निर्वाण/मोक्ष


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       *🦚 टॉपिक: =मोक्ष की सुहाना सफर*🤴👑🌹*
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प्रश्न नंबर 1 मोक्ष स्टेशन की लंबाई चौड़ाई कितनी है
उत्तर 45लाख योजन

क्वेश्चन नंबर 2 मोक्ष स्टेशन का मुख्य जंक्शन कौन सा है
उत्तर 2 मनुष्य भव

क्वेश्चन नंबर 3 मोक्ष ट्रेन में टाइम पास करने के लिए क्या करना चाहिए
उत्तर 3, स्वाध्याय

नंबर 4 सफर में साथी कौन
उत्तर 4 अष्ट प्रवचन माता

क्वेश्चन नंबर 5 एक्सप्रेस ट्रेन का नाम क्या है
उत्तर नंबर 5 संयम एक्सप्रेस

क्वेश्चन नंबर 6 ट्रेन छूटने का टाइम कब का है
उत्तर नंबर 6 तीसरे चौथे आरे में

क्वेश्चन नंबर 7 ट्रेनमें साथ क्या ले जाना है
उत्तर नंबर 7 केवल ज्ञान केवल दर्शन

क्वेश्चन नंबर 8 ट्रेन की टिकट क्या है
उत्तर नंबर 8 समकित

क्वेश्चन नंबर 9 प्लेटफार्म नंबर क्या है
उत्तर नंबर 9 15 कर्म भूमि

क्वेश्चन नंबर 10 ट्रेन का अंतिम स्टेशन क्या है या कौन सा है
उत्तर नंबर 10 सिद्ध क्षेत्र या सिद्धशिला

क्वेश्चन नंबर 11 एक्सप्रेस ट्रेन के ड्राइवर कौन है
उत्तर नंबर 11 अरिहंत परमात्मा

क्वेश्चन नंबर 12 एक्सप्रेस ट्रेन के गार्ड कौन हैं
उत्तर नंबर 12 नि ग्रंथ गुरुदेव या साधु साध्वी जी

क्वेश्चन नंबर 13 एक्सप्रेस ट्रेन में टाइम पास कैसे करेंगे
उत्तर नंबर 13 धर्म चर्चा या स्वाध्याय करके

किचन नंबर 14 एक्सप्रेस ट्रेन में किस से सावधान रहेंगे
उत्तर नंबर 14 कर्म बंधन से सावधान रहना है

क्वेश्चन नंबर 15 एक्सप्रेस ट्रेन कहां से चलेगी
उत्तर नंबर 15ढाई दीप से

क्वेश्चन नंबर 16 मोक्ष ट्रेन में बैठने से पहले किसकी तैयारी करनी है
उत्तर नंबर 16 रत्न त्रिय की आराधना

क्वेश्चन नंबर 17 एक्सप्रेस ट्रेन रस्ते मे कहां रुकेगी
उत्तर नंबर 17 कहीं नहीं नॉन स्टोप

क्वेश्चन नंबर 18 क्या  स्वाध्याय प्रेमी बैठना चाहते हैं
उत्तर 18 हां हम सबको बेठना है

क्वेश्चन नंबर 19 हम सबको किसका चक्कर मिटाना है
उत्तर 19 84 लाख योनि का भ्रमण मिटाना है या चक्कर मिटाना है

क्वेश्चन20हम सब को वहां पर कितने समय तक रुकना है
उत्तर नंबर 20 अनंत काल या कायम वहीं पर रहना है




1️⃣आत्मा परमात्मा बन जाती है ,उसे कहते हैं।
🅰️ निर्वाण
 2️⃣निर्वाण का पर्याय वाची
🅰️ मोक्ष, परिनिर्वाण, और सिद्धि
    3️⃣निर्वाण के पश्चात  प्रभु जी के कितने गुण उपस्थित होते है।

🅰️   8( कर्म की प्रकृति औऱ गिने तो 31)
4️⃣ निर्वाण, के पश्चात कहाँ से
एक भव्यात्मा व्यवहार राशि में आती हैं,
🅰️अव्यवहार राशि की

5️⃣जब भगवान निर्वाण के निकट होते है तो वे 13 गुण स्थान से कुछ देर कौन से गुणस्थान को छूते हैं।

🅰️14गुणस्थान

6️⃣ तीर्थंकर केनिर्वाण होते ही किसका आसन चलायमान होता है।
🅰️देवराज इंद्र का

7️⃣निर्वाण के पश्चात देह में  किसका लेप करते हैं
🅰️  गौशीर्ष चंदन का

8️⃣ निर्वाण के पश्चात देह पर औऱ क्या विभूषित करते है।
🅰️ देव दुष्य वस्त्र , औऱ आभूषणोसे
9️⃣ भवन पति औऱ वैमानिकदेव द्वारा  चित्रों में अंकित  कितनी शिविकाओं की विकुवर्णा ( निर्माण) होती हैं।
🅰️3शिविकाओं
🔟चिता को अग्निकाय कौन करते है
🅰️अग्नि देव
1️⃣1️⃣ चिता में अगर ,तुरुषक, कपूर -------औऱ,-----डालते है।
( 2 नाम आयेगा)
🅰️घी , शहद ।

1️⃣2️⃣ शकेन्द्र  तीर्थंकर के शरीर की क्या चीज लेते है।

🅰️दाहिनी ठाढ़ ( बाकी अलग 2 देवता अलग 2 अवयव लेते  है )

1️⃣3️⃣ इसका    वर्णन किसमे लिखा मिलता है
🅰️ज्ञानधर्मकथांग में
1️⃣4️⃣देवलोक  में,  जहाँ प्रभुजी की  अस्थि का विसर्जन होता हैं, उस  जगह पर किसका निर्माण होता है ।

🅰️3 रत्नमय विशाल स्तूपों का

1️⃣5️⃣ कौन से तीर्थंकर का निर्वाण एकांकी हुआ था

🅰️ महावीर जी

1️⃣6️⃣ मृत्यु के पश्चात रोने की
प्रथा कहाँ से आरम्भ हुई ।

🅰️ भरत जी आदिनाथ जी के निर्वाण के पश्चात बेहोश , होगये तो इन्द्र
ने कहा   *रुदन करो ।रुदन करो* तभी से।

1️⃣7️⃣ अग्निसंस्कार की क्रिया
कब से शुरु हुई
🅰️आदिनाथ जी के  निर्वाण के पश्चात
1️⃣8️⃣वीर जी केनिर्वाण के समय कौन सा ग्रह सकारन्त होने वाला  था।
🅰️हस्तसेत्तरा नक्षत्र में भस्म ग्रह

1️⃣9️⃣ वीर जी ने  कहा ------के प्रभाव से जिनशासन में बाधा आती ही है।
🅰️दुष्मा काल

2️⃣0️⃣वीर  जी  की अंतिम देशना कितने काल की थी
🅰️ 16 प्रहर,

2️⃣1️⃣कितने राजाओं ने पौषध
लिया और दीपक जलाएं
🅰️  18,  ( 9 मल्ल ,9 लिच्छवी राजाओं ने) कई 32 मानते है
2️⃣2️⃣  निर्वाण पश्चात शरीर को किससे स्नान कराते है।
🅰️   क्षीरोदक से
2️⃣3️⃣क्षीरोदक कौन से देव लाते हैं।
🅰️अभियोगिक देव

* 2️⃣4️⃣ गौतम स्वामी को केवल ज्ञान कब हुआ
🅰️जिस दिन वीर जी का निर्वाण
हुआ
2️⃣5️⃣अमावस्या में पावापुरी की गलियों में अंधेरा था , तो रोशनी किसने की
🅰️देवों ने  गली के मोड़ 2 पर रत्नो का प्रकाश कर दिया

2️⃣6️⃣33 मुनियों के साथ अनशन कर किन प्रभू ने निर्वाण
प्राप्त किया
🅰️ पार्श्व नाथ जी

2️⃣7️⃣अनन्त नाथ जी कितने मुनियों के साथ मोक्ष पधारे
🅰️7000( 2 no ,पर पहले आदिनाथ जी 10, 000 के साथ)
2️⃣8️⃣कितने तीर्थंकर पद्मासन में मोक्ष गए ?


🅰 3 वासपुज्य स्वामी, मल्लीनाथ जी, पार्श्वनाथ जी।

2️⃣9️⃣ सिद्धावस्था में  तीर्थंकर
कौन सी अवस्था में होते हैं
🅰️ शेलेशी अवस्था में(   आत्मा की अत्यंत स्थिर अवस्था मेरु पर्वत की भांति)

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