,स्व पर का कल्याण किया❓
🅰️चंन्दन बाला जी
2️⃣4️⃣ मेरी स्थिती बहुत है,पर स्तर सबसे नीचा हैं! अंन्धकार ही अंन्धकार हैं,बताओ मेरा नाम क्या हैं ❓
🅰️ नरक
2️⃣5️⃣ में भी एक तिर्थ कहलाता हुं, पर मोक्ष में नहीं जा पाता हूॅं! छूट सहित साधना कर, देवलोक को पाता हूॅं❓
🅰️श्रावक
2️⃣6️⃣ घेर घेर घाघरो, कली कली पील! यतना से वापरें तो, निकले कर्म की खील❓
🅰️रजोहरण
2️⃣7️⃣ पड्या कैद में तो रोवे नहीं, कैद से छूटता ही रोवे! यह जेल तो सब जीव भोंगे पण पीडा नहीं होवे❓
🅰️ गर्भवास
2️⃣8️⃣ में हूॅं एक ऐसा वस्त्र,जिसे हर कोई पहनेगा दुनिया तो देखेगी ,पर खुद नहीं देख पायेगा❓
🅰️ कफन
2️⃣9️⃣ देवू तो लाजू,न देवू तो लाजू जल्दी से दो जवाब,न देखा आजू बाजु❓
🅰️ कपडे में कारी
3️⃣0️⃣ खाने को नहीं पूडियाॅं, खर्च ने को नहीं घोडियाॅं , नहीं पाव में मोजडिया ! फिर भी सुखी कौन❓
🅰️ साधू
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें